Psalm 84:10
क्योंकि तेरे आंगनों में का एक दिन और कहीं के हजार दिन से उत्तम है। दुष्टों के डेरों में वास करने से अपने परमेश्वर के भवन की डेवढ़ी पर खड़ा रहना ही मुझे अधिक भावता है।
For | כִּ֤י | kî | kee |
a day | טֽוֹב | ṭôb | tove |
in thy courts | י֥וֹם | yôm | yome |
better is | בַּחֲצֵרֶ֗יךָ | baḥăṣērêkā | ba-huh-tsay-RAY-ha |
than a thousand. | מֵ֫אָ֥לֶף | mēʾālep | MAY-AH-lef |
I had rather | בָּחַ֗רְתִּי | bāḥartî | ba-HAHR-tee |
doorkeeper a be | הִ֭סְתּוֹפֵף | histôpēp | HEES-toh-fafe |
in the house | בְּבֵ֣ית | bĕbêt | beh-VATE |
of my God, | אֱלֹהַ֑י | ʾĕlōhay | ay-loh-HAI |
dwell to than | מִ֝דּ֗וּר | middûr | MEE-door |
in the tents | בְּאָהֳלֵי | bĕʾāhŏlê | beh-ah-hoh-LAY |
of wickedness. | רֶֽשַׁע׃ | rešaʿ | REH-sha |
Cross Reference
Psalm 27:4
एक वर मैं ने यहोवा से मांगा है, उसी के यत्न में लगा रहूंगा; कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊं, जिस से यहोवा की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूं, और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूं॥
Psalm 26:8
और तेरे सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करूं॥ हे यहोवा, मैं तेरे धाम से तेरी महिमा के निवास स्थान से प्रीति रखता हूं।
Psalm 63:2
इस प्रकार से मैं ने पवित्रास्थान में तुझ पर दृष्टि की, कि तेरी सामर्थ्य और महिमा को देखूं।
Psalm 141:4
मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे; मैं अनर्थकारी पुरूषों के संग, दुष्ट कामों में न लगूं, और मैं उनके स्वादिष्ट भोजन वस्तुओं में से कुछ न खाऊं!
Psalm 17:14
अपना हाथ बढ़ाकर हे यहोवा, मुझे मनुष्यों से बचा, अर्थात संसारी मनुष्यों से जिनका भाग इसी जीवन में है, और जिनका पेट तू अपने भण्डार से भरता है। वे बाल-बच्चों से सन्तुष्ट हैं; और शेष सम्पति अपने बच्चों के लिये छोड़ जाते हैं॥
Philippians 3:20
पर हमारा स्वदेश स्वर्ग पर है; और हम एक उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह के वहां से आने ही बाट जोह रहे हैं।
Romans 8:5
क्योंकि शरीरिक व्यक्ति शरीर की बातों पर मन लगाते हैं; परन्तु आध्यात्मिक आत्मा की बातों पर मन लगाते हैं।
Psalm 43:3
अपने प्रकाश और अपनी सच्चाई को भेज; वे मेरी अगुवाई करें, वे ही मुझ को तेरे पवित्र पर्वत पर और तेरे निवास स्थान में पहुंचाएँ!
Luke 2:46
और तीन दिन के बाद उन्होंने उसे मन्दिर में उपदेशकों के बीच में बैठे, उन की सुनते और उन से प्रश्न करते हुए पाया।
Psalm 84:1
हे सेनाओं के यहोवा, तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं!
James 2:3
और तुम उस सुन्दर वस्त्र वाले का मुंह देख कर कहो कि तू वहां अच्छी जगह बैठ; और उस कंगाल से कहो, कि तू यहां खड़ा रह, या मेरे पांव की पीढ़ी के पास बैठ।