Isaiah 51:4
हे मेरी प्रजा के लोगो, मेरी ओर ध्यान धरो; हे मेरे लोगो, कान लगाकर मेरी सुनो; क्योंकि मेरी ओर से व्यवस्था दी जाएगी, और मैं अपना नियम देश देश के लोगों की ज्योति होने के लिये स्थिर करूंगा।
Isaiah 51:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
Hearken unto me, my people; and give ear unto me, O my nation: for a law shall proceed from me, and I will make my judgment to rest for a light of the people.
American Standard Version (ASV)
Attend unto me, O my people; and give ear unto me, O my nation: for a law shall go forth from me, and I will establish my justice for a light of the peoples.
Bible in Basic English (BBE)
Give attention to me, O my people; and give ear to me, O my nation; for teaching will go out from me, and the knowledge of the true God will be a light to the peoples.
Darby English Bible (DBY)
Listen unto me, my people; and give ear unto me, my nation: for a law shall proceed from me, and I will establish my judgment for a light of the peoples.
World English Bible (WEB)
Attend to me, my people; and give ear to me, my nation: for a law shall go forth from me, and I will establish my justice for a light of the peoples.
Young's Literal Translation (YLT)
Attend unto Me, O My people, And, O My nation, unto Me give ear. For a law from Me goeth out, And My judgment to the light, Peoples I do cause to rest.
| Hearken | הַקְשִׁ֤יבוּ | haqšîbû | hahk-SHEE-voo |
| unto | אֵלַי֙ | ʾēlay | ay-LA |
| me, my people; | עַמִּ֔י | ʿammî | ah-MEE |
| and give ear | וּלְאוּמִּ֖י | ûlĕʾûmmî | oo-leh-oo-MEE |
| unto | אֵלַ֣י | ʾēlay | ay-LAI |
| me, O my nation: | הַאֲזִ֑ינוּ | haʾăzînû | ha-uh-ZEE-noo |
| for | כִּ֤י | kî | kee |
| a law | תוֹרָה֙ | tôrāh | toh-RA |
| proceed shall | מֵאִתִּ֣י | mēʾittî | may-ee-TEE |
| from | תֵצֵ֔א | tēṣēʾ | tay-TSAY |
| judgment my make will I and me, | וּמִשְׁפָּטִ֔י | ûmišpāṭî | oo-meesh-pa-TEE |
| to rest | לְא֥וֹר | lĕʾôr | leh-ORE |
| light a for | עַמִּ֖ים | ʿammîm | ah-MEEM |
| of the people. | אַרְגִּֽיעַ׃ | ʾargîaʿ | ar-ɡEE-ah |
Cross Reference
Isaiah 42:6
मुझ यहोवा ने तुझ को धर्म से बुला लिया है; मैं तेरा हाथ थाम कर तेरी रक्षा करूंगा; मैं तुझे प्रजा के लिये वाचा और जातियों के लिये प्रकाश ठहराऊंगा; कि तू अन्धों की आंखें खोले,
Isaiah 2:3
और बहुत देशों के लोग आएंगे, और आपस में कहेंगे: आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
Micah 4:2
और बहुत जातियों के लोग जाएंगे, और आपस में कहेंगे, आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
Isaiah 49:6
उसी ने मुझ से यह भी कहा है, यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे; मैं तुझे अन्यजातियों के लिये ज्योति ठहराऊंगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए॥
Luke 2:32
कि वह अन्य जातियों को प्रकाश देने के लिये ज्योति, और तेरे निज लोग इस्राएल की महिमा हो।
John 16:8
और वह आकर संसार को पाप और धामिर्कता और न्याय के विषय में निरूत्तर करेगा।
Romans 8:2
क्योंकि जीवन की आत्मा की व्यवस्था ने मसीह यीशु में मुझे पाप की, और मृत्यु की व्यवस्था से स्वतंत्र कर दिया।
1 Corinthians 9:21
व्यवस्थाहीनों के लिये मैं (जो परमेश्वर की व्यवस्था से हीन नहीं, परन्तु मसीह की व्यवस्था के आधीन हूं) व्यवस्थाहीन सा बना, कि व्यवस्थाहीनों को खींच लाऊं।
1 Peter 2:9
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
Matthew 12:18
कि देखो, यह मेरा सेवक है, जिसे मैं ने चुना है; मेरा प्रिय, जिस से मेरा मन प्रसन्न है: मैं अपना आत्मा उस पर डालूंगा; और वह अन्यजातियों को न्याय का समाचार देगा।
Isaiah 42:1
मेरे दास को देखो जिसे मैं संभाले हूं, मेरे चुने हुए को, जिस से मेरा जी प्रसन्न है; मैं ने उस पर अपना आत्मा रखा है, वह अन्यजातियों के लिये न्याय प्रगट करेगा।
Exodus 33:13
और अब यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो, तो मुझे अपनी गति समझा दे, जिस से जब मैं तेरा ज्ञान पाऊं तब तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे। फिर इसकी भी सुधि कर कि यह जाति तेरी प्रजा है।
Psalm 33:12
क्या ही धन्य है वह जाति जिसका परमेश्वर यहोवा है, और वह समाज जिसे उसने अपना निज भाग होने के लिये चुन लिया हो!
Psalm 50:7
हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूं, और हे इस्राएल, मैं तेरे विषय साक्षी देता हूं। परमेश्वर तेरा परमेश्वर मैं ही हूं।
Psalm 78:1
हे मेरे लोगों, मेरी शिक्षा सुनो; मेरे वचनों की ओर कान लगाओ!
Psalm 106:5
कि मैं तेरे चुने हुओं का कल्याण देखूं, और तेरी प्रजा के आनन्द में आनन्दित हो जाऊं; और तेरे निज भाग के संग बड़ाई करने पाऊं॥
Psalm 147:20
किसी और जाति से उसने ऐसा बर्ताव नहीं किया; और उसके नियमों को औरों ने नहीं जाना॥ याह की स्तुति करो।
Proverbs 6:23
आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और सिखाने वाले की डांट जीवन का मार्ग है,
Isaiah 26:2
फाटकों को खोलो कि सच्चाई का पालन करने वाली एक धर्मी जाति प्रवेश करे।
Exodus 19:6
और तुम मेरी दृष्टि में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे। जो बातें तुझे इस्त्राएलियों से कहनी हैं वे ये ही हैं।