Ezekiel 17:23
“म स्वंयले यसलाई इस्राएलको अग्लो पर्वतमा रोप्नेछु। यो हाँगा एउटा सुन्दर देवदारको रूखमा परिणत हुनेछ। यसको हाँगा निक्लन्छ अनि यसले फल दिन्छ अनि यसका हाँगामा सबै प्रकारका चराहरूले गुँड बनाउँनेछन्।
In the mountain | בְּהַ֨ר | bĕhar | beh-HAHR |
of the height | מְר֤וֹם | mĕrôm | meh-ROME |
Israel of | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
will I plant | אֶשְׁתֳּלֶ֔נּוּ | ʾeštŏlennû | esh-toh-LEH-noo |
forth bring shall it and it: | וְנָשָׂ֤א | wĕnāśāʾ | veh-na-SA |
boughs, | עָנָף֙ | ʿānāp | ah-NAHF |
bear and | וְעָ֣שָׂה | wĕʿāśâ | veh-AH-sa |
fruit, | פֶ֔רִי | perî | FEH-ree |
and be | וְהָיָ֖ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
goodly a | לְאֶ֣רֶז | lĕʾerez | leh-EH-rez |
cedar: | אַדִּ֑יר | ʾaddîr | ah-DEER |
and under | וְשָׁכְנ֣וּ | wĕšoknû | veh-shoke-NOO |
dwell shall it | תַחְתָּ֗יו | taḥtāyw | tahk-TAV |
all | כֹּ֚ל | kōl | kole |
fowl | צִפּ֣וֹר | ṣippôr | TSEE-pore |
of every | כָּל | kāl | kahl |
wing; | כָּנָ֔ף | kānāp | ka-NAHF |
in the shadow | בְּצֵ֥ל | bĕṣēl | beh-TSALE |
branches the of | דָּלִיּוֹתָ֖יו | dāliyyôtāyw | da-lee-yoh-TAV |
thereof shall they dwell. | תִּשְׁכֹּֽנָּה׃ | tiškōnnâ | teesh-KOH-na |