Leviticus 26:16
तो मैं तुम से यह करूंगा; अर्थात मैं तुम को बेचैन करूंगा, और क्षयरोग और ज्वर से पीड़ित करूंगा, और इनके कारण तुम्हारी आंखे धुंधली हो जाएंगी, और तुम्हारा मन अति उदास होगा। और तुम्हारा बीच बोना व्यर्थ होगा, क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा लेंगे;
I | אַף | ʾap | af |
also | אֲנִ֞י | ʾănî | uh-NEE |
will do | אֶֽעֱשֶׂה | ʾeʿĕśe | EH-ay-seh |
this | זֹּ֣את | zōt | zote |
appoint even will I you; unto | לָכֶ֗ם | lākem | la-HEM |
over | וְהִפְקַדְתִּ֨י | wĕhipqadtî | veh-heef-kahd-TEE |
you terror, | עֲלֵיכֶ֤ם | ʿălêkem | uh-lay-HEM |
בֶּֽהָלָה֙ | behālāh | beh-ha-LA | |
consumption, | אֶת | ʾet | et |
and the burning ague, | הַשַּׁחֶ֣פֶת | haššaḥepet | ha-sha-HEH-fet |
consume shall that | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
the eyes, | הַקַּדַּ֔חַת | haqqaddaḥat | ha-ka-DA-haht |
sorrow cause and | מְכַלּ֥וֹת | mĕkallôt | meh-HA-lote |
of heart: | עֵינַ֖יִם | ʿênayim | ay-NA-yeem |
sow shall ye and | וּמְדִיבֹ֣ת | ûmĕdîbōt | oo-meh-dee-VOTE |
your seed | נָ֑פֶשׁ | nāpeš | NA-fesh |
in vain, | וּזְרַעְתֶּ֤ם | ûzĕraʿtem | oo-zeh-ra-TEM |
enemies your for | לָרִיק֙ | lārîq | la-REEK |
shall eat | זַרְעֲכֶ֔ם | zarʿăkem | zahr-uh-HEM |
it. | וַֽאֲכָלֻ֖הוּ | waʾăkāluhû | va-uh-ha-LOO-hoo |
אֹֽיְבֵיכֶֽם׃ | ʾōyĕbêkem | OH-yeh-vay-HEM |