Job 1:10
क्या तू ने उसकी, और उसके घर की, और जो कुछ उसका है उसके चारों ओर बाड़ा नहीं बान्धा? तू ने तो उसके काम पर आशीष दी है,
Job 1:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
Hast not thou made an hedge about him, and about his house, and about all that he hath on every side? thou hast blessed the work of his hands, and his substance is increased in the land.
American Standard Version (ASV)
Hast not thou made a hedge about him, and about his house, and about all that he hath, on every side? thou hast blessed the work of his hands, and his substance is increased in the land.
Bible in Basic English (BBE)
Have you yourself not put a wall round him and his house and all he has on every side, blessing the work of his hands, and increasing his cattle in the land?
Darby English Bible (DBY)
Hast not thou made a hedge about him, and about his house, and about all that he hath on every side? Thou hast blessed the work of his hands, and his substance is spread abroad in the land.
Webster's Bible (WBT)
Hast not thou made a hedge about him, and about his house, and about all that he hath on every side? thou hast blessed the work of his hands, and his substance is increased in the land.
World English Bible (WEB)
Haven't you made a hedge around him, and around his house, and around all that he has, on every side? You have blessed the work of his hands, and his substance is increased in the land.
Young's Literal Translation (YLT)
Hast not Thou made a hedge for him, and for his house, and for all that he hath -- round about?
| Hast not | הֲלֹֽא | hălōʾ | huh-LOH |
| thou | אַ֠תָּ | ʾattā | AH-ta |
| made an hedge | שַׂ֣כְתָּ | śaktā | SAHK-ta |
| about | בַֽעֲד֧וֹ | baʿădô | va-uh-DOH |
| about and him, | וּבְעַד | ûbĕʿad | oo-veh-AD |
| his house, | בֵּית֛וֹ | bêtô | bay-TOH |
| and about | וּבְעַ֥ד | ûbĕʿad | oo-veh-AD |
| all | כָּל | kāl | kahl |
| that | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| side? every on hath he | ל֖וֹ | lô | loh |
| thou hast blessed | מִסָּבִ֑יב | missābîb | mee-sa-VEEV |
| the work | מַֽעֲשֵׂ֤ה | maʿăśē | ma-uh-SAY |
| hands, his of | יָדָיו֙ | yādāyw | ya-dav |
| and his substance | בֵּרַ֔כְתָּ | bēraktā | bay-RAHK-ta |
| is increased | וּמִקְנֵ֖הוּ | ûmiqnēhû | oo-meek-NAY-hoo |
| in the land. | פָּרַ֥ץ | pāraṣ | pa-RAHTS |
| בָּאָֽרֶץ׃ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
Cross Reference
Psalm 34:7
यहोवा के डरवैयों के चारों ओर उसका दूत छावनी किए हुए उन को बचाता है।
1 Peter 1:5
जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है, जिन की रक्षा परमेश्वर की सामर्थ से, विश्वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है।
Deuteronomy 28:2
फिर अपने परमेश्वर यहोवा की सुनने के कारण ये सब आर्शीवाद तुझ पर पूरे होंगे।
Job 31:25
वा अपने बहुत से धन वा अपनी बड़ी कमाई के कारण आनन्द किया होता,
Psalm 107:38
और वह उन को ऐसी आशीष देता है कि वे बहुत बढ़ जाते हैं, और उनके पशुओं को भी वह घटने नहीं देता॥
Proverbs 10:22
धन यहोवा की आशीष ही से मिलता है, और वह उसके साथ दु:ख नहीं मिलाता।
Zechariah 2:5
और यहोवा की यह वाणी है, कि मैं आप उसके चारों ओर आग की से शहरपनाह ठहरूंगा, और उसके बीच में तेजोमय हो कर दिखाई दूंगा॥
Psalm 80:12
फिर तू ने उसके बाड़ों को क्यों गिरा दिया, कि सब बटोही उसके फलों को तोड़ते हैं?
Psalm 90:17
और हमारे परमेश्वर यहोवा की मनोहरता हम पर प्रगट हो, तू हमारे हाथों का काम हमारे लिये दृढ़ कर, हमारे हाथों के काम को दृढ़ कर॥
Psalm 128:1
क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है, और उसके मार्गों पर चलता है!
