Revelation 9:20
और बाकी मनुष्यों ने जो उन मरियों से न मरे थे, अपने हाथों के कामों से मन न फिराया, कि दुष्टात्माओं की, और सोने और चान्दी, और पीतल, और पत्थर, और काठ की मूरतों की पूजा न करें, जो न देख, न सुन, न चल सकती हैं।
Revelation 9:20 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the rest of the men which were not killed by these plagues yet repented not of the works of their hands, that they should not worship devils, and idols of gold, and silver, and brass, and stone, and of wood: which neither can see, nor hear, nor walk:
American Standard Version (ASV)
And the rest of mankind, who were not killed with these plagues, repented not of the works of their hands, that they should not worship demons, and the idols of gold, and of silver, and of brass, and of stone, and of wood; which can neither see, nor hear, nor walk:
Bible in Basic English (BBE)
And the rest of the people, who were not put to death by these evils, were not turned from the works of their hands, but went on giving worship to evil spirits, and images of gold and silver and brass and stone and wood which have no power of seeing or hearing or walking:
Darby English Bible (DBY)
And the rest of men who were not killed with these plagues repented not of the works of their hands, that they should not worship demons, and the golden and silver and brazen and stone and wooden idols, which can neither see nor hear nor walk.
World English Bible (WEB)
The rest of mankind, who were not killed with these plagues, didn't repent of the works of their hands, that they wouldn't worship demons, and the idols of gold, and of silver, and of brass, and of stone, and of wood; which can neither see, nor hear, nor walk.
Young's Literal Translation (YLT)
and the rest of men, who were not killed in these plagues, neither did reform from the works of their hands, that they may not bow before the demons, and idols, those of gold, and those of silver, and those of brass, and those of stone, and those of wood, that are neither able to see, nor to hear, nor to walk,
| And | Καὶ | kai | kay |
| the | οἱ | hoi | oo |
| rest | λοιποὶ | loipoi | loo-POO |
| of the | τῶν | tōn | tone |
| men | ἀνθρώπων | anthrōpōn | an-THROH-pone |
| which | οἳ | hoi | oo |
| not were | οὐκ | ouk | ook |
| killed | ἀπεκτάνθησαν | apektanthēsan | ah-pake-TAHN-thay-sahn |
| by | ἐν | en | ane |
| these | ταῖς | tais | tase |
| πληγαῖς | plēgais | play-GASE | |
| plagues | ταύταις | tautais | TAF-tase |
| repented yet | οὔτε | oute | OO-tay |
| not | μετενόησαν | metenoēsan | may-tay-NOH-ay-sahn |
| of | ἐκ | ek | ake |
| the | τῶν | tōn | tone |
| works | ἔργων | ergōn | ARE-gone |
| their of | τῶν | tōn | tone |
| χειρῶν | cheirōn | hee-RONE | |
| hands, | αὐτῶν | autōn | af-TONE |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| they should not | μὴ | mē | may |
| worship | προσκυνήσωσιν | proskynēsōsin | prose-kyoo-NAY-soh-seen |
| τὰ | ta | ta | |
| devils, | δαιμόνια | daimonia | thay-MOH-nee-ah |
| and | καὶ | kai | kay |
| idols | εἴδωλα | eidōla | EE-thoh-la |
| of | τὰ | ta | ta |
| gold, | χρυσᾶ | chrysa | hryoo-SA |
| and | καὶ | kai | kay |
| τὰ | ta | ta | |
| silver, | ἀργυρᾶ | argyra | ar-gyoo-RA |
| and | καὶ | kai | kay |
| τὰ | ta | ta | |
| brass, | χαλκᾶ | chalka | hahl-KA |
| and | καὶ | kai | kay |
| τὰ | ta | ta | |
| stone, | λίθινα | lithina | LEE-thee-na |
| and | καὶ | kai | kay |
| of | τὰ | ta | ta |
| wood: | ξύλινα | xylina | KSYOO-lee-na |
| which | ἃ | ha | a |
| neither | οὔτε | oute | OO-tay |
| can | βλέπειν | blepein | VLAY-peen |
| see, | δύναται | dynatai | THYOO-na-tay |
| nor | οὔτε | oute | OO-tay |
| hear, | ἀκούειν | akouein | ah-KOO-een |
| nor | οὔτε | oute | OO-tay |
| walk: | περιπατεῖν | peripatein | pay-ree-pa-TEEN |
Cross Reference
Daniel 5:23
