Titus 1:9
और विश्वासयोग्य वचन पर जो धर्मोपदेश के अनुसार है, स्थिर रहे; कि खरी शिक्षा से उपदेश दे सके; और विवादियों का मुंह भी बन्द कर सके॥
Titus 1:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
Holding fast the faithful word as he hath been taught, that he may be able by sound doctrine both to exhort and to convince the gainsayers.
American Standard Version (ASV)
holding to the faithful word which is according to the teaching, that he may be able to exhort in the sound doctrine, and to convict the gainsayers.
Bible in Basic English (BBE)
Keeping to the true word of the teaching, so that he may be able to give comfort by right teaching and overcome the arguments of the doubters.
Darby English Bible (DBY)
clinging to the faithful word according to the doctrine taught, that he may be able both to encourage with sound teaching and refute gainsayers.
World English Bible (WEB)
holding to the faithful word which is according to the teaching, that he may be able to exhort in the sound doctrine, and to convict those who contradict him.
Young's Literal Translation (YLT)
holding -- according to the teaching -- to the stedfast word, that he may be able also to exhort in the sound teaching, and the gainsayers to convict;
| Holding fast | ἀντεχόμενον | antechomenon | an-tay-HOH-may-none |
| the | τοῦ | tou | too |
| faithful | κατὰ | kata | ka-TA |
| word | τὴν | tēn | tane |
| as | διδαχὴν | didachēn | thee-tha-HANE |
| πιστοῦ | pistou | pee-STOO | |
| he hath been taught, | λόγου | logou | LOH-goo |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| be may he | δυνατὸς | dynatos | thyoo-na-TOSE |
| able | ᾖ | ē | ay |
| by | καὶ | kai | kay |
| παρακαλεῖν | parakalein | pa-ra-ka-LEEN | |
| sound | ἐν | en | ane |
| τῇ | tē | tay | |
| doctrine | διδασκαλίᾳ | didaskalia | thee-tha-ska-LEE-ah |
| both | τῇ | tē | tay |
| to exhort | ὑγιαινούσῃ | hygiainousē | yoo-gee-ay-NOO-say |
| and | καὶ | kai | kay |
| to convince | τοὺς | tous | toos |
| the | ἀντιλέγοντας | antilegontas | an-tee-LAY-gone-tahs |
| gainsayers. | ἐλέγχειν | elenchein | ay-LAYNG-heen |
Cross Reference
1 Timothy 1:10
व्याभिचारियों, पुरूषगामियों, मनुष्य के बेचने वालों, झूठों, और झूठी शपथ खाने वालों, और इन को छोड़ खरे उपदेश के सब विरोधियों के लिये ठहराई गई है।
2 Timothy 1:13
जो खरी बातें तू ने मुझ से सुनी हैं उन को उस विश्वास और प्रेम के साथ जो मसीह यीशु में है, अपना आदर्श बनाकर रख।
1 Timothy 6:3
यदि कोई और ही प्रकार का उपदेश देता है; और खरी बातों को, अर्थात हमारे प्रभु यीशु मसीह की बातों को और उस उपदेश को नहीं मानता, जो भक्ति के अनुसार है।
2 Thessalonians 2:15
इसलिये, हे भाइयों, स्थिर रहो; और जो जो बातें तुम ने क्या वचन, क्या पत्री के द्वारा हम से सीखी है, उन्हें थामे रहो॥
Job 2:3
यहोवा ने शैतान से पूछा, क्या तू ने मेरे दास अय्यूब पर ध्यान दिया है कि पृथ्वी पर उसके तुल्य खरा और सीधा और मेरा भय मानने वाला और बुराई से दूर रहने वाला मनुष्य और कोई नहीं है? और यद्यापि तू ने मुझे उसको बिना कारण सत्यानाश करते को उभारा, तौभी वह अब तक अपनी खराई पर बना है।
1 Thessalonians 5:21
सब बातों को परखो: जो अच्छी है उसे पकड़े रहो।
1 Timothy 1:15
यह बात सच और हर प्रकार से मानने के योग्य है, कि मसीह यीशु पापियों का उद्धार करने के लिये जगत में आया, जिन में सब से बड़ा मैं हूं।
Titus 2:1
पर तू ऐसी बातें कहा कर, जो खरे उपदेश के योग्य हैं।
Revelation 3:11
मैं शीघ्र ही आनेवाला हूं; जो कुछ तेरे पास है, उसे थामें रह, कि कोई तेरा मुकुट छीन न ले।
Revelation 3:3
सो चेत कर, कि तु ने किस रीति से शिक्षा प्राप्त की और सुनी थी, और उस में बना रह, और मन फिरा: और यदि तू जागृत न रहेगा, तो मैं चोर की नाईं आ जाऊंगा और तू कदापि न जान सकेगा, कि मैं किस घड़ी तुझ पर आ पडूंगा।
Revelation 2:25
पर हां, जो तुम्हारे पास है उस को मेरे आने तक थामें रहो।
Jude 1:3
हे प्रियो, जब मैं तुम्हें उस उद्धार के विषय में लिखने में अत्यन्त परिश्रम से प्रयत्न कर रहा था, जिस में हम सब सहभागी हैं; तो मैं ने तुम्हें यह समझाना आवश्यक जाना कि उस विश्वास के लिये पूरा यत्न करो जो पवित्र लोगों को एक ही बार सौंपा गया था।
Titus 2:7
सब बातों में अपने आप को भले कामों का नमूना बना: तेरे उपदेश में सफाई, गम्भीरता
Proverbs 23:23
सच्चाई को मोल लेना, बेचना नहीं; और बुद्धि और शिक्षा और समझ को भी मोल लेना।
Acts 18:28
क्योंकि वह पवित्र शास्त्र से प्रमाण दे देकर, कि यीशु ही मसीह है; बड़ी प्रबलता से यहूदियों को सब के साम्हने निरूत्तर करता रहा॥
1 Corinthians 14:24
परन्तु यदि सब भविष्यद्वाणी करने लगें, और कोई अविश्वासी या अनपढ़ा मनुष्य भीतर आ जाए, तो सब उसे दोषी ठहरा देंगे और परखलेंगे।
1 Timothy 1:19
और विश्वास और उस अच्छे विवेक को थामें रहे जिसे दूर करने के कारण कितनों का विश्वास रूपी जहाज डूब गया।
1 Timothy 4:9
और यह बात सच और हर प्रकार से मानने के योग्य है।
2 Timothy 2:2
और जो बातें तू ने बहुत गवाहों के साम्हने मुझ से सुनी हैं, उन्हें विश्वासी मनुष्यों को सौंप दे; जो औरों को भी सिखाने के योग्य हों।
2 Timothy 2:25
और विरोधियों को नम्रता से समझाए, क्या जाने परमेश्वर उन्हें मन फिराव का मन दे, कि वे भी सत्य को पहिचानें।
2 Timothy 4:3
क्योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे।
Titus 1:11
इन का मुंह बन्द करना चाहिए: ये लोग नीच कमाई के लिये अनुचित बातें सिखा कर घर के घर बिगाड़ देते हैं।
Job 27:6
मैं अपना धर्म पकड़े हुए हूँ और उसको हाथ से जाने न दूंगा; क्योंकि मेरा मन जीवन भर मुझे दोषी नहीं ठहराएगा।