Jeremiah 32:33
उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं वरन पीठ ही फेर दी है; यद्यपि मैं उन्हें बड़े यत्न से सिखाता आया हूँ, तौभी उन्होंने मेरी शिक्षा को नहीं माना।
Jeremiah 32:33 in Other Translations
King James Version (KJV)
And they have turned unto me the back, and not the face: though I taught them, rising up early and teaching them, yet they have not hearkened to receive instruction.
American Standard Version (ASV)
And they have turned unto me the back, and not the face: and though I taught them, rising up early and teaching them, yet they have not hearkened to receive instruction.
Bible in Basic English (BBE)
And they have been turning their backs and not their faces to me: and though I was their teacher, getting up early and teaching them, their ears were not open to teaching.
Darby English Bible (DBY)
And they have turned unto me the back, and not the face; and though I taught them, rising early and teaching, they hearkened not to receive instruction.
World English Bible (WEB)
They have turned to me the back, and not the face: and though I taught them, rising up early and teaching them, yet they have not listened to receive instruction.
Young's Literal Translation (YLT)
And they turn unto Me the neck, and not the face, and teaching them, rising early and teaching, and they are not hearkening to accept instruction.
| And they have turned | וַיִּפְנ֥וּ | wayyipnû | va-yeef-NOO |
| unto | אֵלַ֛י | ʾēlay | ay-LAI |
| me the back, | עֹ֖רֶף | ʿōrep | OH-ref |
| not and | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| the face: | פָנִ֑ים | pānîm | fa-NEEM |
| though I taught | וְלַמֵּ֤ד | wĕlammēd | veh-la-MADE |
| early up rising them, | אֹתָם֙ | ʾōtām | oh-TAHM |
| and teaching | הַשְׁכֵּ֣ם | haškēm | hahsh-KAME |
| not have they yet them, | וְלַמֵּ֔ד | wĕlammēd | veh-la-MADE |
| hearkened | וְאֵינָ֥ם | wĕʾênām | veh-ay-NAHM |
| to receive | שֹׁמְעִ֖ים | šōmĕʿîm | shoh-meh-EEM |
| instruction. | לָקַ֥חַת | lāqaḥat | la-KA-haht |
| מוּסָֽר׃ | mûsār | moo-SAHR |
Cross Reference
Ezekiel 8:16
तब वह मुझे यहोवा के भवन के भीतरी आंगन में ले गया; और वहां यहोवा के भवन के द्वार के पास ओसारे और वेदी के बीच कोई पच्चीस पुरुष अपनी पीठ यहोवा के भवन की ओर और अपने मुख पूर्व की ओर किए हुए थे; और वे पूर्व दिशा की ओर सूर्य को दण्डवत कर रहे थे।
Jeremiah 7:13
अब यहोवा की यह वाणी है, कि तुम जो ये सब काम करते आए हो, और यद्यपि मैं तुम से बड़े यत्न से बातें करता रहा हूँ, तौभी तुम ने नहीं सुना, और तुम्हें बुलाता आया परन्तु तुम नहीं बोले,
Jeremiah 2:27
वे काठ से कहते हैं, तू मेरा बाप है, और पत्थर से कहते हैं, तू ने मुझे जन्म दिया है। इस प्रकार उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं पीठ ही फेरी है; परन्तु विपत्ति के समय वे कहते हैं, उठ कर हमें बचा!
John 8:2
और भोर को फिर मन्दिर में आया, और सब लोग उसके पास आए; और वह बैठकर उन्हें उपदेश देने लगा।
Jeremiah 35:15
मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न कर के यह कहने को भेजता आया हूँ कि अपनी बुरी चाल से फिरो, और अपने काम सुधारो, और दूसरे देवताओं के पीछे जा कर उनकी उपासना मत करो तब तुम इस देश में जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है, बसने पाओगे। पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है।
Jeremiah 26:5
और न मेरे दास भविष्यद्वक्ताओं के वचनों पर कान लगाओगे, (जिन्हें मैं तुम्हारे पास बड़ा यत्न कर के भेजता आया हूँ, परन्तु तुम ने उनकी नहीं सुनी),
Jeremiah 7:24
पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया; वे अपनी ही युक्तियों और अपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे और पीछे हट गए पर आगे न बढ़े।
2 Chronicles 36:15
और उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने बड़ा यत्न कर के अपने दूतों से उन के पास कहला भेजा, क्योंकि वह अपनी प्रजा और अपने धाम पर तरस खाता था;
Zechariah 7:11
परन्तु उन्होंने चित्त लगाना न चाहा, और हठ किया, और अपने कानों को मूंद लिया ताकि सुन न सकें।
Hosea 11:2
परन्तु जितना वे उन को बुलाते थे, उतना ही वे भागे जाते थे; वे बाल देवताओं के लिये बलिदान करते, और खुदी हुई मूरतों के लिये धूप जलाते गए॥
Jeremiah 44:4
तौभी मैं अपने सब दास भविष्यद्वक्ताओं को बड़े यत्न से यह कहने के लिये तुम्हारे पास भेजता रहा कि यह घृणित काम मत करो, जिस से मैं घृणा रखता हूँ।
Jeremiah 25:3
आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के राज्य के तेरहवें वर्ष से ले कर आज के दिन तक अर्थात तेईस वर्ष से यहोवा का वचन मेरे पास पहुंचता आया है; और मैं उसे बड़े यत्न के साथ तुम से कहता आया हूँ; परन्तु तुम ने उसे नहीं सुना।
Jeremiah 18:17
मैं उन को पुरवाई से उड़ाकर शत्रु के साम्हने से तितर-बितर कर दूंगा। उनकी विपत्ति के दिन मैं उन को मुंह नहीं परन्तु पीठ दिखाऊंगा।