वरन तू ने स्वर्ग के प्रभु के विरुद्ध सिर उठा कर उसके भवन के पात्र मंगवा कर अपने साम्हने धरवा लिए, और अपने प्रधानों और रानियों और रखेलियों समेत तू ने उन में दाखमधु पिया; और चान्दी-सोने, पीतल, लोहे, काठ और पत्थर के देवता, जो न देखते न सुनते, न कुछ जानते हैं, उनकी तो स्तुति की, परन्तु परमेश्वर, जिसके हाथ में तेरा प्राण है, और जिसके वश में तेरा सब चलना फिरना है, उसका सन्मान तू ने नहीं किया॥
Deuteronomy 31:29
क्योंकि मुझे मालूम है कि मेरी मृत्यु के बाद तुम बिलकुल बिगड़ जाओगे, और जिस मार्ग में चलने की आज्ञा मैं ने तुम को सुनाई है उसको भी तुम छोड़ दोगे; और अन्त के दिनों में जब तुम वह काम करके जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, अपनी बनाई हुई वस्तुओं की पूजा करके उसको रिस दिलाओगे, तब तुम पर विपत्ति आ पड़ेगी॥
Revelation 16:8
और चौथे ने अपना कटोरा सूर्य पर उंडेल दिया, और उसे मनुष्यों को आग से झुलसा देने का अधिकार दिया गया।
Acts 7:41
उन दिनों में उन्होंने एक बछड़ा बनाकर, उस की मूरत के आगे बलि चढ़ाया; और अपने हाथों के कामों में मगन होने लगे।
Matthew 21:32
क्योंकि यूहन्ना धर्म के मार्ग से तुम्हारे पास आया, और तुम ने उस की प्रतीति न की: पर महसूल लेने वालों और वेश्याओं ने उस की प्रतीति की: और तुम यह देखकर पीछे भी न पछताए कि उस की प्रतीति कर लेते॥
Habakkuk 2:18
खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देख कर बनाने वाले ने उसे खोदा है? फिर झूठ सिखाने वाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देख कर ढालने वाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलने वाली और निकम्मी मूरत बनाए?
Jeremiah 51:17
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सोनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देने वाली हैं, और उनके कुछ भी सांस नहीं चलती।
Jeremiah 44:8
क्योंकि इस मिस्र देश में जहां तुम परदेशी हो कर रहने के लिये आए हो, तुम अपने कामों के द्वारा, अर्थात दूसरे देवताओं के लिये धूप जला कर मुझे रिस दिलाते हो जिस से तुम नाश हो जाओगे ओर पृथ्वी भर की सब जातियों के लोग तुम्हारी जाति की नामधराई करेंगे और तुम्हारी उपमा देकर शाप दिया करेंगे।
Jeremiah 25:6
और दूसरे देवताओं के पीछे हो कर उनकी उपासना और उन को दण्डवत मत करो, और न अपनी बनाई हुई वस्तुओं के द्वारा मुझे रिस दिलाओ; तब मैं तुम्हारी कुछ हानि न करूंगा।
Jeremiah 15:19
यह सुनकर यहोवा ने योंकहा, यदि तू फिरे, तो मैं फिर से तुझे अपने साम्हने खड़ा करूंगा। यदि तू अनमोल को कहे और निकम्मे को न कहे, तब तू मेरे मुख के समान होगा। वे लोग तेरी ओर फिरेंगे, परन्तु तू उनकी ओर न फिरना।
Acts 17:29
सो परमेश्वर का वंश होकर हमें यह समझना उचित नहीं, कि ईश्वरत्व, सोने या रूपे या पत्थर के समान है, जो मनुष्य की कारीगरी और कल्पना से गढ़े गए हों।
Acts 19:26
और तुम देखते और सुनते हो, कि केवल इफिसुस ही में नहीं, वरन प्राय: सारे आसिया में यह कह कहकर इस पौलुस ने बहुत लोगों को समझाया और भरमाया भी है, कि जो हाथ की कारीगरी है, वे ईश्वर नहीं।
Romans 1:21
इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहां तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया।
1 Corinthians 10:20
नहीं, वरन यह, कि अन्यजाति जो बलिदान करते हैं, वे परमेश्वर के लिये नहीं, परन्तु दुष्टात्माओं के लिये बलिदान करते हैं: और मैं नहीं चाहता, कि तुम दुष्टात्माओं के सहभागी हो।
2 Corinthians 12:21
और मेरा परमेश्वर कहीं मेरे फिर से तुम्हारे यहां आने पर मुझ पर दबाव डाले और मुझे बहुतों के लिये फिर शोक करना पड़े, जिन्हों ने पहिले पाप किया था, और उस गन्दे काम, और व्यभिचार, और लुचपन से, जो उन्होंने किया, मन नहीं फिराया॥
1 Timothy 4:1
परन्तु आत्मा स्पष्टता से कहता है, कि आने वाले समयों में कितने लोग भरमाने वाली आत्माओं, और दुष्टात्माओं की शिक्षाओं पर मन लगाकर विश्वास से बहक जाएंगे।
Revelation 2:21
मैं ने उस को मन फिराने के लिये अवसर दिया, पर वह अपने व्यभिचार से मन फिराना नहीं चाहती।
Revelation 9:21
और जो खून, और टोना, और व्यभिचार, और चोरियां, उन्होंने की थीं, उन से मन न फिराया॥
Jeremiah 10:14
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित हैं; अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण सब सुनारों की आशा टूटती है; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें झूठी हैं, और उन में सांस ही नहीं है।
Jeremiah 10:8
परन्तु वे पशु सरीखे निरे मूर्ख हैं; मूर्त्तियों से क्या शिक्षा? वे तो काठ ही हैं!
