Psalm 77:18
बवणडर में तेरे गरजने का शब्द सुन पड़ा था; जगत बिजली से प्रकाशित हुआ; पृथ्वी कांपी और हिल गई।
The voice | ק֤וֹל | qôl | kole |
of thy thunder | רַעַמְךָ֙׀ | raʿamkā | ra-am-HA |
heaven: the in was | בַּגַּלְגַּ֗ל | baggalgal | ba-ɡahl-ɡAHL |
lightnings the | הֵאִ֣ירוּ | hēʾîrû | hay-EE-roo |
lightened | בְרָקִ֣ים | bĕrāqîm | veh-ra-KEEM |
the world: | תֵּבֵ֑ל | tēbēl | tay-VALE |
the earth | רָגְזָ֖ה | rogzâ | roɡe-ZA |
trembled | וַתִּרְעַ֣שׁ | wattirʿaš | va-teer-ASH |
and shook. | הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |