Joshua 22:30
रूबेनियों, गादियों, और मनश्शे के आधे गोत्रियों की इन बातों को सुनकर पीनहास याजक और उसके संग मण्डली के प्रधान, जो इस्राएल के हजारों के मुख्य पुरूष थे, वे अति प्रसन्न हुए।
Cross Reference
Deuteronomy 34:7
मूसा अपनी मृत्यु के समय एक सौ बीस वर्ष का था; परन्तु न तो उसकी आंखें धुंधली पड़ीं, और न उसका पौरूष घटा था।
Deuteronomy 31:2
और उसने उन से यह भी कहा, कि आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूं; और अब मैं चल फिर नहीं सकता; क्योंकि यहोवा ने मुझ से कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा।
Psalm 90:10
हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Psalm 103:5
वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है॥
And when Phinehas | וַיִּשְׁמַ֞ע | wayyišmaʿ | va-yeesh-MA |
the priest, | פִּֽינְחָ֣ס | pînĕḥās | pee-neh-HAHS |
princes the and | הַכֹּהֵ֗ן | hakkōhēn | ha-koh-HANE |
of the congregation | וּנְשִׂיאֵ֨י | ûnĕśîʾê | oo-neh-see-A |
heads and | הָֽעֵדָ֜ה | hāʿēdâ | ha-ay-DA |
of the thousands | וְרָאשֵׁ֨י | wĕrāʾšê | veh-ra-SHAY |
Israel of | אַלְפֵ֤י | ʾalpê | al-FAY |
which | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
were with | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
him, heard | אִתּ֔וֹ | ʾittô | EE-toh |
אֶת | ʾet | et | |
the words | הַ֨דְּבָרִ֔ים | haddĕbārîm | HA-deh-va-REEM |
that | אֲשֶׁ֧ר | ʾăšer | uh-SHER |
the children | דִּבְּר֛וּ | dibbĕrû | dee-beh-ROO |
Reuben of | בְּנֵֽי | bĕnê | beh-NAY |
and the children | רְאוּבֵ֥ן | rĕʾûbēn | reh-oo-VANE |
Gad of | וּבְנֵי | ûbĕnê | oo-veh-NAY |
and the children | גָ֖ד | gād | ɡahd |
Manasseh of | וּבְנֵ֣י | ûbĕnê | oo-veh-NAY |
spake, | מְנַשֶּׁ֑ה | mĕnašše | meh-na-SHEH |
it pleased | וַיִּיטַ֖ב | wayyîṭab | va-yee-TAHV |
בְּעֵֽינֵיהֶֽם׃ | bĕʿênêhem | beh-A-nay-HEM |
Cross Reference
Deuteronomy 34:7
मूसा अपनी मृत्यु के समय एक सौ बीस वर्ष का था; परन्तु न तो उसकी आंखें धुंधली पड़ीं, और न उसका पौरूष घटा था।
Deuteronomy 31:2
और उसने उन से यह भी कहा, कि आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूं; और अब मैं चल फिर नहीं सकता; क्योंकि यहोवा ने मुझ से कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा।
Psalm 90:10
हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Psalm 103:5
वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है॥