Jeremiah 44:15
तब मिस्र देश के पत्रोस में रहने वाले जितने पुरुष जानते थे कि उनकी स्त्रियां दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाती हैं, और जितनी स्त्रियां बड़ी मण्डली में पास खड़ी थी, उन सभों ने यिर्मयाह को यह उत्तर दिया,
Then all | וַיַּעֲנ֣וּ | wayyaʿănû | va-ya-uh-NOO |
the men | אֶֽת | ʾet | et |
knew which | יִרְמְיָ֗הוּ | yirmĕyāhû | yeer-meh-YA-hoo |
that | כָּל | kāl | kahl |
their wives | הָאֲנָשִׁ֤ים | hāʾănāšîm | ha-uh-na-SHEEM |
incense burned had | הַיֹּֽדְעִים֙ | hayyōdĕʿîm | ha-yoh-deh-EEM |
unto other | כִּֽי | kî | kee |
gods, | מְקַטְּר֤וֹת | mĕqaṭṭĕrôt | meh-ka-teh-ROTE |
and all | נְשֵׁיהֶם֙ | nĕšêhem | neh-shay-HEM |
the women | לֵאלֹהִ֣ים | lēʾlōhîm | lay-loh-HEEM |
by, stood that | אֲחֵרִ֔ים | ʾăḥērîm | uh-hay-REEM |
a great | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
multitude, | הַנָּשִׁ֥ים | hannāšîm | ha-na-SHEEM |
all even | הָעֹמְד֖וֹת | hāʿōmĕdôt | ha-oh-meh-DOTE |
the people | קָהָ֣ל | qāhāl | ka-HAHL |
that dwelt | גָּד֑וֹל | gādôl | ɡa-DOLE |
land the in | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
of Egypt, | הָעָ֛ם | hāʿām | ha-AM |
in Pathros, | הַיֹּשְׁבִ֥ים | hayyōšĕbîm | ha-yoh-sheh-VEEM |
answered | בְּאֶֽרֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
מִצְרַ֖יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem | |
Jeremiah, | בְּפַתְר֥וֹס | bĕpatrôs | beh-faht-ROSE |
saying, | לֵאמֹֽר׃ | lēʾmōr | lay-MORE |