Jeremiah 4:8
इसलिये कमर में टाट बान्धो, विलाप और हाय हाय करो; क्योंकि यहोवा का भड़का हुआ कोप हम पर से टला नहीं है।
Jeremiah 4:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
For this gird you with sackcloth, lament and howl: for the fierce anger of the LORD is not turned back from us.
American Standard Version (ASV)
For this gird you with sackcloth, lament and wail; for the fierce anger of Jehovah is not turned back from us.
Bible in Basic English (BBE)
For this put on haircloth, with weeping and loud crying: for the burning wrath of the Lord is not turned back from us.
Darby English Bible (DBY)
For this, gird you with sackcloth, lament and howl! for the fierce anger of Jehovah is not turned away from us.
World English Bible (WEB)
For this gird you with sackcloth, lament and wail; for the fierce anger of Yahweh hasn't turned back from us.
Young's Literal Translation (YLT)
For this, gird on sackcloth, lament and howl, For the fierce anger of Jehovah hath not turned back from us.
| For | עַל | ʿal | al |
| this | זֹ֛את | zōt | zote |
| gird | חִגְר֥וּ | ḥigrû | heeɡ-ROO |
| sackcloth, with you | שַׂקִּ֖ים | śaqqîm | sa-KEEM |
| lament | סִפְד֣וּ | sipdû | seef-DOO |
| and howl: | וְהֵילִ֑ילוּ | wĕhêlîlû | veh-hay-LEE-loo |
| for | כִּ֥י | kî | kee |
| fierce the | לֹא | lōʾ | loh |
| anger | שָׁ֛ב | šāb | shahv |
| of the Lord | חֲר֥וֹן | ḥărôn | huh-RONE |
| not is | אַף | ʾap | af |
| turned back | יְהוָֹ֖ה | yĕhôâ | yeh-hoh-AH |
| from | מִמֶּֽנּוּ׃ | mimmennû | mee-MEH-noo |
Cross Reference
Jeremiah 6:26
हे मेरी प्रजा कमर में टाट बान्ध, और राख में लोट; जैसा एकलौते पुत्र के लिये विलाप होता है वैसा ही बड़ा शोकमय विलाप कर; क्योंकि नाश करने वाला हम पर अचानक आ पड़ेगा।
Isaiah 22:12
उस समय सेनाओं के प्रभु यहोवा ने रोने-पीटने, सिर मुंडाने और टाट पहिनने के लिये कहा था;
Isaiah 32:11
हे सुखी स्त्रियों, थरथराओ, हे निश्चिन्त स्त्रियों, विकल हो; अपने अपने वस्त्र उतार कर अपनी अपनी कमर में टाट कसो।
Isaiah 10:4
और तुम अपने वैभव को कहां रख छोड़ोगे? वे केवल बंधुओं के पैरों के पास गिर पड़ेंगे और मरे हुओं के नीचे दबे पड़े रहेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Isaiah 5:25
इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है, और उसने उनके विरुद्ध हाथ बढ़ा कर उन को मारा है, और पहाड़ कांप उठे; और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Amos 8:10
मैं तुम्हारे पर्वों के उत्सव दूर कर के विलाप कराऊंगा, और तुम्हारे सब गीतों को दूर कर के विलाप के गीत गवाऊंगा; मैं तुम सब की कटि में टाट बंधाऊंगा, और तुम सब के सिरों को मुंड़ाऊंगा; और ऐसा विलाप कराऊंगा जैसा एकलौते के लिये होता है, और उसका अन्त कठिन दु:ख के दिन का सा होगा॥
Joel 2:12
तौभी यहोवा की यह वाणी है, अभी भी सुनो, उपवास के साथ रोते-पीटते अपने पूरे मन से फिरकर मेरे पास आओ।
Ezekiel 30:2
हे मनुष्य के सन्तान, भविष्यद्वाणी कर के कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हाय, हाय करो, हाय उस दिन पर!
Ezekiel 21:12
हे मनुष्य के सन्तान चिल्ला, और हाय, हाय, कर! क्योंकि वह मेरी प्रजा पर चला चाहती है, वह इस्राएल के सारे प्रधानों पर चला चाहती है; मेरी प्रजा के संग वे भी तलवार के वश में आ गए। इस कारण तू अपनी छाती पीट।
Jeremiah 48:20
मोआब की आशा टूटेगी, वह विस्मित हो गया; तुम हाय हाय करो और चिल्लाओ; अर्नोन में भी यह बताओ कि मोआब नाश हुआ है।
Jeremiah 30:24
जब तक यहोवा अपना काम न कर चुके और अपनी युक्तियों को पूरी न कर चुके, तब तक उसका भड़का हुआ क्रोध शान्त न होगा। अन्त के दिनों में तुम इस बात को समझ सकोगे।
Isaiah 15:2
बैत और दीबोन ऊंचे स्थानों पर रोने के लिये चढ़ गए हैं; नबो और मेदबा के ऊपर मोआब हाय हाय करता है। उन सभों के सिर मुड़े हुए, और सभों की दाढिय़ां मुंढ़ी हुई हैं;
Isaiah 13:6
हाय-हाय करो, क्योंकि यहोवा का दिन समीप है; वह सर्वशक्तिमान् की ओर से मानो सत्यानाश करने के लिये आता है।
Isaiah 9:21
मनश्शे एप्रैम को और एप्रैम मनश्शे को खाता है, और वे दोनों मिलकर यहूदा के विरुद्ध हैं इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ, और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Isaiah 9:17
इस कारण प्रभु न तो इनके जवानों से प्रसन्न होगा, और न इनके अनाथ बालकों और विधवाओं पर दया करेगा; क्योंकि हर एक भक्तिहीन और कुकर्मी है, और हर एक के मुख से मूर्खता की बातें निकलती हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Isaiah 9:12
और उनके शत्रुओं को अर्थात पहिले आराम को और तब पलिश्तियों को उभारेगा, और वे मुंह खोल कर इस्राएलियों को निगल लेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Psalm 78:49
उसने उनके ऊपर अपना प्रचणड क्रोध और रोष भड़काया, और उन्हे संकट में डाला, और दुखदाई दूतों का दल भेजा।
Numbers 25:4
और यहोवा ने मूसा से कहा, प्रजा के सब प्रधानों को पकड़कर यहोवा के लिये धूप में लटका दे, जिस से मेरा भड़का हुआ कोप इस्त्राएल के ऊपर से दूर हो जाए।