Romans 16:2
कि तुम जैसा कि पवित्र लोगों को चाहिए, उसे प्रभु में ग्रहण करो; और जिस किसी बात में उस को तुम से प्रयोजन हो, उस की सहायता करो; क्योंकि वह भी बहुतों की वरन मेरी भी उपकारिणी हुई है॥
Romans 16:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
That ye receive her in the Lord, as becometh saints, and that ye assist her in whatsoever business she hath need of you: for she hath been a succourer of many, and of myself also.
American Standard Version (ASV)
that ye receive her in the Lord, worthily of the saints, and that ye assist her in whatsoever matter she may have need of you: for she herself also hath been a helper of many, and of mine own self.
Bible in Basic English (BBE)
That you will take her in kindly, after the way of the saints, as one who is the Lord's, and give her help in anything in which she may have need of you: because she has been a help to a great number and to myself.
Darby English Bible (DBY)
that ye may receive her in [the] Lord worthily of saints, and that ye may assist her in whatever matter she has need of you; for *she* also has been a helper of many, and of myself.
World English Bible (WEB)
that you receive her in the Lord, in a way worthy of the saints, and that you assist her in whatever matter she may need from you, for she herself also has been a helper of many, and of my own self.
Young's Literal Translation (YLT)
that ye may receive her in the Lord, as doth become saints, and may assist her in whatever matter she may have need of you -- for she also became a leader of many, and of myself.
| That that | ἵνα | hina | EE-na |
| receive ye | αὐτὴν | autēn | af-TANE |
| her | προσδέξησθε | prosdexēsthe | prose-THAY-ksay-sthay |
| in | ἐν | en | ane |
| Lord, the | κυρίῳ | kyriō | kyoo-REE-oh |
| as becometh | ἀξίως | axiōs | ah-KSEE-ose |
| τῶν | tōn | tone | |
| saints, | ἁγίων | hagiōn | a-GEE-one |
| and | καὶ | kai | kay |
| ye assist | παραστῆτε | parastēte | pa-ra-STAY-tay |
| her | αὐτῇ | autē | af-TAY |
| in | ἐν | en | ane |
| whatsoever | ᾧ | hō | oh |
| ἂν | an | an | |
| business | ὑμῶν | hymōn | yoo-MONE |
| she hath need | χρῄζῃ | chrēzē | HRAY-zay |
| of you: | πράγματι· | pragmati | PRAHG-ma-tee |
| καὶ | kai | kay | |
| for | γὰρ | gar | gahr |
| she | αὐτὴ | autē | af-TAY |
| been hath | προστάτις | prostatis | prose-TA-tees |
| a succourer | πολλῶν | pollōn | pole-LONE |
| of many, | ἐγενήθη | egenēthē | ay-gay-NAY-thay |
| and also. | καὶ | kai | kay |
| of myself | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| ἐμοῦ | emou | ay-MOO |
Cross Reference
Philippians 2:29
इसलिये तुम प्रभु में उस से बहुत आनन्द के साथ भेंट करना, और ऐसों का आदर किया करना।
Philippians 4:14
तौभी तुम ने भला किया, कि मेरे क्लेश में मेरे सहभागी हुए।
Colossians 4:10
अरिस्तर्खुस जो मेरे साथ कैदी है, और मरकुस जो बरनबा का भाई लगता है। (जिस के विषय में तुम ने आज्ञा पाई थी कि यदि वह तुम्हारे पास आए, तो उस से अच्छी तरह व्यवहार करना।)
1 Timothy 2:10
क्योंकि परमेश्वर की भक्ति ग्रहण करने वाली स्त्रियों को यही उचित भी है।
2 Timothy 1:18
(प्रभु करे, कि उस दिन उस पर प्रभु की दया हो)। और जो जो सेवा उस ने इफिसुस में की है उन्हें भी तू भली भांति जानता है॥
Titus 2:3
इसी प्रकार बूढ़ी स्त्रियों का चाल चलन पवित्र लोगों सा हो, दोष लगाने वाली और पियक्कड़ नहीं; पर अच्छी बातें सिखाने वाली हों।
Philemon 1:12
उसी को अर्थात जो मेरे हृदय का टुकड़ा है, मैं ने उसे तेरे पास लौटा दिया है।
Philemon 1:17
सो यदि तू मुझे सहभागी समझता है, तो उसे इस प्रकार ग्रहण कर जैसे मुझे।
2 John 1:10
यदि कोई तुम्हारे पास आए, और यही शिक्षा न दे, उसे न तो घर मे आने दो, और न नमस्कार करो।
3 John 1:5
हे प्रिय, जो कुछ तू उन भाइयों के साथ करता है, जो परदेशी भी हैं, उसे विश्वासी की नाईं करता है।
Philippians 1:27
केवल इतना करो कि तुम्हारा चाल-चलन मसीह के सुसमाचार के योग्य हो कि चाहे मैं आकर तुम्हें देखूं, चाहे न भी आऊं, तुम्हारे विषय में यह सुनूं, कि तुम एक ही आत्मा में स्थिर हो, और एक चित्त होकर सुसमाचार के विश्वास के लिये परिश्रम करते रहते हो।
Ephesians 5:3
और जैसा पवित्र लोगों के योग्य है, वैसा तुम में व्यभिचार, और किसी प्रकार अशुद्ध काम, या लोभ की चर्चा तक न हो।
Matthew 25:40
तब राजा उन्हें उत्तर देगा; मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम ने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे ही साथ किया।
Acts 9:36
याफा में तबीता अर्थात दोरकास नाम एक विश्वासिनी रहती थी, वह बहुतेरे भले भले काम और दान किया करती थी।
Acts 9:39
तब पतरस उठकर उन के साथ हो लिया, और जब पहुंच गया, तो वे उसे उस अटारी पर ले गए; और सब विधवाएं रोती हुई उसके पास आ खड़ी हुई: और जो कुरते और कपड़े दोरकास ने उन के साथ रहते हुए बनाए थे, दिखाने लगीं।
Acts 9:41
उस ने हाथ देकर उसे उठाया और पवित्र लोगों और विधवाओं को बुलाकर उसे जीवित और जागृत दिखा दिया।
Romans 15:7
इसलिये, जैसा मसीह ने भी परमेश्वर की महिमा के लिये तुम्हें ग्रहण किया है, वैसे ही तुम भी एक दूसरे को ग्रहण करो।
Romans 16:3
प्रिसका और अक्विला को जो मसीह यीशु में मेरे सहकर्मी हैं, नमस्कार।
Romans 16:6
मरियम को जिस ने तुम्हारे लिये बहुत परिश्रम किया, नमस्कार।
Romans 16:9
उरबानुस को, जो मसीह में हमारा सहकर्मी है, और मेरे प्रिय इस्तखुस को नमस्कार।
Romans 16:23
गयुस का जो मेरी और कलीसिया का पहुनाई करने वाला है उसका तुम्हें नमस्कार:
Matthew 10:40
जो तुम्हें ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है; और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजने वाले को ग्रहण करता है।