Micah 7:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Micah Micah 7 Micah 7:2

Micah 7:2
भक्त लोग पृथ्वी पर से नाश हो गए हैं, और मनुष्यों में एक भी सीधा नहीं जन नहीं रहा; वे सब के सब हत्या के लिये घात लगाते, और जाल लगा कर अपने अपने भाई का आहेर करते हैं।

Micah 7:1Micah 7Micah 7:3

Micah 7:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
The good man is perished out of the earth: and there is none upright among men: they all lie in wait for blood; they hunt every man his brother with a net.

American Standard Version (ASV)
The godly man is perished out of the earth, and there is none upright among men: they all lie in wait for blood; they hunt every man his brother with a net.

Bible in Basic English (BBE)
The good man is gone from the earth, there is no one upright among men: they are all waiting secretly for blood, every man is going after his brother with a net.

Darby English Bible (DBY)
The godly [man] hath perished out of the land, and there is none upright among men: they all lie in wait for blood, they hunt every man his brother with a net.

World English Bible (WEB)
The godly man has perished out of the earth, And there is no one upright among men. They all lie in wait for blood; Every man hunts his brother with a net.

Young's Literal Translation (YLT)
Perished hath the kind out of the land, And upright among men -- there are none, All of them for blood lie in wait, Each his brother they hunt `with' a net.

The
good
אָבַ֤דʾābadah-VAHD
man
is
perished
חָסִיד֙ḥāsîdha-SEED
out
of
מִןminmeen
earth:
the
הָאָ֔רֶץhāʾāreṣha-AH-rets
and
there
is
none
וְיָשָׁ֥רwĕyāšārveh-ya-SHAHR
upright
בָּאָדָ֖םbāʾādāmba-ah-DAHM
among
men:
אָ֑יִןʾāyinAH-yeen
all
they
כֻּלָּם֙kullāmkoo-LAHM
lie
in
wait
לְדָמִ֣יםlĕdāmîmleh-da-MEEM
for
blood;
יֶאֱרֹ֔בוּyeʾĕrōbûyeh-ay-ROH-voo
they
hunt
אִ֥ישׁʾîšeesh
man
every
אֶתʾetet

אָחִ֖יהוּʾāḥîhûah-HEE-hoo
his
brother
יָצ֥וּדוּyāṣûdûya-TSOO-doo
with
a
net.
חֵֽרֶם׃ḥēremHAY-rem

Cross Reference

Psalm 12:1
.हे परमेश्वर बचा ले, क्योंकि एक भी भक्त नहीं रहा; मनुष्यों में से विश्वास योग्य लोग मर मिटे हैं।

Jeremiah 5:26
मेरी प्रजा में दुष्ट लोग पाए जाते हैं; जैसे चिड़ीमार ताक में रहते हैं, वैसे ही वे भी घात लगाए रहते हैं। वे फन्दा लगाकर मनुष्यों को अपने वश में कर लेते हैं।

Isaiah 57:1
धर्मी जन नाश होता है, और कोई इस बात की चिन्ता नहीं करता; भक्त मनुष्य उठा लिए जाते हैं, परन्तु कोई नहीं सोचता। धर्मी जन इसलिये उठा लिया गया कि आने वाली आपत्ति से बच जाए,

Isaiah 59:7
वे बुराई करने को दौड़ते हैं, और निर्दोष की हत्या करने को तत्पर रहते हैं; उनकी युक्तियां व्यर्थ हैं, उजाड़ और विनाश ही उनके मार्गों में हैं।

Proverbs 1:11
यदि वे कहें, हमारे संग चल कि, हम हत्या करने के लिये घात लगाएं हम निर्दोषों की ताक में रहें;

Psalm 14:1
मूर्ख ने अपने मन में कहा है, कोई परमेश्वर है ही नहीं। वे बिगड़ गए, उन्होंने घिनौने काम किए हैं, कोई सुकर्मी नहीं।

Romans 3:10
जैसा लिखा है, कि कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं।

Habakkuk 1:15
वह उन सब मनुष्यों को बन्सी से पकड़ कर उठा लेता और जाल में घसीटता और महाजाल में फंसा लेता है; इस कारण वह आनन्दित और मगन है।

Micah 3:10
तुम सिय्योन को हत्या कर के और यरूशलेम को कुटिलता कर के दृढ़ करते हो।

Lamentations 4:18
लोग हमारे पीछे ऐसे पड़े कि हम अपने नगर के चौकों में भी नहीं चल सके; हमारा अन्त निकट आया; हमारी आयु पूरी हुई; क्योंकि हमारा अन्त आ गया था।

Jeremiah 16:16
देखो, यहोवा की यह वाणी है कि मैं बहुत से मछुओं को बुलवा भेजूंगा कि वे इन लोगों को पकड़ लें, और, फिर मैं बहुत से बहेलियों को बुलवा भेजूंगा कि वे इन को अहेर कर के सब पहाड़ों और पहाडिय़ों पर से और चट्टानों की दरारों में से निकालें।

Jeremiah 5:16
उनका तर्कश खुली क़ब्र है और वे सब के सब शूरवीर हैं।

Proverbs 12:6
दुष्टों की बातचीत हत्या करने के लिये घात लगाने के विषय में होती है, परन्तु सीधे लोग अपने मुंह की बात के द्वारा छुड़ाने वाले होते हैं।

Psalm 57:6
उन्होंने मेरे पैरों के लिये जाल लगाया है; मेरा प्राण ढला जाता है। उन्होंने मेरे आगे गड़हा खोदा, परन्तु आप ही उस में गिर पड़े॥

1 Samuel 26:20
इसलिये अब मेरा लोहू यहोवा की आखों की ओट में भूमि पर न बहने पाए; इस्राएल का राजा तो एक पिस्सू ढूंढ़ने आया है, जैसा कि कोई पहाड़ों पर तीतर का अहेर करे।

1 Samuel 24:11
फिर, हे मेरे पिता, देख, अपने बागे की छोर मेरे हाथ में देख; मैं ने तेरे बागे की छोर तो काट ली, परन्तु तुझे घात न किया; इस से निश्चय करके जान ले, कि मेरे मन में कोई बुराई वा अपराध का सोच नहीं है। और मैं ने तेरा कुछ अपराध नहीं किया, परन्तु तू मेरे प्राण लेने को मानो उसका अहेर करता रहता है।