दानियल 7:28
“विवरण यहीं अन्त हुन्छ। म दानियल चाँहि मेरो विचारले गर्दा साह्रै डराएँ, र मेरो अनुहारको रंग पहेंलो भयो र मैले यो कुरा आफ्नो मनमै राखें।”
Hitherto | עַד | ʿad | ad |
כָּ֖ה | kâ | ka | |
is the end | סוֹפָ֣א | sôpāʾ | soh-FA |
of | דִֽי | dî | dee |
matter. the | מִלְּתָ֑א | millĕtāʾ | mee-leh-TA |
As for me | אֲנָ֨ה | ʾănâ | uh-NA |
Daniel, | דָֽנִיֵּ֜אל | dāniyyēl | da-nee-YALE |
my cogitations | שַׂגִּ֣יא׀ | śaggîʾ | sa-ɡEE |
much | רַעְיוֹנַ֣י | raʿyônay | ra-yoh-NAI |
troubled | יְבַהֲלֻנַּ֗נִי | yĕbahălunnanî | yeh-va-huh-loo-NA-nee |
me, and my countenance | וְזִיוַי֙ | wĕzîway | veh-zeeoo-AH |
changed | יִשְׁתַּנּ֣וֹן | yištannôn | yeesh-TA-none |
in me: | עֲלַ֔י | ʿălay | uh-LAI |
kept I but | וּמִלְּתָ֖א | ûmillĕtāʾ | oo-mee-leh-TA |
the matter | בְּלִבִּ֥י | bĕlibbî | beh-lee-BEE |
in my heart. | נִטְרֵֽת׃ | niṭrēt | neet-RATE |