Jeremiah 22:21
तेरे सुख के समय मैं ने तुझ को चिताया था, परन्तु तू ने कहा, मैं तेरी न सुनूंगी। युवावस्था ही से तेरी चाल ऐसी है कि तू मेरी बात नहीं सुनती।
I spake | דִּבַּ֤רְתִּי | dibbartî | dee-BAHR-tee |
unto | אֵלַ֙יִךְ֙ | ʾēlayik | ay-LA-yeek |
thee in thy prosperity; | בְּשַׁלְוֹתַ֔יִךְ | bĕšalwōtayik | beh-sha-l-oh-TA-yeek |
saidst, thou but | אָמַ֖רְתְּ | ʾāmarĕt | ah-MA-ret |
I will not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
hear. | אֶשְׁמָ֑ע | ʾešmāʿ | esh-MA |
This | זֶ֤ה | ze | zeh |
hath been thy manner | דַרְכֵּךְ֙ | darkēk | dahr-kake |
youth, thy from | מִנְּעוּרַ֔יִךְ | minnĕʿûrayik | mee-neh-oo-RA-yeek |
that | כִּ֥י | kî | kee |
thou obeyedst | לֹֽא | lōʾ | loh |
not | שָׁמַ֖עַתְּ | šāmaʿat | sha-MA-at |
my voice. | בְּקוֹלִֽי׃ | bĕqôlî | beh-koh-LEE |