Luke 11:42 in Hindi

Hindi Hindi Bible Luke Luke 11 Luke 11:42

Luke 11:42
पर हे फरीसियों, तुम पर हाय ! तुम पोदीने और सुदाब का, और सब भांति के साग-पात का दसवां अंश देते हो, परन्तु न्याय को और परमेश्वर के प्रेम को टाल देते हो: चाहिए तो था कि इन्हें भी करते रहते और उन्हें भी न छोड़ते।

Luke 11:41Luke 11Luke 11:43

Luke 11:42 in Other Translations

King James Version (KJV)
But woe unto you, Pharisees! for ye tithe mint and rue and all manner of herbs, and pass over judgment and the love of God: these ought ye to have done, and not to leave the other undone.

American Standard Version (ASV)
But woe unto you Pharisees! for ye tithe mint and rue and every herb, and pass over justice and the love of God: but these ought ye to have done, and not to leave the other undone.

Bible in Basic English (BBE)
But a curse is on you, Pharisees! for you make men give a tenth of every sort of plant, and give no thought to right and the love of God; but it is right for you to do these things, and not let the others be undone.

Darby English Bible (DBY)
But woe unto you, Pharisees, for ye pay tithes of mint and rue and every herb, and pass by the judgment and the love of God: these ye ought to have done, and not have left those aside.

World English Bible (WEB)
But woe to you Pharisees! For you tithe mint and rue and every herb, but you bypass justice and the love of God. You ought to have done these, and not to have left the other undone.

Young's Literal Translation (YLT)
`But wo to you, the Pharisees, because ye tithe the mint, and the rue, and every herb, and ye pass by the judgment, and the love of God; these things it behoveth to do, and those not to be neglecting.

But
ἀλλ'allal
woe
οὐαὶouaioo-A
unto
you,
ὑμῖνhyminyoo-MEEN

τοῖςtoistoos
Pharisees!
Φαρισαίοιςpharisaioisfa-ree-SAY-oos
for
ὅτιhotiOH-tee
ye
tithe
ἀποδεκατοῦτεapodekatouteah-poh-thay-ka-TOO-tay

τὸtotoh
mint
ἡδύοσμονhēdyosmonay-THYOO-oh-smone
and
καὶkaikay

τὸtotoh
rue
πήγανονpēganonPAY-ga-none
and
καὶkaikay
of
manner
all
πᾶνpanpahn
herbs,
λάχανονlachanonLA-ha-none
and
καὶkaikay
over
pass
παρέρχεσθεparerchesthepa-RARE-hay-sthay

τὴνtēntane
judgment
κρίσινkrisinKREE-seen
and
καὶkaikay
the
τὴνtēntane
love
ἀγάπηνagapēnah-GA-pane
of

τοῦtoutoo
God:
θεοῦ·theouthay-OO
these
ταῦταtautaTAF-ta
ye
ought
ἔδειedeiA-thee
to
have
done,
ποιῆσαιpoiēsaipoo-A-say
the
not
and
κἀκεῖναkakeinaka-KEE-na
to
leave
undone.
μὴmay
other
ἀφιέναιaphienaiah-fee-A-nay

Cross Reference

Luke 18:12
मैं सप्ताह में दो बार उपवास करता हूं; मैं अपनी सब कमाई का दसवां अंश भी देता हूं।

Matthew 23:23
हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवां अंश देते हो, परन्तु तुम ने व्यवस्था की गम्भीर बातों को अर्थात न्याय, और दया, और विश्वास को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इन्हें भी करते रहते, और उन्हें भी न छोड़ते।

Micah 6:8
हे मनुष्य, वह तुझे बता चुका है कि अच्छा क्या है; और यहोवा तुझ से इसे छोड़ और क्या चाहता है, कि तू न्याय से काम करे, और कृपा से प्रीति रखे, और अपने परमेश्वर के साथ नम्रता से चले?

