Matthew 25:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Matthew Matthew 25 Matthew 25:2

Matthew 25:2
उन में पांच मूर्ख और पांच समझदार थीं।

Matthew 25:1Matthew 25Matthew 25:3

Matthew 25:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
And five of them were wise, and five were foolish.

American Standard Version (ASV)
And five of them were foolish, and five were wise.

Bible in Basic English (BBE)
And five of them were foolish, and five were wise.

Darby English Bible (DBY)
And five of them were prudent and five foolish.

World English Bible (WEB)
Five of them were foolish, and five were wise.

Young's Literal Translation (YLT)
and five of them were prudent, and five foolish;

And
πέντεpentePANE-tay
five
δὲdethay
of
ἦσανēsanA-sahn
them
ἐξexayks
were
αὐτῶνautōnaf-TONE
wise,
φρόνιμοιphronimoiFROH-nee-moo
and
καὶkaikay

αἱhaiay
five
πέντεpentePANE-tay
were
foolish.
μωραὶmōraimoh-RAY

Cross Reference

Jeremiah 24:2
एक टोकरे में तो पहिले से पके अच्छे अच्छे अंजीर थे, और दूसरे टोकरे में बहुत निकम्मे अंजीर थे, वरन वे ऐसे निकम्मे थे कि खाने के योग्य भी न थे।

Matthew 7:24
इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिस ने अपना घर चट्टान पर बनाया।

Jude 1:5
पर यद्यपि तुम सब बात एक बार जान चुके हो, तौभी मैं तुम्हें इस बात की सुधि दिलाना चाहता हूं, कि प्रभु ने एक कुल को मिस्र देश से छुड़ाने के बाद विश्वास न लाने वालों को नाश कर दिया।

1 John 2:19
वे निकले तो हम ही में से, पर हम में के थे नहीं; क्योंकि यदि हम में के होते, तो हमारे साथ रहते, पर निकल इसलिये गए कि यह प्रगट हो कि वे सब हम में के नहीं हैं।

1 Corinthians 10:1
हे भाइयों, मैं नहीं चाहता, कि तुम इस बात से अज्ञात रहो, कि हमारे सब बाप दादे बादल के नीचे थे, और सब के सब समुद्र के बीच से पार हो गए।

Matthew 24:45
सो वह विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास कौन है, जिसे स्वामी ने अपने नौकर चाकरों पर सरदार ठहराया, कि समय पर उन्हें भोजन दे?

Matthew 22:10
सो उन दासों ने सड़कों पर जाकर क्या बुरे, क्या भले, जितने मिले, सब को इकट्ठे किया; और ब्याह का घर जेवनहारों से भर गया।

Matthew 13:47
फिर स्वर्ग का राज्य उस बड़े जाल के समान है, जो समुद्र में डाला गया, और हर प्रकार की मछिलयों को समेट लाया।

Matthew 13:38
खेत संसार है, अच्छा बीज राज्य के सन्तान, और जंगली बीज दुष्ट के सन्तान हैं।

Matthew 13:19
जो कोई राज्य का वचन सुनकर नहीं समझता, उसके मन में जो कुछ बोया गया था, उसे वह दुष्ट आकर छीन ले जाता है; यह वही है, जो मार्ग के किनारे बोया गया था।