Micah 4:2
और बहुत जातियों के लोग जाएंगे, और आपस में कहेंगे, आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
And many | וְֽהָלְכ֞וּ | wĕholkû | veh-hole-HOO |
nations | גּוֹיִ֣ם | gôyim | ɡoh-YEEM |
shall come, | רַבִּ֗ים | rabbîm | ra-BEEM |
and say, | וְאָֽמְרוּ֙ | wĕʾāmĕrû | veh-ah-meh-ROO |
Come, | לְכ֣וּ׀ | lĕkû | leh-HOO |
and let us go up | וְנַעֲלֶ֣ה | wĕnaʿăle | veh-na-uh-LEH |
to | אֶל | ʾel | el |
mountain the | הַר | har | hahr |
of the Lord, | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
and to | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
house the | בֵּית֙ | bêt | bate |
of the God | אֱלֹהֵ֣י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
of Jacob; | יַעֲקֹ֔ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
teach will he and | וְיוֹרֵ֙נוּ֙ | wĕyôrēnû | veh-yoh-RAY-NOO |
us of his ways, | מִדְּרָכָ֔יו | middĕrākāyw | mee-deh-ra-HAV |
walk will we and | וְנֵלְכָ֖ה | wĕnēlĕkâ | veh-nay-leh-HA |
in his paths: | בְּאֹֽרְחֹתָ֑יו | bĕʾōrĕḥōtāyw | beh-oh-reh-hoh-TAV |
for | כִּ֤י | kî | kee |
law the | מִצִּיּוֹן֙ | miṣṣiyyôn | mee-tsee-YONE |
shall go forth | תֵּצֵ֣א | tēṣēʾ | tay-TSAY |
of Zion, | תוֹרָ֔ה | tôrâ | toh-RA |
word the and | וּדְבַר | ûdĕbar | oo-deh-VAHR |
of the Lord | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
from Jerusalem. | מִירוּשָׁלִָֽם׃ | mîrûšāloim | mee-roo-sha-loh-EEM |