Psalm 49:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 49 Psalm 49:6

Psalm 49:6
जो अपनी सम्पत्ति पर भरोसा रखते, और अपने धन की बहुतायत पर फूलते हैं,

Psalm 49:5Psalm 49Psalm 49:7

Psalm 49:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
They that trust in their wealth, and boast themselves in the multitude of their riches;

American Standard Version (ASV)
They that trust in their wealth, And boast themselves in the multitude of their riches;

Bible in Basic English (BBE)
Even of those whose faith is in their wealth, and whose hearts are lifted up because of their stores.

Darby English Bible (DBY)
They depend upon their wealth, and boast themselves in the abundance of their riches. ...

Webster's Bible (WBT)
Why should I fear in the days of evil, when the iniquity of my heels shall encompass me?

World English Bible (WEB)
Those who trust in their wealth, And boast in the multitude of their riches--

Young's Literal Translation (YLT)
Those trusting on their wealth, And in the multitude of their riches, Do shew themselves foolish.

They
that
trust
הַבֹּטְחִ֥יםhabbōṭĕḥîmha-boh-teh-HEEM
in
עַלʿalal
their
wealth,
חֵילָ֑םḥêlāmhay-LAHM
themselves
boast
and
וּבְרֹ֥בûbĕrōboo-veh-ROVE
in
the
multitude
עָ֝שְׁרָ֗םʿāšĕrāmAH-sheh-RAHM
of
their
riches;
יִתְהַלָּֽלוּ׃yithallālûyeet-ha-la-LOO

Cross Reference

Mark 10:24
चेले उस की बातों से अचम्भित हुए, इस पर यीशु ने फिर उन को उत्तर दिया, हे बाल को, जो धन पर भरोसा रखते हैं, उन के लिये परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!

Psalm 52:7
देखो, यह वही पुरूष है जिसने परमेश्वर को अपनी शरण नहीं माना, परन्तु अपने धन की बहुतायत पर भरोसा रखता था, और अपने को दुष्टता में दृढ़ करता रहा!

1 Timothy 6:17
इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है।

Luke 12:19
और वहां अपना सब अन्न और संपत्ति रखूंगा: और अपने प्राण से कहूंगा, कि प्राण, तेरे पास बहुत वर्षों के लिये बहुत संपत्ति रखी है; चैन कर, खा, पी, सुख से रह।

Hosea 12:8
एप्रैम कहता है, मैं धनी हो गया, मैं ने सम्पत्ति प्राप्त की है; मेरे किसी काम में ऐसा अधर्म नहीं पाया गया जिस से पाप लगे।

Ezekiel 28:4
तू ने अपनी बुद्धि और समझ के द्वारा धन प्राप्त किया, और अपने भण्डारों में सोना-चान्दी रखा है;

Jeremiah 9:23
यहोवा यों कहता है, बुद्धिमान अपनी बुद्धि पर घमण्ड न करे, न वीर अपनी वीरता पर, न धनी अपने धन पर घमण्ड करे;

Proverbs 23:5
क्या तू अपनी दृष्टि उस वस्तु पर लगाएगा, जो है ही नहीं? वह उकाब पक्षी की नाईं पंख लगा कर, नि:सन्देह आकाश की ओर उड़ जाता है।

Proverbs 11:28
जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है, परन्तु धर्मी लोग नये पत्ते की नाईं लहलहाते हैं।

Proverbs 10:15
धनी का धन उसका दृढ़ नगर है, परन्तु कंगाल लोग निर्धन होने के कारण विनाश होते हैं।

Psalm 62:10
अन्धेर करने पर भरोसा मत रखो, और लूट पाट करने पर मत फूलो; चाहे धन सम्पति बढ़े, तौभी उस पर मन न लगाना॥

Job 31:24
यदि मैं ने सोने का भरोसा किया होता, वा कुन्दन को अपना आसरा कहा होता,

Esther 5:11
तब हामान ने, उन से अपने धन का वैभव, और अपने लड़के-बालों की बढ़ती और राजा ने उसको कैसे कैसे बढ़ाया, और और सब हाकिमों और अपने और सब कर्मचारियों से ऊंचा पद दिया था, इन सब का वर्णन किया।