Deuteronomy 32:17
उन्होंने पिशाचों के लिये जो ईश्वर न थे बलि चढ़ाए, और उनके लिये वे अनजाने देवता थे, वे तो नये नये देवता थे जो थोड़े ही दिन से प्रकट हुए थे, और जिन से उनके पुरखा कभी डरे नहीं।
2 Kings 22:17
उन लोगों ने मुझे त्याग कर पराये देवताओं के लिये धूप जलाया और अपनी बनाई हुई सब वस्तुओं के द्वारा मुझे क्रोध दिलाया है, इस कारण मेरी जलजलाहट इस स्थान पर भड़केगी और फिर शांत न होगी।
2 Chronicles 28:22
और क्लेश के समय राजा आहाज ने यहोवा से और भी विश्वासघात किया।
2 Chronicles 34:25
उन लोगों ने मुझे त्याग कर पराये देवताओं के लिये धूप जलाया है और अपनी बनाईं हुई सब वस्तुओं के द्वारा मुझे रिस दिलाई है, इस कारण मेरी जलजलाहट इस स्थान पर भड़क उठी है, और शान्त न होगी।
Psalm 106:37
वरन उन्होंने अपने बेटे- बेटियों को पिशाचों के लिये बलिदान किया;
Psalm 115:4
उन लोगों की मूरतें सोने चान्दी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाईं हुई हैं।
Psalm 135:15
अन्यजातियों की मूरतें सोना- चान्दी ही हैं, वे मनुष्यों की बनाईं हुई हैं।
Isaiah 2:8
उनका देश मूरतों से भरा है; वे अपने हाथों की बनाईं हुई वस्तुओं को जिन्हें उन्हों ने अपनी उंगलियों से संवारा है, दण्डवत करते हैं।
Isaiah 40:19
मूरत! कारीगर ढालता है, सोनार उसको सोने से मढ़ता और उसके लिये चान्दी की सांकलें ढाल कर बनाता है।
Isaiah 41:7
बढ़ई सोनार को और हथौड़े से बराबर करने वाला निहाई पर मारने वाले को यह कहकर हियाव बन्धा रहा है, जोड़ तो अच्छी है, सो वह कील ठोंक ठोंककर उसको ऐसा दृढ़ करता है कि वह स्थिर रहे॥
Isaiah 42:17
जो लोग खुदी हुई मूरतों पर भरोसा रखते और ढली हुई मूरतों से कहते हैं कि तुम हमारे ईश्वर हो, उन को पीछे हटना और अत्यन्त लज्जित होना पड़ेगा॥
Isaiah 44:9
जो मूरत खोदकर बनाते हैं, वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूंढते उन से कुछ लाभ न होगा; उसके साक्षी, न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं, इसलिये उन को लज्जित होना पड़ेगा।
Isaiah 46:5
मैं तुम्हें उठाए रहूंगा और छुड़ाता भी रहूंगा॥ तुम किस से मेरी उपमा दोगे और मुझे किस के समान बताओगे, किस से मेरा मिलान करोगे कि हम एक समान ठहरें?
Jeremiah 1:16
और उनकी सारी बुराई के कारण मैं उन पर दण्ड की आज्ञा दूंगा; क्योंकि उन्होंने मुझे त्यागकर दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाया और अपनी बनाई हुई वस्तुओं को दण्डवत किया है।
Jeremiah 5:3
हे यहोवा, क्या तेरी दृष्टि सच्चाई पर नहीं है? तू ने उन को दु:ख दिया, परन्तु वे शोकित नहीं हुए; तू ने उन को नाश किया, परन्तु उन्होंने ताड़ना से भी नहीं माना। उन्होंने अपना मन चट्टान से भी अधिक कठोर किया है; उन्होंने पश्चात्ताप करने से इनकार किया है।
Jeremiah 8:4
तू उन से यह भी कह, यहोवा यों कहता है कि जब मनुष्य गिरते हैं तो क्या फिर नहीं उठते?
Jeremiah 10:3
क्योंकि देशों के लोगों की रीतियां तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है।
Leviticus 17:7
और वे जो बकरों के पूजक हो कर व्यभिचार करते हैं, वे फिर अपने बलिपशुओं को उनके लिये बलिदान न करें। तुम्हारी पीढिय़ों के लिये यह सदा की विधि होगी॥