Psalm 36:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 36 Psalm 36:2

Psalm 36:2
वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है।

Psalm 36:1Psalm 36Psalm 36:3

Psalm 36:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
For he flattereth himself in his own eyes, until his iniquity be found to be hateful.

American Standard Version (ASV)
For he flattereth himself in his own eyes, That his iniquity will not be found out and be hated.

Bible in Basic English (BBE)
For he takes comfort in the thought that his sin will not be uncovered and hated.

Darby English Bible (DBY)
For he flattereth himself in his own eyes, [even] when his iniquity is found to be hateful.

Webster's Bible (WBT)
To the chief Musician, A Psalm of David the servant of the LORD. The transgression of the wicked saith within my heart, that there is no fear of God before his eyes.

World English Bible (WEB)
For he flatters himself in his own eyes, Too much to detect and hate his sin.

Young's Literal Translation (YLT)
For he made `it' smooth to himself in his eyes, To find his iniquity to be hated.

For
כִּֽיkee
he
flattereth
הֶחֱלִ֣יקheḥĕlîqheh-hay-LEEK

אֵלָ֣יוʾēlāyway-LAV
eyes,
own
his
in
himself
בְּעֵינָ֑יוbĕʿênāywbeh-ay-NAV
until
his
iniquity
לִמְצֹ֖אlimṣōʾleem-TSOH
found
be
עֲוֹנ֣וֹʿăwōnôuh-oh-NOH
to
be
hateful.
לִשְׂנֹֽא׃liśnōʾlees-NOH

Cross Reference

Psalm 49:18
चाहे वह जीते जी अपने आप को धन्य कहता रहे, (जब तू अपनी भलाई करता है, तब वे लोग तेरी प्रशंसा करते हैं)

Deuteronomy 29:19
और ऐसा मनुष्य इस शाप के वचन सुनकर अपने को आशीर्वाद के योग्य माने, और यह सोचे कि चाहे मैं अपने मन के हठ पर चलूं, और तृप्त हो कर प्यास को मिटा डालूं, तौभी मेरा कुशल होगा।

Psalm 10:3
क्योंकि दुष्ट अपनी अभिलाषा पर घमण्ड करता है, और लोभी परमेश्वर को त्याग देता है और उसका तिरस्कार करता है॥

Romans 10:3
क्योकि वे परमेश्वर की धामिर्कता से अनजान होकर, और अपनी धामिर्कता स्थापन करने का यत्न करके, परमेश्वर की धामिर्कता के आधीन न हुए।

Romans 7:9
मैं तो व्यवस्था बिना पहिले जीवित था, परन्तु जब आज्ञा आई, तो पाप जी गया, और मैं मर गया।

Romans 3:9
तो फिर क्या हुआ? क्या हम उन से अच्छे हैं? कभी नहीं; क्योंकि हम यहूदियों और यूनानियों दोनों पर यह दोष लगा चुके हैं कि वे सब के सब पाप के वश में हैं।

Luke 16:14
फरीसी जो लोभी थे, ये सब बातें सुन कर उसे ठट्ठों में उड़ाने लगे।

Luke 10:29
परन्तु उस ने अपनी तईं धर्मी ठहराने की इच्छा से यीशु से पूछा, तो मेरा पड़ोसी कौन है?

Hosea 12:7
वह व्योपारी है, और उसके हाथ में छल का तराजू है; अन्धेर करना ही उसको भाता है।

Jeremiah 17:9
मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देने वाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है; उसका भेद कौन समझ सकता है?

Jeremiah 2:34
तेरे घाघरे में निर्दोष और दरिद्र लोगों के लोहू का चिन्ह पाया जाता है; तू ने उन्हें सेंध लगाते नहीं पकड़ा। परन्तु इन सब के होते हुए भी तू कहती है, मैं निर्दोष हूं;

Jeremiah 2:23
तू क्योंकर कह सकती है कि मैं अशुद्ध नहीं, मैं बाल देवताओं के पीछे नहीं चली? तराई में की अपनी चाल देख और जान ले कि तू ने क्या किया है? तू वेग से चलने वाली और इधर उधर फिरने वाली सांड़नी है,

1 Chronicles 10:13
यों शाऊल उस विश्वासघात के कारण मर गया, जो उसने यहोवा से किया था; क्योंकि उसने यहोवा का वचन टाल दिया था, फिर उसने भूतसिद्धि करने वाली से पूछकर सम्मति ली थी।

1 Samuel 15:18
और यहोवा ने तुझे यात्रा करने की आज्ञा दी, और कहा, जा कर उन पापी अमालेकियों को सत्यानाश कर, और जब तक वे मिट न जाएं, तब तक उन से लड़ता रह।