Isaiah 1:13
व्यर्थ अन्नबलि फिर मत लाओ; धूप से मुझे घृणा है। नये चांद और विश्रामदिन का मानना, और सभाओं का प्रचार करना, यह मुझे बुरा लगता है। महासभा के साथ ही साथ अनर्थ काम करना मुझ से सहा नहीं जाता।
Bring | לֹ֣א | lōʾ | loh |
no | תוֹסִ֗יפוּ | tôsîpû | toh-SEE-foo |
more | הָבִיא֙ | hābîʾ | ha-VEE |
vain | מִנְחַת | minḥat | meen-HAHT |
oblations; | שָׁ֔וְא | šāwĕʾ | SHA-veh |
incense | קְטֹ֧רֶת | qĕṭōret | keh-TOH-ret |
abomination an is | תּוֹעֵבָ֛ה | tôʿēbâ | toh-ay-VA |
unto me; the new moons | הִ֖יא | hîʾ | hee |
sabbaths, and | לִ֑י | lî | lee |
the calling | חֹ֤דֶשׁ | ḥōdeš | HOH-desh |
of assemblies, | וְשַׁבָּת֙ | wĕšabbāt | veh-sha-BAHT |
I cannot | קְרֹ֣א | qĕrōʾ | keh-ROH |
with; away | מִקְרָ֔א | miqrāʾ | meek-RA |
it is iniquity, | לֹא | lōʾ | loh |
even the solemn meeting. | אוּכַ֥ל | ʾûkal | oo-HAHL |
אָ֖וֶן | ʾāwen | AH-ven | |
וַעֲצָרָֽה׃ | waʿăṣārâ | va-uh-tsa-RA |