Isaiah 56:1 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 56 Isaiah 56:1

Isaiah 56:1
यहोवा यों कहता है, न्याय का पालन करो, और धर्म के काम करो; क्योंकि मैं शीघ्र तुम्हारा उद्धार करूंगा, और मेरा धर्मी होना प्रगट होगा।

Isaiah 56Isaiah 56:2

Isaiah 56:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
Thus saith the LORD, Keep ye judgment, and do justice: for my salvation is near to come, and my righteousness to be revealed.

American Standard Version (ASV)
Thus saith Jehovah, Keep ye justice, and do righteousness; for my salvation is near to come, and my righteousness to be revealed.

Bible in Basic English (BBE)
The Lord says, Let your way of life be upright, and let your behaviour be rightly ordered: for my salvation is near, and my righteousness will quickly be seen.

Darby English Bible (DBY)
Thus saith Jehovah: Keep ye judgment and do righteousness; for my salvation is near to come, and my righteousness to be revealed.

World English Bible (WEB)
Thus says Yahweh, Keep you justice, and do righteousness; for my salvation is near to come, and my righteousness to be revealed.

Young's Literal Translation (YLT)
Thus said Jehovah: `Keep ye judgment, and do righteousness, For near `is' My salvation to come, And My righteousness to be revealed.'

Thus
כֹּ֚הkoh
saith
אָמַ֣רʾāmarah-MAHR
the
Lord,
יְהוָ֔הyĕhwâyeh-VA
Keep
שִׁמְר֥וּšimrûsheem-ROO
judgment,
ye
מִשְׁפָּ֖טmišpāṭmeesh-PAHT
and
do
וַעֲשׂ֣וּwaʿăśûva-uh-SOO
justice:
צְדָקָ֑הṣĕdāqâtseh-da-KA
for
כִּֽיkee
salvation
my
קְרוֹבָ֤הqĕrôbâkeh-roh-VA
is
near
יְשֽׁוּעָתִי֙yĕšûʿātiyyeh-shoo-ah-TEE
to
come,
לָב֔וֹאlābôʾla-VOH
righteousness
my
and
וְצִדְקָתִ֖יwĕṣidqātîveh-tseed-ka-TEE
to
be
revealed.
לְהִגָּלֽוֹת׃lĕhiggālôtleh-hee-ɡa-LOTE

Cross Reference

Matthew 3:2
मन फिराओ; क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।

Psalm 85:9
निश्चय उसके डरवैयों के उद्धार का समय निकट है, तब हमारे देश में महिमा का निवास होगा॥

Romans 13:11
और समय को पहिचान कर ऐसा ही करो, इसलिये कि अब तुम्हारे लिये नींद से जाग उठने की घड़ी आ पहुंची है, क्योंकि जिस समय हम ने विश्वास किया था, उस समय के विचार से अब हमारा उद्धार निकट है।

Romans 10:6
परन्तु जो धामिर्कता विश्वास से है, वह यों कहती है, कि तू अपने मन में यह न कहना कि स्वर्ग पर कौन चढ़ेगा? अर्थात मसीह को उतार लाने के लिये!

Romans 1:17
क्योंकि उस में परमेश्वर की धामिर्कता विश्वास से और विश्वास के लिये प्रगट होती है; जैसा लिखा है, कि विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा॥

Isaiah 55:7
दुष्ट अपनी चालचलन और अनर्थकारी अपने सोच विचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे, वह उस पर दया करेगा, वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा।

Isaiah 51:5
मेरा छुटकारा निकट है; मेरा उद्धार प्रगट हुआ है; मैं अपने भुजबल से देश देश के लोगों का न्याय करूंगा। द्वीप मेरी बाट जाहेंगे और मेरे भुजबल पर आशा रखेंगे।

Isaiah 46:13
मैं अपनी धामिर्कता को समीप ले आने पर हूं वह दूर नहीं है, और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा; मैं सिय्योन का उद्धार करूंगा और इस्राएल को महिमा दूंगा॥

Isaiah 26:7
धर्मी का मार्ग सच्चाई है; तू जो स्वयं सच्चाई है, तू धर्मी की अगुवाई करता है।

Isaiah 1:16
अपने को धोकर पवित्र करो: मेरी आंखों के साम्हने से अपने बुरे कामों को दूर करो; भविष्य में बुराई करना छोड़ दो,

Psalm 50:23
धन्यवाद के बलिदान का चढ़ाने वाला मेरी महिमा करता है; और जो अपना चरित्र उत्तम रखता है उसको मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊंगा!

Psalm 24:4
जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है।

John 7:17
यदि कोई उस की इच्छा पर चलना चाहे, तो वह इस उपदेश के विषय में जान जाएगा कि वह परमेश्वर की ओर से है, या मैं अपनी ओर से कहता हूं।

Luke 3:3
और वह यरदन के आस पास के सारे देश में आकर, पापों की क्षमा के लिये मन फिराव के बपतिस्मा का प्रचार करने लगा।

Mark 1:15
और कहा, समय पूरा हुआ है, और परमेश्वर का राज्य निकट आ गया है; मन फिराओ और सुसमाचार पर विश्वास करो॥

Matthew 4:17
उस समय से यीशु प्रचार करना और यह कहना आरम्भ किया, कि मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है।

Jeremiah 7:3
सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है, यों कहता है, अपनी अपनी चाल और काम सुधारो, तब मैं तुम को इस स्थान में बसे रहने दूंगा।

Malachi 4:4
मेरे दास मूसा की व्यवस्था अर्थात जो जो विधि और नियम मैं ने सारे इस्रएलियों के लिये उसको होरेब में दिए थे, उन को स्मरण रखो॥