Psalm 106:7
मिस्त्र में हमारे पुरखाओं ने तेरे आश्चर्यकर्मों पर मन नहीं लगाया, न तेरी अपार करूणा को स्मरण रखा; उन्होंने समुद्र के तीर पर, अर्थात लाल समुद्र के तीर पर बलवा किया।
Our fathers | אֲב֘וֹתֵ֤ינוּ | ʾăbôtênû | uh-VOH-TAY-noo |
understood | בְמִצְרַ֨יִם׀ | bĕmiṣrayim | veh-meets-RA-yeem |
not | לֹא | lōʾ | loh |
thy wonders | הִשְׂכִּ֬ילוּ | hiśkîlû | hees-KEE-loo |
Egypt; in | נִפְלְאוֹתֶ֗יךָ | niplĕʾôtêkā | neef-leh-oh-TAY-ha |
they remembered | לֹ֣א | lōʾ | loh |
not | זָ֭כְרוּ | zākĕrû | ZA-heh-roo |
אֶת | ʾet | et | |
the multitude | רֹ֣ב | rōb | rove |
mercies; thy of | חֲסָדֶ֑יךָ | ḥăsādêkā | huh-sa-DAY-ha |
but provoked | וַיַּמְר֖וּ | wayyamrû | va-yahm-ROO |
him at | עַל | ʿal | al |
sea, the | יָ֣ם | yām | yahm |
even at the Red | בְּיַם | bĕyam | beh-YAHM |
sea. | סֽוּף׃ | sûp | soof |