Titus 1:1 in Hindi

Hindi Hindi Bible Titus Titus 1 Titus 1:1

Titus 1:1
पौलुस की ओर से जो परमेश्वर का दास और यीशु मसीह का प्रेरित है, परमेश्वर के चुने हुए लोगों के विश्वास, और उस सत्य की पहिचान के अनुसार जो भक्ति के अनुसार है।

Titus 1Titus 1:2

Titus 1:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
Paul, a servant of God, and an apostle of Jesus Christ, according to the faith of God's elect, and the acknowledging of the truth which is after godliness;

American Standard Version (ASV)
Paul, a servant of God, and an apostle of Jesus Christ, according to the faith of God's elect, and the knowledge of the truth which is according to godliness,

Bible in Basic English (BBE)
Paul, a servant of God, and an Apostle of Jesus Christ, in agreement with the faith of the saints of God and the full knowledge of what is true in harmony with religion,

Darby English Bible (DBY)
Paul, bondman of God, and apostle of Jesus Christ according to [the] faith of God's elect, and knowledge of [the] truth which [is] according to piety;

World English Bible (WEB)
Paul, a servant of God, and an apostle of Jesus Christ, according to the faith of God's chosen ones, and the knowledge of the truth which is according to godliness,

Young's Literal Translation (YLT)
Paul, a servant of God, and an apostle of Jesus Christ, according to the faith of the choice ones of God, and an acknowledging of truth that `is' according to piety,

Paul,
ΠαῦλοςpaulosPA-lose
a
servant
δοῦλοςdoulosTHOO-lose
of
God,
θεοῦtheouthay-OO
and
ἀπόστολοςapostolosah-POH-stoh-lose
apostle
an
δὲdethay
of
Jesus
Ἰησοῦiēsouee-ay-SOO
Christ,
Χριστοῦchristouhree-STOO
according
to
κατὰkataka-TA
faith
the
πίστινpistinPEE-steen
of
God's
ἐκλεκτῶνeklektōnake-lake-TONE
elect,
θεοῦtheouthay-OO
and
καὶkaikay
the
acknowledging
ἐπίγνωσινepignōsinay-PEE-gnoh-seen
truth
the
of
ἀληθείαςalētheiasah-lay-THEE-as
which
is
τῆςtēstase
after
κατ'katkaht
godliness;
εὐσέβειανeusebeianafe-SAY-vee-an

Cross Reference

Romans 1:1
पौलुस की ओर से जो यीशु मसीह का दास है, और प्रेरित होने के लिये बुलाया गया, और परमेश्वर के उस सुसमाचार के लिये अलग किया गया है।

1 Timothy 6:3
यदि कोई और ही प्रकार का उपदेश देता है; और खरी बातों को, अर्थात हमारे प्रभु यीशु मसीह की बातों को और उस उपदेश को नहीं मानता, जो भक्ति के अनुसार है।

2 Peter 1:3
क्योंकि उसके ईश्वरीय सामर्थ ने सब कुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्ध रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिस ने हमें अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है।

Titus 2:11
क्योंकि परमेश्वर का अनुग्रह प्रगट है, जो सब मनुष्यों के उद्धार का कारण है।

2 Timothy 2:25
और विरोधियों को नम्रता से समझाए, क्या जाने परमेश्वर उन्हें मन फिराव का मन दे, कि वे भी सत्य को पहिचानें।

2 Timothy 2:23
पर मूर्खता, और अविद्या के विवादों से अलग रह; क्योंकि तू जानता है, कि उन से झगड़े होते हैं।

1 Timothy 2:4
वह यह चाहता है, कि सब मनुष्यों का उद्धार हो; और वे सत्य को भली भांति पहिचान लें।

2 Peter 3:11
तो जब कि ये सब वस्तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए।

1 Timothy 3:16
और इस में सन्देह नहीं, कि भक्ति का भेद गम्भीर है; अर्थात वह जो शरीर में प्रगट हुआ, आत्मा में धर्मी ठहरा, स्वर्गदूतों को दिखाई दिया, अन्यजातियों में उसका प्रचार हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया, और महिमा में ऊपर उठाया गया॥

1 Timothy 1:4
और उन ऐसी कहानियों और अनन्त वंशावलियों पर मन न लगाएं, जिन से विवाद होते हैं; और परमेश्वर के उस प्रबन्ध के अनुसार नहीं, जो विश्वास से सम्बन्ध रखता है; वैसे ही फिर भी कहता हूं।

2 Thessalonians 2:13
पर हे भाइयो, और प्रभु के प्रिय लोगो चाहिये कि हम तुम्हारे विषय में सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें, कि परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर, और सत्य की प्रतीति करके उद्धार पाओ।

Colossians 2:2
ताकि उन के मनों में शान्ति हो और वे प्रेम से आपस में गठे रहें, और वे पूरी समझ का सारा धन प्राप्त करें, और परमेश्वर पिता के भेद को अर्थात मसीह को पहिचान लें।

Philippians 1:1
मसीह यीशु के दास पौलुस और तीमुथियुस की ओर से सब पवित्र लोगों के नाम, जो मसीह यीशु में होकर फिलिप्पी में रहते हैं, अध्यक्षों और सेवकों समेत।

Ephesians 2:8
क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है।

2 Corinthians 1:1
पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से मसीह यीशु का प्रेरित है, और भाई तीमुथियुस की ओर से परमेश्वर की उस कलीसिया के नाम जो कुरिन्थुस में है; और सारे अखया के सब पवित्र लोगों के नाम॥

Acts 13:48
यह सुनकर अन्यजाति आनन्दित हुए, और परमेश्वर के वचन की बड़ाई करने लगे: और जितने अनन्त जीवन के लिये ठहराए गए थे, उन्होंने विश्वास किया।

John 10:26
परन्तु तुम इसलिये प्रतीति नहीं करते, कि मेरी भेड़ों में से नहीं हो।

1 Chronicles 6:49
परन्तु हारून और उसके पुत्र होमबलि की वेदी, और धूप की वेदी दोनों पर बलिदान चढ़ाते, और परम पवित्रस्थान का सब काम करते, और इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करते थे, जैसे कि परमेश्वर के दास मूसा ने आज्ञाएं दी थीं।

1 John 2:23
जो कोई पुत्र का इन्कार करता है उसके पास पिता भी नहीं: जो पुत्र को मान लेता है, उसके पास पिता भी है।