Numbers 29:7 in Hindi

Hindi Hindi Bible Numbers Numbers 29 Numbers 29:7

Numbers 29:7
फिर उसी सातवें महीने के दसवें दिन को तुम्हारी पवित्र सभा हो; तुम अपने अपने प्राण को दु:ख देना, और किसी प्रकार का कामकाज न करना;

Numbers 29:6Numbers 29Numbers 29:8

Numbers 29:7 in Other Translations

King James Version (KJV)
And ye shall have on the tenth day of this seventh month an holy convocation; and ye shall afflict your souls: ye shall not do any work therein:

American Standard Version (ASV)
And on the tenth day of this seventh month ye shall have a holy convocation; and ye shall afflict your souls: ye shall do no manner of work;

Bible in Basic English (BBE)
And on the tenth day of this seventh month there will be a holy meeting; keep yourselves from pleasure, and do no sort of work;

Darby English Bible (DBY)
And on the tenth of this seventh month ye shall have a holy convocation; and ye shall afflict your souls; no manner of work shall ye do.

Webster's Bible (WBT)
And ye shall have on the tenth day of this seventh month a holy convocation; and ye shall afflict your souls: in it ye shall not do any work.

World English Bible (WEB)
On the tenth day of this seventh month you shall have a holy convocation; and you shall afflict your souls: you shall do no manner of work;

Young's Literal Translation (YLT)
`And on the tenth of this seventh month a holy convocation ye have, and ye have humbled your souls; ye do no work;

And
ye
shall
have
וּבֶֽעָשׂוֹר֩ûbeʿāśôroo-veh-ah-SORE
on
the
tenth
לַחֹ֨דֶשׁlaḥōdešla-HOH-desh
this
of
day
הַשְּׁבִיעִ֜יhaššĕbîʿîha-sheh-vee-EE
seventh
הַזֶּ֗הhazzeha-ZEH
month
מִֽקְרָאmiqĕrāʾMEE-keh-ra
an
holy
קֹ֙דֶשׁ֙qōdešKOH-DESH
convocation;
יִֽהְיֶ֣הyihĕyeyee-heh-YEH
and
ye
shall
afflict
לָכֶ֔םlākemla-HEM

וְעִנִּיתֶ֖םwĕʿinnîtemveh-ee-nee-TEM
your
souls:
אֶתʾetet
not
shall
ye
נַפְשֹֽׁתֵיכֶ֑םnapšōtêkemnahf-shoh-tay-HEM
do
כָּלkālkahl
any
מְלָאכָ֖הmĕlāʾkâmeh-la-HA
work
לֹ֥אlōʾloh
therein:
תַֽעֲשֽׂוּ׃taʿăśûTA-uh-SOO

Cross Reference

Acts 27:9
जब बहुत दिन बीत गए, और जल यात्रा में जोखिम इसलिये होती थी कि उपवास के दिन अब बीत चुके थे, तो पौलुस ने उन्हें यह कहकर समझाया।

Psalm 35:13
जब वे रोगी थे तब तो मैं टाट पहिने रहा, और उपवास कर करके दु:ख उठाता रहा; और मेरी प्रार्थना का फल मेरी गोद में लौट आया।

Leviticus 16:29
और तुम लोगों के लिये यह सदा की विधि होगी कि सातवें महीने के दसवें दिन को तुम अपने अपने जीव को दु:ख देना, और उस दिन कोई, चाहे वह तुम्हारे निज देश को हो चाहे तुम्हारे बीच रहने वाला कोई पर देशी हो, कोई भी किसी प्रकार का काम काज न करे;

James 4:8
परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा: हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्ते लोगों अपने हृदय को पवित्र करो।

2 Corinthians 7:9
अब मैं आनन्दित हूं पर इसलिये नहीं कि तुम को शोक पहुंचा वरन इसलिये कि तुम ने उस शोक के कारण मन फिराया, क्योंकि तुम्हारा शोक परमेश्वर की इच्छा के अनुसार था, कि हमारी ओर से तुम्हें किसी बात में हानि न पहुंचे।

1 Corinthians 9:27
परन्तु मैं अपनी देह को मारता कूटता, और वश में लाता हूं; ऐसा न हो कि औरों को प्रचार करके, मैं आप ही किसी रीति से निकम्मा ठहरूं॥

Romans 6:6
क्योंकि हम जानते हैं कि हमारा पुराना मनुष्यत्व उसके साथ क्रूस पर चढ़ाया गया, ताकि पाप का शरीर व्यर्थ हो जाए, ताकि हम आगे को पाप के दासत्व में न रहें।

Luke 13:5
मैं तुम से कहता हूं, कि नहीं; परन्तु यदि तुम मन न फिराओगे तो तुम भी सब इसी रीति से नाश होगे।

Luke 13:3
मैं तुम से कहता हूं, कि नहीं; परन्तु यदि तुम मन न फिराओगे तो तुम सब भी इसी रीति से नाश होगे।

Matthew 5:4
धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं, क्योंकि वे शांति पाएंगे।

Zechariah 12:10
और मैं दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों पर अपना अनुग्रह करने वाली और प्रार्थना सिखाने वाली आत्मा उण्डेलूंगा, तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात जिसे उन्होंने बेधा है, और उसके लिये ऐसे रोएंगे जैसे एकलौते पुत्र के लिये रोते-पीटते हैं, और ऐसा भारी शोक करेंगे, जैसा पहिलौठे के लिये करते हैं।

Zechariah 7:3
और सेनाओं के यहोवा के भवन के याजकों से और भविष्यद्वक्ताओं से भी यह पूछें, क्या हमें उपवास कर के रोना चाहिये जैसे कि कितने वर्षों से हम पांचवें महीने में करते आए हैं?

Isaiah 58:3
वे कहते हैं, क्या कारएा है कि हम ने तो उपवास रखा, परन्तु तू ने इसकी सुधि नहीं ली? हम ने दु:ख उठाया, परन्तु तू ने कुछ ध्यान नहीं दिया? सुनो, उपवास के दिन तुम अपनी ही इच्छा पूरी करते हो और अपने सेवकों से कठिन कामों को कराते हो।

Isaiah 22:12
उस समय सेनाओं के प्रभु यहोवा ने रोने-पीटने, सिर मुंडाने और टाट पहिनने के लिये कहा था;

Psalm 126:5
जो आंसू बहाते हुए बोते हैं, वे जयजयकार करते हुए लवने पाएंगे।

Ezra 8:21
तब मैं ने वहां अर्थात अहवा नदी के तीर पर उपवास का प्रचार इस आशय से किया, कि हम परमेश्वर के साम्हने दीन हों; और उस से अपने और अपने बाल-बच्चों और अपनी समस्त सम्पत्ति के लिये सरल यात्रा मांगें।

Leviticus 23:26
फिर यहोवा ने मूसा से कहा,