गन्ती 21:9
यसकारण मोशाले परमप्रभुको आज्ञा मानी एउटा काँसाको सर्प बनाई खम्बामाथि राखे। त्यसपछि जब कुनै व्यक्तिलाई सर्पले टोके उसले त्यो खम्बा माथि राखिएको काँसाको सर्पलाई हेर्थ्यो र त्यो बाँच्थ्यो।
And Moses | וַיַּ֤עַשׂ | wayyaʿaś | va-YA-as |
made | מֹשֶׁה֙ | mōšeh | moh-SHEH |
a serpent | נְחַ֣שׁ | nĕḥaš | neh-HAHSH |
brass, of | נְחֹ֔שֶׁת | nĕḥōšet | neh-HOH-shet |
and put | וַיְשִׂמֵ֖הוּ | wayśimēhû | vai-see-MAY-hoo |
upon it | עַל | ʿal | al |
a pole, | הַנֵּ֑ס | hannēs | ha-NASE |
and it came to pass, | וְהָיָ֗ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
if that | אִם | ʾim | eem |
a serpent | נָשַׁ֤ךְ | nāšak | na-SHAHK |
had bitten | הַנָּחָשׁ֙ | hannāḥāš | ha-na-HAHSH |
אֶת | ʾet | et | |
any man, | אִ֔ישׁ | ʾîš | eesh |
beheld he when | וְהִבִּ֛יט | wĕhibbîṭ | veh-hee-BEET |
אֶל | ʾel | el | |
the serpent | נְחַ֥שׁ | nĕḥaš | neh-HAHSH |
of brass, | הַנְּחֹ֖שֶׁת | hannĕḥōšet | ha-neh-HOH-shet |
he lived. | וָחָֽי׃ | wāḥāy | va-HAI |