Numbers 4:47
अर्थात तीस वर्ष से ले कर पचास वर्ष तक की अवस्था वाले, जितने मिलापवाले तम्बू की सेवकाई करने का बोझ उठाने का काम करने को हाजिर होने वाले थे,
From thirty | מִבֶּ֨ן | mibben | mee-BEN |
years | שְׁלֹשִׁ֤ים | šĕlōšîm | sheh-loh-SHEEM |
old | שָׁנָה֙ | šānāh | sha-NA |
and upward | וָמַ֔עְלָה | wāmaʿlâ | va-MA-la |
even unto | וְעַ֖ד | wĕʿad | veh-AD |
fifty | בֶּן | ben | ben |
years | חֲמִשִּׁ֣ים | ḥămiššîm | huh-mee-SHEEM |
old, | שָׁנָ֑ה | šānâ | sha-NA |
every one | כָּל | kāl | kahl |
that came | הַבָּ֗א | habbāʾ | ha-BA |
to do | לַֽעֲבֹ֨ד | laʿăbōd | la-uh-VODE |
service the | עֲבֹדַ֧ת | ʿăbōdat | uh-voh-DAHT |
of the ministry, | עֲבֹדָ֛ה | ʿăbōdâ | uh-voh-DA |
and the service | וַֽעֲבֹדַ֥ת | waʿăbōdat | va-uh-voh-DAHT |
burden the of | מַשָּׂ֖א | maśśāʾ | ma-SA |
in the tabernacle | בְּאֹ֥הֶל | bĕʾōhel | beh-OH-hel |
of the congregation, | מוֹעֵֽד׃ | môʿēd | moh-ADE |
Cross Reference
Numbers 4:3
अर्थात तीस वर्ष से ले कर पचास वर्ष तक की अवस्था वालों की सेना में, जितने मिलापवाले तम्बू में कामकाज करने को भरती हैं।
Numbers 4:15
और जब हारून और उसके पुत्र छावनी के कूच के समय पवित्रस्थान और उसके सारे सामान को ढ़ांप चुकें, तब उसके बाद कहाती उसके उठाने के लिये आएं, पर किसी पवित्र वस्तु को न छुएं, कहीं ऐसा न हो कि मर जाएं। कहातियों के उठाने के लिये मिलापवाले तम्बू की ये ही वस्तुएं हैं।
Numbers 4:23
तीस वर्ष से ले कर पचास वर्ष तक की अवस्था वाले, जितने मिलापवाले तम्बू में सेवा करने को सेना में भरती हों उन सभों को गिन ले।
Numbers 4:30
तीस वर्ष से ले कर पचास वर्ष तक की अवस्था वाले, जितने मिलापवाले तम्बू की सेवा करने को सेना में भरती हों, उन सभों को गिन ले।
Numbers 4:37
कहातियों के कुलों में से जितने मिलापवाले तम्बू में सेवा करने वाले गिने गए वे इतने ही थे; जो आज्ञा यहोवा ने मूसा के द्वारा दी थी उसी के अनुसार मूसा और हारून ने इन को गिन लिया॥
1 Chronicles 23:3
और जितने लेवीय तीस वर्ष के और उस से अधिक अवस्था के थे, वे गिने एए, और एक एक पुरुष के गिनने से उनकी गिनती अड़तीस हजार हुई।
1 Chronicles 23:27
क्योंकि दाऊद की पिछली आज्ञाओं के अनुसार बीस वर्ष वा उस से अधिक अवस्था के लेवीय गिने गए।
Romans 12:6
और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे।
1 Corinthians 12:4
वरदान तो कई प्रकार के हैं, परन्तु आत्मा एक ही है।