Jeremiah 32:31
यह नगर जब से बसा है तब से आज के दिन तक मेरे क्रोध और जलजलाहट के भड़कने का कारण हुआ है, इसलिये अब मैं इस को अपने साम्हने से इस कारण दूर करूंगा
For | כִּ֧י | kî | kee |
this | עַל | ʿal | al |
city | אַפִּ֣י | ʾappî | ah-PEE |
hath been | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
of provocation a as me to | חֲמָתִ֗י | ḥămātî | huh-ma-TEE |
mine anger | הָ֤יְתָה | hāyĕtâ | HA-yeh-ta |
of and | לִּי֙ | liy | lee |
my fury | הָעִ֣יר | hāʿîr | ha-EER |
from | הַזֹּ֔את | hazzōt | ha-ZOTE |
day the | לְמִן | lĕmin | leh-MEEN |
that | הַיּוֹם֙ | hayyôm | ha-YOME |
they built | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
unto even it | בָּנ֣וּ | bānû | ba-NOO |
this | אוֹתָ֔הּ | ʾôtāh | oh-TA |
day; | וְעַ֖ד | wĕʿad | veh-AD |
remove should I that | הַיּ֣וֹם | hayyôm | HA-yome |
it from before | הַזֶּ֑ה | hazze | ha-ZEH |
my face, | לַהֲסִירָ֖הּ | lahăsîrāh | la-huh-see-RA |
מֵעַ֥ל | mēʿal | may-AL | |
פָּנָֽי׃ | pānāy | pa-NAI |