Psalm 64:6
वे कुटिलता की युक्ति निकालते हैं; और कहते हैं, कि हम ने पक्की युक्ति खोजकर निकाली है। क्योंकि मनुष्य का मन और हृदय अथाह हैं!
Psalm 64:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
They search out iniquities; they accomplish a diligent search: both the inward thought of every one of them, and the heart, is deep.
American Standard Version (ASV)
They search out iniquities; We have accomplished, `say they', a diligent search: And the inward thought and the heart of every one is deep.
Bible in Basic English (BBE)
Or make discovery of our secret purpose? The design is framed with care; and the inner thought of a man, and his heart, is deep.
Darby English Bible (DBY)
They devise iniquities: We have it ready, the plan is diligently sought out. And each one's inward [thought] and heart is deep.
Webster's Bible (WBT)
They encourage themselves in an evil matter: they commune of laying snares privily; they say, Who will see them?
World English Bible (WEB)
They plot injustice, saying, "We have made a perfect plan!" Surely man's mind and heart are cunning.
Young's Literal Translation (YLT)
They search out perverse things, `We perfected a searching search,' And the inward part of man, and the heart `are' deep.
| They search out | יַֽחְפְּֽשׂוּ | yaḥpĕśû | YAHK-PEH-soo |
| iniquities; | עוֹלֹ֗ת | ʿôlōt | oh-LOTE |
| accomplish they | תַּ֭מְנוּ | tamnû | TAHM-noo |
| a diligent | חֵ֣פֶשׂ | ḥēpeś | HAY-fes |
| search: | מְחֻפָּ֑שׂ | mĕḥuppāś | meh-hoo-PAHS |
| inward the both | וְקֶ֥רֶב | wĕqereb | veh-KEH-rev |
| thought of every one | אִ֝֗ישׁ | ʾîš | eesh |
| heart, the and them, of | וְלֵ֣ב | wĕlēb | veh-LAVE |
| is deep. | עָמֹֽק׃ | ʿāmōq | ah-MOKE |
Cross Reference
1 Samuel 22:9
तब एदोमी दोएग ने, जो शाऊल के सेवकों के ऊपर ठहराया गया था, उत्तर देकर कहा, मैं ने तो यिशै के पुत्र को नोब में अहीतूब के पुत्र अहीमेलेक के पास आते देखा,
John 19:7
यहूदियों ने उस को उत्तर दिया, कि हमारी भी व्यवस्था है और उस व्यवस्था के अनुसार वह मारे जाने के योग्य है क्योंकि उस ने अपने आप को परमेश्वर का पुत्र बनाया।
John 18:29
तब पीलातुस उन के पास बाहर निकल आया और कहा, तुम इस मनुष्य पर किस बात की नालिश करते हो?
Matthew 26:59
महायाजक और सारी महासभा यीशु को मार डालने के लिये उसके विरोध में झूठी गवाही की खोज में थे।
Daniel 6:4
तब अध्यक्ष और अधिपति राजकार्य के विषय में दानिय्येल के विरुद्ध दोष ढूंढ़ने लगे; परन्तु वह विश्वासयोग्य था, और उसके काम में कोई भूल वा दोष न निकला, और वे ऐसा कोई अपराध वा दोष न पा सके।
Jeremiah 17:9
मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देने वाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है; उसका भेद कौन समझ सकता है?
Isaiah 29:15
हाय उन पर जो अपनी युक्ति को यहोवा से छिपाने का बड़ा यत्न करते, और अपने काम अन्धेरे में कर के कहते हैं, हम को कौन देखता है? हम को कौन जानता है?
Proverbs 20:5
मनुष्य के मन की युक्ति अथाह तो है, तौभी समझ वाला मनुष्य उस को निकाल लेता है।
Psalm 49:11
वे मन ही मन यह सोचते हैं, कि उनका घर सदा स्थिर रहेगा, और उनके निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे; इसलिये वे अपनी अपनी भूमि का नाम अपने अपने नाम पर रखते हैं।
Psalm 35:11
झूठे साक्षी खड़े होते हैं; और जो बात मैं नहीं जानता, वही मुझ से पूछते हैं।
Psalm 5:9
क्योंकि उनके मुंह में कोई सच्चाई नहीं; उनके मन में निरी दुष्टता है। उनका गला खुली हुई कब्र है, वे अपनी जीभ से चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं।
1 Samuel 25:10
नाबाल ने दाऊद के जनों को उत्तर देकर उन से कहा, दाऊद कौन है? यिशै का पुत्र कौन है? आज कल बहुत से दास अपने अपने स्वामी के पास से भाग जाते हैं।
1 Samuel 24:9
और दाऊद ने शाऊल से कहा, जो मनुष्य कहते हैं, कि दाऊद तेरी हानि चाहता है उनकी तू क्योंसुनता है?
1 Corinthians 4:5
सो जब तक प्रभु न आए, समय से पहिले किसी बात का न्याय न करो: वही तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की मतियों को प्रगट करेगा, तब परमेश्वर की ओर से हर एक की प्रशंसा होगी॥