Isaiah 8:14
और वह शरणस्थान होगा, परन्तु इस्राएल के दोनों घरानों के लिये ठोकर का पत्थर और ठेस की चट्टान, और यरूशलेम के निवासियों के लिये फन्दा और जाल होगा।
And he shall be | וְהָיָ֖ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
for a sanctuary; | לְמִקְדָּ֑שׁ | lĕmiqdāš | leh-meek-DAHSH |
stone a for but | וּלְאֶ֣בֶן | ûlĕʾeben | oo-leh-EH-ven |
of stumbling | נֶ֠גֶף | negep | NEH-ɡef |
and for a rock | וּלְצ֨וּר | ûlĕṣûr | oo-leh-TSOOR |
offence of | מִכְשׁ֜וֹל | mikšôl | meek-SHOLE |
to both | לִשְׁנֵ֨י | lišnê | leesh-NAY |
the houses | בָתֵּ֤י | bottê | voh-TAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
gin a for | לְפַ֣ח | lĕpaḥ | leh-FAHK |
and for a snare | וּלְמוֹקֵ֔שׁ | ûlĕmôqēš | oo-leh-moh-KAYSH |
inhabitants the to | לְיוֹשֵׁ֖ב | lĕyôšēb | leh-yoh-SHAVE |
of Jerusalem. | יְרוּשָׁלִָֽם׃ | yĕrûšāloim | yeh-roo-sha-loh-EEM |
Cross Reference
1 Peter 2:8
और ठेस लगने का पत्थर और ठोकर खाने की चट्टान हो गया है: क्योंकि वे तो वचन को न मान कर ठोकर खाते हैं और इसी के लिये वे ठहराए भी गए थे।
Luke 2:34
तब शमौन ने उन को आशीष देकर, उस की माता मरियम से कहा; देख, वह तो इस्राएल में बहुतों के गिरने, और उठने के लिये, और एक ऐसा चिन्ह होने के लिये ठहराया गया है, जिस के विरोध में बातें की जाएगीं --
Romans 9:32
किस लिये? इसलिये कि वे विश्वास से नहीं, परन्तु मानो कर्मों से उस की खोज करते थे: उन्होंने उस ठोकर के पत्थर पर ठोकर खाई।
Ezekiel 11:16
परन्तु तू उन से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है कि मैं ने तुम को दूर दूर की जातियों में बसाया और देश देश में तितर-बितर कर दिया तो है, तौभी जिन देशों में तुम आए हुए हो, उन में मैं स्वयं तुम्हारे लिये थोड़े दिन तक पवित्र स्थान ठहरूंगा।
Isaiah 28:16
इसलिये प्रभु यहोवा यों कहता है, देखो, मैं ने सिय्योन में नेव का पत्थर रखा है, एक परखा हुआ पत्थर, कोने का अनमोल और अति दृढ़ नेव के योग्य पत्थर: और जो कोई विश्वास रखे वह उतावली न करेगा।
Psalm 46:1
परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक।
Matthew 13:57
सो उन्होंने उसके कारण ठोकर खाई, पर यीशु ने उन से कहा, भविष्यद्वक्ता अपने देश और अपने घर को छोड़ और कहीं निरादर नहीं होता।
Proverbs 18:10
यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है।
Psalm 69:22
उनका भोजन उनके लिये फन्दा हो जाए; और उनके सुख के समय जाल बन जाए।
Psalm 11:6
वह दुष्टों पर फन्दे बरसाएगा; आग और गन्धक और प्रचण्ड लूह उनके कटोरों में बांट दी जाएंगी।
Romans 11:35
या किस ने पहिले उसे कुछ दिया है जिस का बदला उसे दिया जाए।
Romans 11:9
और दाउद कहता है; उन का भोजन उन के लिये जाल, और फन्दा, और ठोकर, और दण्ड का कारण हो जाए।
Luke 21:35
क्योंकि वह सारी पृथ्वी के सब रहने वालों पर इसी प्रकार आ पड़ेगा।
Isaiah 26:20
हे मेरे लोगों, आओ, अपनी अपनी कोठरी में प्रवेश कर के किवाड़ों को बन्द करो; थोड़ी देर तक जब तक क्रोध शान्त न हो तब तक अपने को छिपा रखो।
Isaiah 24:17
हे पृथ्वी के रहने वालों तुम्हारे लिये भय और गड़हा और फन्दा है!
Isaiah 4:6
वह दिन को घाम से बचाने के लिये और आंधी-पानी और झड़ी में एक शरण और आड़ होगा॥