Deuteronomy 10:12
और अब, हे इस्राएल, तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से इसके सिवाय और क्या चाहता है, कि तू अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानें, और उसके सारे मार्गों पर चले, उस से प्रेम रखे, और अपने पूरे मन और अपने सारे प्राण से उसकी सेवा करे,

1 Samuel 15:22
शमूएल ने कहा, क्या यहोवा होमबलियों, और मेलबलियों से उतना प्रसन्न होता है, जितना कि अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है? सुन मानना तो बलि चढ़ाने और कान लगाना मेढ़ों की चर्बी से उत्तम है।

Proverbs 21:3
धर्म और न्याय करना, यहोवा को बलिदान से अधिक अच्छा लगता है।

Malachi 3:8
क्या मनुष्य परमेश्वर को धोखा दे सकता है? देखो, तुम मुझ को धोखा देते हो, और तौभी पूछते हो कि हम ने किस बात में तुझे लूटा है? दशमांश और उठाने की भेंटों में।

Matthew 23:27
हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम चूना फिरी हुई कब्रों के समान हो जो ऊपर से तो सुन्दर दिखाई देती हैं, परन्तु भीतर मुर्दों की हिड्डयों और सब प्रकार की मलिनता से भरी हैं।

1 John 4:20
यदि कोई कहे, कि मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूं; और अपने भाई से बैर रखे; तो वह झूठा है: क्योंकि जो अपने भाई से, जिस उस ने देखा है, प्रेम नहीं रखता, तो वह परमेश्वर से भी जिसे उस ने नहीं देखा, प्रेम नहीं रख सकता।

Titus 2:11
क्योंकि परमेश्वर का अनुग्रह प्रगट है, जो सब मनुष्यों के उद्धार का कारण है।

John 5:42
परन्तु मैं तुम्हें जानता हूं, कि तुम में परमेश्वर का प्रेम नहीं।

Matthew 23:13
हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय!

2 Chronicles 31:5
यह आज्ञा सुनते ही इस्राएली अन्न, नया दाखमधु, टटका तेल, मधु आादि खेती की सब भांति की पहिली उपज बहुतायत से देने, और सब वस्तुओं का दशमांश अधिक मात्रा में लाने लगे।

Nehemiah 10:37
और अपना पहिला गूंधा हुआ आटा, और उठाई हुई भेंटे, और सब प्रकार के वृक्षों के फल, और नया दाखमधु, और टटका तेल, अपने परमेश्वर के भवन की कोठरियों में याजकों के पास, और अपनी अपनी भूमि की उपज का दशमांश लेवियों के पास लाया करेंगे; क्योंकि वे लेवीय हैं, जो हमारी खेती के सब नगरों में दशमांश लेते हैं।

Ecclesiastes 7:18
यह अच्छा है कि तू इस बात को पकड़े रहे; ओर उस बात पर से भी हाथ न उठाए; क्योंकि जो परमेश्वर का भय मानता है वह इन सब कठिनाइयों से पार जो जाएगा॥

Isaiah 1:10
हे सदोम के न्याइयों, यहोवा का वचन सुनो! हे अमोरा की प्रजा, हमारे परमेश्वर की शिक्षा पर कान लगा।

Isaiah 58:2
वे प्रति दिन मेरे पास आते और मेरी गति बूझने की इच्छा ऐसी रखते हैं मानो वे धर्मी लोगे हैं जिन्होंने अपने परमेश्वर के नियमों को नहीं टाला; वे मुझ से धर्म के नियम पूछते और परमेश्वर के निकट आने से प्रसन्न होते हैं।

Jeremiah 7:2
यहोवा के भवन के फाटक में खड़ा हो, और यह वचन प्रचार कर, ओर कह, हे सब यहूदियो, तुम जो यहोवा को दण्डवत करने के लिये इन फाटकों से प्रवेश करते हो, यहोवा का वचन सुनो।

Jeremiah 7:21
सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है, यों कहता है, अपने मेलबलियों के साथ अपने होमबलि भी चढ़ाओ और मांस खाओ।

Malachi 1:6
पुत्र पिता का, और दास स्वामी का आदर करता है। यदि मैं पिता हूं, तो मेरा आदर मानना कहां है? और यदि मैं स्वामी हूं, तो मेरा भय मानना कहां? सेनाओं का यहोवा, तुम याजकों से भी जो मेरे नाम का अपमान करते हो यही बात पूछता है। परन्तु तुम पूछते हो, हम ने किस बात में तेरे नाम का अपमान किया है? तुम मेरी वेदी पर अशुद्ध भोजन चढ़ाते हो।

Malachi 2:17
तुम लोगों ने अपनी बातों से यहोवा को उकता दिया है। तौभी पूछते हो, कि हम ने किस बाते में उसे उकता दिया? इस में, कि तुम कहते हो कि जो कोई बुरा करता है, वह यहोवा की दृष्टि में अच्छा लगता है, और वह ऐसे लोगों से प्रसन्न रहता है, और यह, कि न्यायी परमेश्वर कहां है?

Leviticus 27:30
फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।