Joshua 15:11
वहां से वह सिवाना एक्रोन की उत्तरी अलंग के पास होते हुए शिक्करोन गया, और बाला पहाड़ हो कर यब्नेल पर निकला; और उस सिवाने का अन्त समुद्र का तट हुआ।
Cross Reference
Deuteronomy 34:7
मूसा अपनी मृत्यु के समय एक सौ बीस वर्ष का था; परन्तु न तो उसकी आंखें धुंधली पड़ीं, और न उसका पौरूष घटा था।
Deuteronomy 31:2
और उसने उन से यह भी कहा, कि आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूं; और अब मैं चल फिर नहीं सकता; क्योंकि यहोवा ने मुझ से कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा।
Psalm 90:10
हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Psalm 103:5
वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है॥
And the border | וְיָצָ֨א | wĕyāṣāʾ | veh-ya-TSA |
went out | הַגְּב֜וּל | haggĕbûl | ha-ɡeh-VOOL |
unto | אֶל | ʾel | el |
the side | כֶּ֣תֶף | ketep | KEH-tef |
Ekron of | עֶקְרוֹן֮ | ʿeqrôn | ek-RONE |
northward: | צָפוֹנָה֒ | ṣāpônāh | tsa-foh-NA |
and the border | וְתָאַ֤ר | wĕtāʾar | veh-ta-AR |
drawn was | הַגְּבוּל֙ | haggĕbûl | ha-ɡeh-VOOL |
to Shicron, | שִׁכְּר֔וֹנָה | šikkĕrônâ | shee-keh-ROH-na |
along passed and | וְעָבַ֥ר | wĕʿābar | veh-ah-VAHR |
to mount | הַר | har | hahr |
Baalah, | הַֽבַּעֲלָ֖ה | habbaʿălâ | ha-ba-uh-LA |
out went and | וְיָצָ֣א | wĕyāṣāʾ | veh-ya-TSA |
unto Jabneel; | יַבְנְאֵ֑ל | yabnĕʾēl | yahv-neh-ALE |
out goings the and | וְהָי֛וּ | wĕhāyû | veh-ha-YOO |
of the border | תֹּֽצְא֥וֹת | tōṣĕʾôt | toh-tseh-OTE |
were | הַגְּב֖וּל | haggĕbûl | ha-ɡeh-VOOL |
at the sea. | יָֽמָּה׃ | yāmmâ | YA-ma |
Cross Reference
Deuteronomy 34:7
मूसा अपनी मृत्यु के समय एक सौ बीस वर्ष का था; परन्तु न तो उसकी आंखें धुंधली पड़ीं, और न उसका पौरूष घटा था।
Deuteronomy 31:2
और उसने उन से यह भी कहा, कि आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूं; और अब मैं चल फिर नहीं सकता; क्योंकि यहोवा ने मुझ से कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा।
Psalm 90:10
हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Psalm 103:5
वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है॥