Isaiah 16:5 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 16 Isaiah 16:5

Isaiah 16:5
तब दया के साथ एक सिंहासन स्थिर किया जाएगा और उस पर दाऊद के तम्बू में सच्चाई के साथ एक विराजमान होगा जो सोच विचार कर सच्चा न्याय करेगा और धर्म के काम पर तत्पर रहेगा॥

Isaiah 16:4Isaiah 16Isaiah 16:6

Isaiah 16:5 in Other Translations

King James Version (KJV)
And in mercy shall the throne be established: and he shall sit upon it in truth in the tabernacle of David, judging, and seeking judgment, and hasting righteousness.

American Standard Version (ASV)
And a throne shall be established in lovingkindness; and one shall sit thereon in truth, in the tent of David, judging, and seeking justice, and swift to do righteousness.

Bible in Basic English (BBE)
Then a king's seat will be based on mercy, and one will be seated on it in the tent of David for ever; judging uprightly, and quick to do righteousness.

Darby English Bible (DBY)
And a throne shall be established in mercy: and in the tent of David there shall sit upon it, in truth, one judging and seeking justice and hastening righteousness.

World English Bible (WEB)
A throne shall be established in loving kindness; and one shall sit thereon in truth, in the tent of David, judging, and seeking justice, and swift to do righteousness.

Young's Literal Translation (YLT)
And established in kindness is the throne, And `one' hath sat on it in truth, in the tent of David, Judging and seeking judgment, and hasting righteousness.

And
in
mercy
וְהוּכַ֤ןwĕhûkanveh-hoo-HAHN
shall
the
throne
בַּחֶ֙סֶד֙baḥesedba-HEH-SED
established:
be
כִּסֵּ֔אkissēʾkee-SAY
and
he
shall
sit
וְיָשַׁ֥בwĕyāšabveh-ya-SHAHV
upon
עָלָ֛יוʿālāywah-LAV
truth
in
it
בֶּאֱמֶ֖תbeʾĕmetbeh-ay-MET
in
the
tabernacle
בְּאֹ֣הֶלbĕʾōhelbeh-OH-hel
of
David,
דָּוִ֑דdāwidda-VEED
judging,
שֹׁפֵ֛טšōpēṭshoh-FATE
and
seeking
וְדֹרֵ֥שׁwĕdōrēšveh-doh-RAYSH
judgment,
מִשְׁפָּ֖טmišpāṭmeesh-PAHT
and
hasting
וּמְהִ֥רûmĕhiroo-meh-HEER
righteousness.
צֶֽדֶק׃ṣedeqTSEH-dek

Cross Reference

Micah 4:7
और लंगड़ों को मैं बचा रखूंगा, और दूर किए हुओं को एक सामर्थी जाति कर दूंगा; और यहोवा उन पर सिय्योन पर्वत के ऊपर से सदा राज्य करता रहेगा॥

Daniel 7:14
तब उसको ऐसी प्रभुता, महिमा और राज्य दिया गया, कि देश-देश और जाति-जाति के लोग और भिन्न-भिन्न भाषा बालने वाले सब उसके आधीन हों; उसकी प्रभुता सदा तक अटल, और उसका राज्य अविनाशी ठहरा॥

Daniel 7:27
तब राज्य और प्रभुता और धरती पर के राज्य की महिमा, परमप्रधान ही की प्रजा अर्थात उसके पवित्र लोगों को दी जाएगी, उसका राज्य सदा का राज्य है, और सब प्रभुता करने वाले उसके आधीन होंगे और उसकी आज्ञा मानेंगे।

Isaiah 32:1
देखो, एक राजा धर्म से राज्य करेगा, और राजकुमार न्याय से हुकूमत करेंगे।

Isaiah 9:6
क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत, युक्ति करने वाला, पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा।

2 Samuel 7:16
वरन तेरा घराना और तेरा राज्य मेरे साम्हने सदा अटल बना रहेगा; तेरी गद्दी सदैव बनी रहेगी।

Zechariah 9:9
हे सिय्योन बहुत ही मगन हो। हे यरूशलेम जयजयकार कर! क्योंकि तेरा राजा तेरे पास आएगा; वह धर्मी और उद्धार पाया हुआ है, वह दीन है, और गदहे पर वरन गदही के बच्चे पर चढ़ा हुआ आएगा।

