Isaiah 45:12 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 45 Isaiah 45:12

Isaiah 45:12
मैं ही ने पृथ्वी को बनाया और उसके ऊपर मनुष्यों को सृजा है; मैं ने अपने ही हाथों से आकाश को ताना और उसके सारे गणों को आज्ञा दी है।

Isaiah 45:11Isaiah 45Isaiah 45:13

Isaiah 45:12 in Other Translations

King James Version (KJV)
I have made the earth, and created man upon it: I, even my hands, have stretched out the heavens, and all their host have I commanded.

American Standard Version (ASV)
I have made the earth, and created man upon it: I, even my hands, have stretched out the heavens; and all their host have I commanded.

Bible in Basic English (BBE)
I have made the earth, forming man on it: by my hands the heavens have been stretched out, and all the stars put in their ordered places.

Darby English Bible (DBY)
It is I that have made the earth, and created man upon it; it is I, my hands, that have stretched out the heavens, and all their host have I commanded.

World English Bible (WEB)
I have made the earth, and created man on it: I, even my hands, have stretched out the heavens; and all their host have I commanded.

Young's Literal Translation (YLT)
I made earth, and man on it prepared, I -- My hands stretched out the heavens, And all their host I have commanded.

I
אָֽנֹכִי֙ʾānōkiyah-noh-HEE
have
made
עָשִׂ֣יתִיʿāśîtîah-SEE-tee
the
earth,
אֶ֔רֶץʾereṣEH-rets
created
and
וְאָדָ֖םwĕʾādāmveh-ah-DAHM
man
עָלֶ֣יהָʿālêhāah-LAY-ha
upon
בָרָ֑אתִיbārāʾtîva-RA-tee
it:
I,
אֲנִ֗יʾănîuh-NEE
hands,
my
even
יָדַי֙yādayya-DA
have
stretched
out
נָט֣וּnāṭûna-TOO
the
heavens,
שָׁמַ֔יִםšāmayimsha-MA-yeem
all
and
וְכָלwĕkālveh-HAHL
their
host
צְבָאָ֖םṣĕbāʾāmtseh-va-AM
have
I
commanded.
צִוֵּֽיתִי׃ṣiwwêtîtsee-WAY-tee

Cross Reference

Isaiah 42:5
ईश्वर जो आकाश का सृजने और तानने वाला है, जो उपज सहित पृथ्वी का फैलाने वाला और उस पर के लोगों को सांस और उस पर के चलने वालों को आत्मा देने वाला यहावो है, वह यों कहता है:

Genesis 2:1
यों आकाश और पृथ्वी और उनकी सारी सेना का बनाना समाप्त हो गया।

Isaiah 44:24
यहोवा, तेरा उद्धारकर्त्ता, जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया है, यों कहता है, मैं यहोवा ही सब का बनाने वाला हूं जिसने अकेले ही आकाश को ताना और पृथ्वी को अपनी ही शक्ति से फैलाया है।

Nehemiah 9:6
तू ही अकेला यहोवा है; स्वर्ग वरन सब से ऊंचे स्वर्ग और उसके सब गण, और पृथ्वी और जो कुछ उस में है, और समुद्र और जो कुछ उस में है, सभों को तू ही ने बनाया, और सभों की रक्षा तू ही करता है; और स्वर्ग की समस्त सेना तुझी को दण्डवत करती हैं।

Jeremiah 27:5
अपने अपने स्वामी से यों कहो कि पृथ्वी को और पृथ्वी पर के मनुष्यों और पशुओं को अपनी बड़ी शक्ति और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा मैं ने बनाया, और जिस किसी को मैं चाहता हूँ उसी को मैं उन्हें दिया करता हूँ।

Isaiah 45:18
क्योंकि यहोवा जो आकाश का सृजनहार है, वही परमेश्वर है; उसी ने पृथ्वी को रचा और बनाया, उसी ने उसको स्थिर भी किया; उसने उसे सुनसान रहने के लिये नहीं परन्तु बसने के लिये उसे रचा है। वही यों कहता है, मैं यहोवा हूं, मेरे सिवा दूसरा और कोई नहीं है।

Hebrews 11:3
विश्वास ही से हम जान जाते हैं, कि सारी सृष्टि की रचना परमेश्वर के वचन के द्वारा हुई है। यह नहीं, कि जो कुछ देखने में आता है, वह देखी हुई वस्तुओं से बना हो।

Zechariah 12:1
इस्राएल के विषय में यहोवा का कहा हुआ भारी वचन: यहोवा को आकाश का तानने वाला, पृथ्वी की नेव डालने वाला और मनुष्य की आत्मा का रचने वाला है, उसकी यह वाणी है,

Jeremiah 32:17
हे प्रभु यहोवा, तू ने बड़े सामर्थ और बढ़ाई हुई भुजा से आकाश और पृथ्वी को बनाया है! तेरे लिये कोई काम कठिन नहीं है।

Isaiah 40:28
क्या तुम नहीं जानते? क्या तुम ने नहीं सुना? यहोवा जो सनातन परमेश्वर और पृथ्वी भर का सिरजनहार है, वह न थकता, न श्रमित होता है, उसकी बुद्धि अगम है।

Isaiah 40:22
यह वह है जो पृथ्वी के घेरे के ऊपर आकाशमण्डल पर विराजमान है; और पृथ्वी के रहने वाले टिड्डी के तुल्य है; जो आकाश को मलमल की नाईं फैलाता और ऐसा तान देता है जैसा रहने के लिये तम्बू ताना जाता है;

Isaiah 40:12
किस ने महासागर को चुल्लू से मापा और किस के बित्ते से आकाश का नाप हुआ, किस ने पृथ्वी की मिट्टी को नपवे में भरा और पहाड़ों को तराजू में और पहाडिय़ों को कांटे में तौला है?

Psalm 102:25
आदि में तू ने पृथ्वी की नेव डाली, और आकाश तेरे हाथों का बनाया हुआ है।

Genesis 1:26
फिर परमेश्वर ने कहा, हम मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार अपनी समानता में बनाएं; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगने वाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।