Psalm 65:13 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 65 Psalm 65:13

Psalm 65:13
चराइयां भेड़- बकरियों से भरी हुई हैं; और तराइयां अन्न से ढंपी हुई हैं, वे जयजयकार करतीं और गाती भी हैं॥

Psalm 65:12Psalm 65

Psalm 65:13 in Other Translations

King James Version (KJV)
The pastures are clothed with flocks; the valleys also are covered over with corn; they shout for joy, they also sing.

American Standard Version (ASV)
The pastures are clothed with flocks; The valleys also are covered over with grain; They shout for joy, they also sing. Psalm 66 For the Chief Musician. A song, a Psalm.

Bible in Basic English (BBE)
The grass-land is thick with flocks; the valleys are full of grain; they give glad cries and songs of joy.

Darby English Bible (DBY)
The meadows are clothed with flocks, and the valleys are covered over with corn; they shout for joy, yea, they sing.

Webster's Bible (WBT)
They drop upon the pastures of the wilderness: and the little hills rejoice on every side.

World English Bible (WEB)
The pastures are covered with flocks. The valleys also are clothed with grain. They shout for joy! They also sing.

Young's Literal Translation (YLT)
Clothed have lambs the flock, And valleys are covered with corn, They shout -- yea, they sing!

The
pastures
לָבְשׁ֬וּlobšûlove-SHOO
are
clothed
כָרִ֨ים׀kārîmha-REEM
flocks;
with
הַצֹּ֗אןhaṣṣōnha-TSONE
the
valleys
וַעֲמָקִ֥יםwaʿămāqîmva-uh-ma-KEEM
over
covered
are
also
יַֽעַטְפוּyaʿaṭpûYA-at-foo
with
corn;
בָ֑רbārvahr
joy,
for
shout
they
יִ֝תְרוֹעֲע֗וּyitrôʿăʿûYEET-roh-uh-OO
they
also
אַףʾapaf
sing.
יָשִֽׁירוּ׃yāšîrûya-SHEE-roo

Cross Reference

Isaiah 55:12
क्योंकि तुम आनन्द के साथ निकलोगे, और शान्ति के साथ पहुंचाए जाओगे; तुम्हारे आगे आगे पहाड़ और पहाडिय़ां गला खोल कर जयजयकार करेंगी, और मैदान के सब वृक्ष आनन्द के मारे ताली बजाएंगे।

Isaiah 44:23
हे आकाश, ऊंचे स्वर से गा, क्योंकि यहोवा ने यह काम किया है; हे पृथ्वी के गहिरे स्थानों, जयजयकार करो; हे पहाड़ों, हे वन, हे वन के सब वृक्षों, गला खोल कर ऊंचे स्वर से गाओ! क्योंकि यहोवा ने याकूब को छुड़ा लिया है और इस्राएल में महिमावान होगा॥

Isaiah 35:1
जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे, मरूभूमि मगन हो कर केसर की नाईं फूलेगी;

Acts 14:17
तौभी उस ने अपने आप को बे-गवाह न छोड़ा; किन्तु वह भलाई करता रहा, और आकाश से वर्षा और फलवन्त ऋतु देकर, तुम्हारे मन को भोजन और आनन्द से भरता रहा।

Zechariah 9:17
उसका क्या ही कुशल, और क्या ही शोभा उसकी होगी! उसके जवान लोग अन्न खाकर, और कुमारियां नया दाखमधु पीकर हृष्टपुष्ट हो जाएंगी॥

Jeremiah 48:33
फलवाली बारियों से और मोआब के देश से आनन्द और मगन होना उठ गया है; मैं ने ऐसा किया कि दाखरस के कुण्डों में कुछ दाखमधु न रहा; लोग फिर ललकारते हुए दाख न रौंदेंगे; जो ललकार होने वाली है, वह अब नहीं होगी।

Isaiah 52:9
हे यरूशलेम के खण्डहरों, एक संग उमंग में आकर जयजयकार करो; क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है, उसने यरूशलेम को छुड़ा लिया है।

Isaiah 35:10
और यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएंगे; और उनके सिर पर सदा का आनन्द होगा; वे हर्ष और आनन्द पाएंगे और शोक और लम्बी सांस का लेना जाता रहेगा॥

Isaiah 30:23
और वह तुम्हारे लिये जल बरसाएगा कि तुम खेत में बीज बो सको, और भूमि की उपज भी उत्तम और बहुतायत से होगी। उस समय तुम्हारे जानवरों को लम्बी-चौड़ी चराई मिलेगी।

Psalm 144:13
जब हमारे खत्ते भरे रहें, और उन में भांति भांति का अन्न धरा जाए, और हमारी भेड़- बकरियां हमारे मैदानों में हजारों हजार बच्चे जनें;

Psalm 104:24
हे यहोवा तेरे काम अनगिनित हैं! इन सब वस्तुओं को तू ने बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी सम्पत्ति से परिपूर्ण है।

Psalm 98:7
समुद्र और उस में की सब वस्तुएं गरज उठें; जगत और उसके निवासी महाशब्द करें!

Psalm 96:11
आकाश आनन्द करे, और पृथ्वी मगन हो; समुद्र और उस में की सब वस्तुएं गरज उठें;

Psalm 72:16
देश में पहाड़ों की चोटियों पर बहुत सा अन्न होगा; जिसकी बालें लबानोन के देवदारों की नाईं झूमेंगी; और नगर के लोग घास की नाईं लहलहाएंगे।