Psalm 15:5 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 15 Psalm 15:5

Psalm 15:5
जो अपना रूपया ब्याज पर नहीं देता, और निर्दोष की हानि करने के लिये घूस नहीं लेता है। जो कोई ऐसी चाल चलता है वह कभी न डगमगाएगा॥

Psalm 15:4Psalm 15

Psalm 15:5 in Other Translations

King James Version (KJV)
He that putteth not out his money to usury, nor taketh reward against the innocent. He that doeth these things shall never be moved.

American Standard Version (ASV)
He that putteth not out his money to interest, Nor taketh reward against the innocent. He that doeth these things shall never be moved. Psalm 16 Michtam of David.

Bible in Basic English (BBE)
He who does not put out his money at interest, or for payment give false decisions against men who have done no wrong. He who does these things will never be moved.

Darby English Bible (DBY)
[He that] putteth not out his money to usury, nor taketh reward against the innocent. He that doeth these [things] shall never be moved.

Webster's Bible (WBT)
He that putteth not out his money to usury, nor taketh reward against the innocent. He that doeth these things shall never be moved.

World English Bible (WEB)
He who doesn't lend out his money for usury, Nor take a bribe against the innocent. He who does these things shall never be shaken.

Young's Literal Translation (YLT)
His silver he hath not given in usury, And a bribe against the innocent Hath not taken; Whoso is doing these is not moved to the age!

He
that
putteth
not
out
כַּסְפּ֤וֹ׀kaspôkahs-POH

לֹאlōʾloh
money
his
נָתַ֣ןnātanna-TAHN
to
usury,
בְּנֶשֶׁךְ֮bĕnešekbeh-neh-shek
nor
וְשֹׁ֥חַדwĕšōḥadveh-SHOH-hahd
taketh
עַלʿalal
reward
נָקִ֗יnāqîna-KEE
against
לֹ֥אlōʾloh
the
innocent.
לָ֫קָ֥חlāqāḥLA-KAHK
He
that
doeth
עֹֽשֵׂהʿōśēOH-say
these
אֵ֑לֶּהʾēlleA-leh
never
shall
things
לֹ֖אlōʾloh

יִמּ֣וֹטyimmôṭYEE-mote
be
moved.
לְעוֹלָֽם׃lĕʿôlāmleh-oh-LAHM

Cross Reference

Exodus 22:25
यदि तू मेरी प्रजा में से किसी दीन को जो तेरे पास रहता हो रूपए का ऋण दे, तो उससे महाजन की नाईं ब्याज न लेना।

Ezekiel 22:12
तुझ में हत्या करने के लिये उन्होंने घूस ली है, तू ने ब्याज और सूद लिया और अपने पड़ोसियों को पीस पीसकर अन्याय से लाभ उठाया; और मुझ को तू ने भुला दिया है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।

Ezekiel 18:8
न ब्याज पर रुपया दिया हो, न रुपए की बढ़ती ली हो, और अपना हाथ कुटिल काम से रोका हो, मनुष्य के बीच सच्चाई से न्याय किया हो,

Deuteronomy 16:19
तुम न्याय न बिगाड़ना; तू न तो पक्षपात करना; और न तो घूस लेना, क्योंकि घूस बुद्धिमान की आंखें अन्धी कर देती है, और धर्मियों की बातें पलट देती है।

Exodus 23:7
झूठे मुकद्दमे से दूर रहना, और निर्दोष और धर्मी को घात न करना, क्योंकि मैं दुष्ट को निर्दोष न ठहराऊंगा।

Leviticus 25:35
फिर यदि तेरा कोई भाईबन्धु कंगाल हो जाए, और उसकी दशा तेरे साम्हने तरस योग्य हो जाए, तो तू उसको संभालना; वह परदेशी वा यात्री की नाईं तेरे संग रहे।

Deuteronomy 23:19
अपने किसी भाई को ब्याज पर ऋण न देना, चाहे रूपया हो, चाहे भोजन-वस्तु हो, चाहे कोई वस्तु हो जो ब्याज पर दी जाति है, उसे ब्याज न देना।

Matthew 26:15
यदि मैं उसे तुम्हारे हाथ पकड़वा दूं, तो मुझे क्या दोगे? उन्होंने उसे तीस चान्दी के सिक्के तौलकर दे दिए।

John 13:17
तुम तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धन्य हो।

James 1:22
परन्तु वचन पर चलने वाले बनो, और केवल सुनने वाले ही नहीं जो अपने आप को धोखा देते हैं।

2 Peter 1:10
इस कारण हे भाइयों, अपने बुलाए जाने, और चुन लिये जाने को सिद्ध करने का भली भांति यत्न करते जाओ, क्योंकि यदि ऐसा करोगे, तो कभी भी ठोकर न खाओगे।

Matthew 27:3
जब उसके पकड़वाने वाले यहूदा ने देखा कि वह दोषी ठहराया गया है तो वह पछताया और वे तीस चान्दी के सिक्के महायाजकों और पुरनियों के पास फेर लाया।

Matthew 7:21
जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।

Nehemiah 5:7
तब अपने मन में सोच विचार कर के मैं ने रईसों और हाकिमों को घुड़क कर कहा, तुम अपने अपने भाई से ब्याज लेते हो। तब मैं ने उनके विरुद्ध एक बड़ी सभा की।

Psalm 16:8
मैं ने यहोवा को निरन्तर अपने सम्मुख रखा है: इसलिये कि वह मेरे दाहिने हाथ रहता है मैं कभी न डगमगाऊंगा॥

Psalm 55:22
अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा॥

Psalm 106:3
क्या ही धन्य हैं वे जो न्याय पर चलते, और हर समय धर्म के काम करते हैं!

Psalm 112:6
वह तो सदा तक अटल रहेगा; धर्मी का स्मरण सदा तक बना रहेगा।

Proverbs 12:3
कोई मनुष्य दुष्टता के कारण स्थिर नहीं होता, परन्तु धर्मियों की जड़ उखड़ने की नहीं।

Isaiah 33:15
जो धर्म से चलता और सीधी बातें बोलता; जो अन्धेर के लाभ से घृणा करता, जो घूस नहीं लेता; जो खून की बात सुनने से कान बन्द करता, और बुराई देखने से आंख मूंद लेता है। वही ऊंचे स्थानों में निवास करेगा।

Ezekiel 18:17
दीन जन की हानि करने से हाथ रोका हो, ब्याज और बढ़ती न ली हो, मेरे नियमों को माना हो, और मेरी विधियों पर चला हो, तो वह अपने पिता के अधर्म के कारण न मरेगा, वरन जीवित ही रहेगा।

Ezekiel 18:27
फिर जब दुष्ट अपने दुष्ट कामों से फिर कर, न्याय और धर्म के काम करने लगे, तो वह अपना प्राण बचाएगा।

Micah 7:3
वे अपने दोनों हाथों से मन लगा कर बुराई करते हैं; हाकिम घूस मांगता, और न्यायी घूस लेने को तैयार रहता है, और रईस अपने मन की दुष्टता वर्णन करता है; इसी प्रकार से वे सब मिल कर जालसाजी करते हैं।

Nehemiah 5:2
कितने तो कहते थे, हम अपने बेटे-बेटियों समेत बहुत प्राणी हैं, इसलिये हमें अन्न मिलना चाहिये कि उसे खाकर जीवित रहें।