Isaiah 5:2
उसने उसकी मिट्टी खोदी और उसके पत्थर बीनकर उस में उत्तम जाति की एक दाखलता लगाई; उसके बीच में उसने एक गुम्मट बनाया, और दाखरस के लिये एक कुण्ड भी खोदा; तब उसने दाख की आशा की, परन्तु उस में निकम्मी दाखें ही लगीं॥
Isaiah 5:5
अब मैं तुम को जताता हूं कि अपनी दाख की बारी से क्या करूंगा। मैं उसके कांटे वाले बाड़े को उखाड़ दूंगा कि वह चट की जाए, और उसकी भीत को ढा दूंगा कि वह रौंदी जाए।
Zechariah 2:8
क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आंख की पुतली ही को छूता है।
Psalm 71:21
तू मेरी बड़ाई को बढ़ाएगा, और फिर कर मुझे शान्ति देगा॥
Psalm 5:12
क्योंकि तू धर्मी को आशिष देगा; हे यहोवा, तू उसको अपने अनुग्रहरूपी ढाल से घेरे रहेगा॥
Genesis 15:1
इन बातों के पश्चात यहोवा को यह वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुंचा, कि हे अब्राम, मत डर; तेरी ढाल और तेरा अत्यन्त बड़ा फल मैं हूं।
Genesis 26:12
फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया, और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया: और यहोवा ने उसको आशीष दी।
Genesis 30:30
मेरे आने से पहिले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे तो आशीष दी है: पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊंगा?
Genesis 30:43
सो वह पुरूष अत्यन्त धनाढय हो गया, और उसके बहुत सी भेड़-बकरियां, और लौंडियां और दास और ऊंट और गदहे हो गए॥
Genesis 39:5
और जब से उसने उसको अपने घर का और अपनी सारी सम्पत्ति का अधिकारी बनाया, तब से यहोवा यूसुफ के कारण उस मिस्री के घर पर आशीष देने लगा; और क्या घर में, क्या मैदान में, उसका जो कुछ था, सब पर यहोवा की आशीष होने लगी।
Genesis 49:25
यह तेरे पिता के उस ईश्वर का काम है, जो तेरी सहायता करेगा, उस सर्वशक्तिमान को जो तुझे ऊपर से आकाश में की आशीषें, और नीचे से गहिरे जल में की आशीषें, और स्तनों, और गर्भ की आशीषें देगा॥
Deuteronomy 7:13
और वह तुझ से प्रेम रखेगा, और तुझे आशीष देगा, और गिनती में बढ़ाएगा; और जो देश उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर तुझे देने को कहा है उस में वह तेरी सन्तान पर, और अन्न, नये दाखमधु, और टटके तेल आदि, भूमि की उपज पर आशीष दिया करेगा, और तेरी गाय-बैल और भेड़-बकरियों की बढ़ती करेगा।
Deuteronomy 33:11
हे यहोवा, उसकी सम्पत्ति पर आशीष दे, और उसके हाथों की सेवा को ग्रहण कर; उसके विरोधियों और बैरियों की कमर पर ऐसा मार, कि वे फिर न उठ सकें॥
Deuteronomy 33:27
अनादि परमेश्वर तेरा गृहधाम है, और नीचे सनातन भुजाएं हैं। वह शत्रुओं को तेरे साम्हने से निकाल देता, और कहता है, उन को सत्यानाश कर दे॥
Job 1:3
फिर उसके सात हजार भेड़-बकरियां, तीन हजार ऊंट, पांच सौ जोड़ी बैल, और पांच सौ गदहियां, और बहुत ही दास-दासियां थीं; वरन उसके इतनी सम्पत्ति थी, कि पूरबियों में वह सब से बड़ा था।
Job 29:6
तब मैं अपने पगों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएं बहा करती थीं।
Job 42:12
और यहोवा ने अय्यूब के पिछले दिनों में उसको अगले दिनों से अधिक आशीष दी; और उसके चौदह हजार भेंड़ बकरियां, छ: हजार ऊंट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियां हो गई।
1 Samuel 25:16
जब तक हम उन के साथ भेड़-बकरियां चराते रहे, तब तक वे रात दिन हमारी आड़ बने रहे।