2 Kings 10:6
तब येहूले अगुवाहरूलाई एउटा पत्र लेखे। येहूले भने, “यदि तिमीहरूले मलाई सहायता गर्छौ र मेरो हुकुम मान्ने छौ भने तब आहाबका छोराहरूका टाउका छिनाऊ। अनि भोलि यसै समयमा तिनीहरूलाई यिज्रेलमा ल्याऊ।”आहाबका सत्तरी जना छोराहरू थिए। तिनीहरू शहरका अगुवाहरूसँग थिए जसले तिनीहरूलाई हुकाउने गर्दथे।
Then he wrote | וַיִּכְתֹּ֣ב | wayyiktōb | va-yeek-TOVE |
a letter | אֲלֵיהֶם֩ | ʾălêhem | uh-lay-HEM |
time second the | סֵ֨פֶר׀ | sēper | SAY-fer |
to | שֵׁנִ֜ית | šēnît | shay-NEET |
them, saying, | לֵאמֹ֗ר | lēʾmōr | lay-MORE |
If | אִם | ʾim | eem |
ye | לִ֨י | lî | lee |
ye if and mine, be | אַתֶּ֜ם | ʾattem | ah-TEM |
will hearken | וּלְקֹלִ֣י׀ | ûlĕqōlî | oo-leh-koh-LEE |
unto my voice, | אַתֶּ֣ם | ʾattem | ah-TEM |
take | שֹֽׁמְעִ֗ים | šōmĕʿîm | shoh-meh-EEM |
ye | קְחוּ֙ | qĕḥû | keh-HOO |
the heads | אֶת | ʾet | et |
of the men | רָאשֵׁי֙ | rāʾšēy | ra-SHAY |
master's your | אַנְשֵׁ֣י | ʾanšê | an-SHAY |
sons, | בְנֵי | bĕnê | veh-NAY |
and come | אֲדֹֽנֵיכֶ֔ם | ʾădōnêkem | uh-doh-nay-HEM |
to | וּבֹ֧אוּ | ûbōʾû | oo-VOH-oo |
me to Jezreel | אֵלַ֛י | ʾēlay | ay-LAI |
morrow to by | כָּעֵ֥ת | kāʿēt | ka-ATE |
this time. | מָחָ֖ר | māḥār | ma-HAHR |
Now the king's | יִזְרְעֶ֑אלָה | yizrĕʿeʾlâ | yeez-reh-EH-la |
sons, | וּבְנֵ֤י | ûbĕnê | oo-veh-NAY |
being seventy | הַמֶּ֙לֶךְ֙ | hammelek | ha-MEH-lek |
persons, | שִׁבְעִ֣ים | šibʿîm | sheev-EEM |
were with | אִ֔ישׁ | ʾîš | eesh |
the great men | אֶת | ʾet | et |
city, the of | גְּדֹלֵ֥י | gĕdōlê | ɡeh-doh-LAY |
which brought them up. | הָעִ֖יר | hāʿîr | ha-EER |
מְגַדְּלִ֥ים | mĕgaddĕlîm | meh-ɡa-deh-LEEM | |
אוֹתָֽם׃ | ʾôtām | oh-TAHM |