Psalm 104:14
तू पशुओं के लिये घास, और मनुष्यों के काम के लिये अन्न आदि उपजाता है, और इस रीति भूमि से वह भोजन- वस्तुएं उत्पन्न करता है,
Psalm 104:14 in Other Translations
King James Version (KJV)
He causeth the grass to grow for the cattle, and herb for the service of man: that he may bring forth food out of the earth;
American Standard Version (ASV)
He causeth the grass to grow for the cattle, And herb for the service of man; That he may bring forth food out of the earth,
Bible in Basic English (BBE)
He makes the grass come up for the cattle, and plants for the use of man; so that bread may come out of the earth;
Darby English Bible (DBY)
He maketh the grass to grow for the cattle, and herb for the service of man; bringing forth bread out of the earth,
World English Bible (WEB)
He causes the grass to grow for the cattle, And plants for man to cultivate, That he may bring forth food out of the earth:
Young's Literal Translation (YLT)
Causing grass to spring up for cattle, And herb for the service of man, To bring forth bread from the earth,
| He causeth the grass | מַצְמִ֤יחַ | maṣmîaḥ | mahts-MEE-ak |
| to grow | חָצִ֨יר׀ | ḥāṣîr | ha-TSEER |
| cattle, the for | לַבְּהֵמָ֗ה | labbĕhēmâ | la-beh-hay-MA |
| and herb | וְ֭עֵשֶׂב | wĕʿēśeb | VEH-ay-sev |
| service the for | לַעֲבֹדַ֣ת | laʿăbōdat | la-uh-voh-DAHT |
| of man: | הָאָדָ֑ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
| forth bring may he that | לְה֥וֹצִיא | lĕhôṣîʾ | leh-HOH-tsee |
| food | לֶ֝֗חֶם | leḥem | LEH-hem |
| out of | מִן | min | meen |
| the earth; | הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
Cross Reference
Job 28:5
यह भूमि जो है, इस से रोटी तो मिलती है, परन्तु उसके नीचे के स्थान मानो आग से उलट दिए जाते हैं।
Psalm 147:8
वह आकाश को मेघों से छा देता है, और पृथ्वी के लिये मेंह की तैयारी करता है, और पहाड़ों पर घास उगाता है।
Psalm 136:25
वह सब प्राणियों को आहार देता है, उसकी करूणा सदा की है।
Genesis 9:3
सब चलने वाले जन्तु तुम्हारा आहार होंगे; जैसा तुम को हरे हरे छोटे पेड़ दिए थे, वैसा ही अब सब कुछ देता हूं।
Genesis 3:18
और वह तेरे लिये कांटे और ऊंटकटारे उगाएगी, और तू खेत की उपज खाएगा ;
1 Corinthians 3:7
इसलिये न तो लगाने वाला कुछ है, और न सींचने वाला, परन्तु परमेश्वर जो बढ़ाने वाला है।
Joel 2:22
हे मैदान के पशुओं, मत डरो, क्योंकि जंगल में चराई उगेगी, और वृक्ष फलने लगेंगे; अंजीर का वृक्ष और दाखलता अपना अपना बल दिखाने लगेंगी।
Jeremiah 14:5
हरिणी भी मैदान में बच्चा जन कर छोड़ जाती है क्योंकि हरी घास नहीं मिलती।
Psalm 145:15
सभों की आंखें तेरी ओर लगी रहती हैं, और तू उन को आहार समय पर देता है।
Job 38:27
उजाड़ ही उजाड़ देश को सींचे, और हरी घास उगाए?
1 Kings 18:5
और अहाब ने ओबद्याह से कहा, कि देश में जल के सब सोतों और सब नदियों के पास जा, कदाचित इतनी घास मिले कि हम घोड़ों और खच्चरों को जीवित बचा सकें,
Genesis 4:12
चाहे तू भूमि पर खेती करे, तौभी उसकी पूरी उपज फिर तुझे न मिलेगी, और तू पृथ्वी पर बहेतू और भगोड़ा होगा।
Genesis 2:9
और यहोवा परमेश्वर ने भूमि से सब भांति के वृक्ष, जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं उगाए, और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ञान के वृक्ष को भी लगाया।
Genesis 2:5
तब मैदान का कोई पौधा भूमि पर न था, और न मैदान का कोई छोटा पेड़ उगा था, क्योंकि यहोवा परमेश्वर ने पृथ्वी पर जल नहीं बरसाया था, और भूमि पर खेती करने के लिये मनुष्य भी नहीं था;
Genesis 1:29
फिर परमेश्वर ने उन से कहा, सुनो, जितने बीज वाले छोटे छोटे पेड़ सारी पृथ्वी के ऊपर हैं और जितने वृक्षों में बीज वाले फल होते हैं, वे सब मैं ने तुम को दिए हैं; वे तुम्हारे भोजन के लिये हैं:
Genesis 1:11
फिर परमेश्वर ने कहा, पृथ्वी से हरी घास, तथा बीज वाले छोटे छोटे पेड़, और फलदाई वृक्ष भी जिनके बीज उन्ही में एक एक की जाति के अनुसार होते हैं पृथ्वी पर उगें; और वैसा ही हो गया।