Mark 9:31
क्योंकि वह अपने चेलों को उपदेश देता और उन से कहता था, कि मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जाएगा, और वे उसे मार डालेंगे, और वह मरने के तीन दिन बाद जी उठेगा।
Mark 9:31 in Other Translations
King James Version (KJV)
For he taught his disciples, and said unto them, The Son of man is delivered into the hands of men, and they shall kill him; and after that he is killed, he shall rise the third day.
American Standard Version (ASV)
For he taught his disciples, and said unto them, The Son of man is delivered up into the hands of men, and they shall kill him; and when he is killed, after three days he shall rise again.
Bible in Basic English (BBE)
For he was giving his disciples teaching, and saying to them, The Son of man is given up into the hands of men, and they will put him to death; and when he is dead, after three days he will come back from the dead.
Darby English Bible (DBY)
for he taught his disciples and said to them, The Son of man is delivered into men's hands, and they shall kill him; and having been killed, after three days he shall rise again.
World English Bible (WEB)
For he was teaching his disciples, and said to them, "The Son of Man is being handed over to the hands of men, and they will kill him; and when he is killed, on the third day he will rise again."
Young's Literal Translation (YLT)
for he was teaching his disciples, and he said to them, `The Son of Man is being delivered to the hands of men, and they shall kill him, and having been killed the third day he shall rise,'
| For | ἐδίδασκεν | edidasken | ay-THEE-tha-skane |
| he taught | γὰρ | gar | gahr |
| his | τοὺς | tous | toos |
| μαθητὰς | mathētas | ma-thay-TAHS | |
| disciples, | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| and | καὶ | kai | kay |
| said | ἔλεγεν | elegen | A-lay-gane |
| them, unto | αὐτοῖς | autois | af-TOOS |
| The | ὅτι | hoti | OH-tee |
| Son | Ὁ | ho | oh |
| υἱὸς | huios | yoo-OSE | |
| man of | τοῦ | tou | too |
| is delivered | ἀνθρώπου | anthrōpou | an-THROH-poo |
| into | παραδίδοται | paradidotai | pa-ra-THEE-thoh-tay |
| hands the | εἰς | eis | ees |
| of men, | χεῖρας | cheiras | HEE-rahs |
| and | ἀνθρώπων | anthrōpōn | an-THROH-pone |
| kill shall they | καὶ | kai | kay |
| him; | ἀποκτενοῦσιν | apoktenousin | ah-poke-tay-NOO-seen |
| and | αὐτόν | auton | af-TONE |
| killed, is he that after | καὶ | kai | kay |
| he shall rise | ἀποκτανθεὶς | apoktantheis | ah-poke-tahn-THEES |
| the | τῇ | tē | tay |
| third | τρίτῃ | tritē | TREE-tay |
| day. | ἡμέρᾳ | hēmera | ay-MAY-ra |
| ἀναστήσεται | anastēsetai | ah-na-STAY-say-tay |
Cross Reference
Matthew 16:21
उस समय से यीशु अपने चेलों को बताने लगा, कि मुझे अवश्य है, कि यरूशलेम को जाऊं, और पुरनियों और महायाजकों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दुख उठाऊं; और मार डाला जाऊं; और तीसरे दिन जी उठूं।
Mark 9:12
उस ने उन्हें उत्तर दिया कि एलिय्याह सचमुच पहिले आकर सब कुछ सुधारेगा, परन्तु मनुष्य के पुत्र के विषय में यह क्यों लिखा है, कि वह बहुत दुख उठाएगा, और तुच्छ गिना जाएगा?
Mark 8:31
और वह उन्हें सिखाने लगा, कि मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें और वह तीन दिन के बाद जी उठे।
Matthew 20:18
कि देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं; और मनुष्य का पुत्र महायाजकों और शास्त्रियों के हाथ पकड़वाया जाएगा और वे उस को घात के योग्य ठहराएंगे।
2 Timothy 2:12
यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगे: यदि हम उसका इन्कार करेंगे तो वह भी हमारा इन्कार करेगा।
Acts 4:27
क्योंकि सचमुच तेरे सेवक यीशु के विरोध में, जिस तू ने अभिषेक किया, हेरोदेस और पुन्तियुस पीलातुस भी अन्य जातियों और इस्त्राएलियों के साथ इस नगर में इकट्ठे हुए।
Acts 2:23
उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वा कर मार डाला।
John 10:18
कोई उसे मुझ से छीनता नहीं, वरन मैं उसे आप ही देता हूं: मुझे उसके देने का अधिकार है, और उसे फिर लेने का भी अधिकार है: यह आज्ञा मेरे पिता से मुझे मिली है॥
John 3:14
और जिस रीति से मूसा ने जंगल में सांप को ऊंचे पर चढ़ाया, उसी रीति से अवश्य है कि मनुष्य का पुत्र भी ऊंचे पर चढ़ाया जाए।
John 2:19
यीशु ने उन को उत्तर दिया; कि इस मन्दिर को ढा दो, और मैं उसे तीन दिन में खड़ा कर दूंगा।
Luke 24:44
फिर उस ने उन से कहा, ये मेरी वे बातें हैं, जो मैं ने तुम्हारे साथ रहते हुए, तुम से कही थीं, कि अवश्य है, कि जितनी बातें मूसा की व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं और भजनों की पुस्तकों में, मेरे विषय में लिखी हैं, सब पूरी हों।
Luke 24:26
क्या अवश्य न था, कि मसीह ये दुख उठाकर अपनी महिमा में प्रवेश करे?
Luke 18:31
फिर उस ने बारहों को साथ लेकर उन से कहा; देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं, और जितनी बातें मनुष्य के पुत्र के लिये भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा लिखी गई हैं वे सब पूरी होंगी।
Luke 9:44
परन्तु जब सब लोग उन सब कामों से जो वह करता था, अचम्भा कर रहे थे, तो उस ने अपने चेलों से कहा; ये बातें तुम्हारे कानों में पड़ी रहें, क्योंकि मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जाने को है।
Matthew 26:2
तुम जानते हो, कि दो दिन के बाद फसह का पर्व्व होगा; और मनुष्य का पुत्र क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिये पकड़वाया जाएगा।
Matthew 21:38
परन्तु किसानों ने पुत्र को देखकर आपस में कहा, यह तो वारिस है, आओ, उसे मार डालें: और उस की मीरास ले लें।
Matthew 20:28
जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे॥