Luke 1:31
और देख, तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा; तू उसका नाम यीशु रखना।

2 Peter 3:11
तो जब कि ये सब वस्तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए।

Hebrews 1:8
परन्तु पुत्र से कहता है, कि हे परमेश्वर तेरा सिंहासन युगानुयुग रहेगा: तेरे राज्य का राजदण्ड न्याय का राजदण्ड है।

Acts 15:16
इस के बाद मैं फिर आकर दाऊद का गिरा हुआ डेरा उठाऊंगा, और उसके खंडहरों को फिर बनाऊंगा, और उसे खड़ा करूंगा।

Luke 1:69
और अपने सेवक दाऊद के घराने में हमारे लिये एक उद्धार का सींग निकाला।

Amos 9:11
उस समय मैं दाऊद की गिरी हुई झोंपड़ी को खड़ा करूंगा, और उसके बाड़े के नाकों को सुधारूंगा, और उसके खण्डहरों को फिर बनाऊंगा, और जैसा वह प्राचीनकाल से था, उसको वैसा ही बना दुंगा;

Jeremiah 23:5
यहोवा की यह भी वाणी है, देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धमीं अंकुर उगाऊंगा, और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से प्रभुता करेगा।

Isaiah 55:4
सुनो, मैं ने उसको राज्य राज्य के लोगों के लिये साक्षी और प्रधान और आज्ञा देने वाला ठहराया है।

Isaiah 11:1
तब यिशै के ठूंठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी।

2 Samuel 23:3
इस्राएल के परमेश्वर ने कहा है, इस्राएल की चट्टान ने मुझ से बातें की है, कि मनुष्यों में प्रभुता करने वाला एक धमीं होगा, जो परमेश्वर का भय मानता हुआ प्रभुता करेगा,

1 Kings 10:9
धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा! जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ कि तुझे इस्राएल की राजगद्दी पर विराजमान किया: यहोवा इस्राएल से सदा प्रेम रखता है, इस कारण उसने तुझे न्याय और धर्म करने को राजा बना दिया है।

2 Chronicles 31:20
और सारे यहूदा में भी हिजकिय्याह ने ऐसा ही प्रबन्ध किया, और जो कुछ उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला ओर ठीक और सच्चाई का था, उसे वह करता था।

Psalm 61:6
तू राजा की आयु को बहुत बढ़ाएगा; उसके वर्ष पीढ़ी पीढ़ी के बराबर होंगे।

Psalm 72:2
वह तेरी प्रजा का न्याय धर्म से, और तेरे दीन लोगों का न्याय ठीक ठीक चुकाएगा।

Psalm 85:10
करूणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं; धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया है।

Psalm 89:1
मैं यहोवा की सारी करूणा के विषय सदा गाता रहूंगा; मैं तेरी सच्चाई पीढ़ी पीढ़ी तक जताता रहूंगा।

Psalm 89:14
तेरे सिंहासन का मूल, धर्म और न्याय है; करूणा और सच्चाई तेरे आगे आगे चलती है।

Psalm 96:13
यह यहोवा के साम्हने हो, क्योंकि वह आने वाला है। वह पृथ्वी का न्याय करने को आने वाला है, वह धर्म से जगत का, और सच्चाई से देश देश के लोगों का न्याय करेगा॥

Psalm 98:9
यह यहोवा के साम्हने हो, क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आने वाला है। वह धर्म से जगत का, और सीधाई से देश देश के लोगों का न्याय करेगा॥

Psalm 99:4
राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है, तू ही ने सीधाई को स्थापित किया; न्याय और धर्म को याकूब में तू ही ने चालू किया है।

Proverbs 20:28
राजा की रक्षा कृपा और सच्चाई के कारण होती है, और कृपा करने से उसकी गद्दी संभलती है।

Proverbs 29:14
जो राजा कंगालों का न्याय सच्चाई से चुकाता है, उसकी गद्दी सदैव स्थिर रहती है।

2 Samuel 5:9
और दाऊद उस गढ़ में रहने लगा, और उसका नाम दाऊदपुर रखा। और दाऊद ने चारों ओर मिल्लो से ले कर भीतर की ओर शहरपनाह बनवाई।