Isaiah 44:20
वह राख खाता है; भरमाई हुई बुद्धि के कारण वह भटकाया गया है और वह न अपने को बचा सकता और न यह कह सकता है, क्या मेरे दाहिने हाथ में मिथ्या नहीं?
He feedeth | רֹעֶ֣ה | rōʿe | roh-EH |
on ashes: | אֵ֔פֶר | ʾēper | A-fer |
a deceived | לֵ֥ב | lēb | lave |
heart | הוּתַ֖ל | hûtal | hoo-TAHL |
aside, him turned hath | הִטָּ֑הוּ | hiṭṭāhû | hee-TA-hoo |
that he cannot | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
deliver | יַצִּ֤יל | yaṣṣîl | ya-TSEEL |
אֶת | ʾet | et | |
his soul, | נַפְשׁוֹ֙ | napšô | nahf-SHOH |
nor | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
say, | יֹאמַ֔ר | yōʾmar | yoh-MAHR |
not there Is | הֲל֥וֹא | hălôʾ | huh-LOH |
a lie | שֶׁ֖קֶר | šeqer | SHEH-ker |
in my right hand? | בִּימִינִֽי׃ | bîmînî | bee-mee-NEE |