जकर्याह 2:8
क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आंख की पुतली ही को छूता है।
For | כִּ֣י | kî | kee |
thus | כֹ֣ה | kō | hoh |
saith | אָמַר֮ | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
of hosts; | צְבָאוֹת֒ | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
After | אַחַ֣ר | ʾaḥar | ah-HAHR |
glory the | כָּב֔וֹד | kābôd | ka-VODE |
hath he sent | שְׁלָחַ֕נִי | šĕlāḥanî | sheh-la-HA-nee |
me unto | אֶל | ʾel | el |
nations the | הַגּוֹיִ֖ם | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
which spoiled | הַשֹּׁלְלִ֣ים | haššōlĕlîm | ha-shoh-leh-LEEM |
you: for | אֶתְכֶ֑ם | ʾetkem | et-HEM |
toucheth that he | כִּ֚י | kî | kee |
you toucheth | הַנֹּגֵ֣עַ | hannōgēaʿ | ha-noh-ɡAY-ah |
the apple | בָּכֶ֔ם | bākem | ba-HEM |
of his eye. | נֹגֵ֖עַ | nōgēaʿ | noh-ɡAY-ah |
בְּבָבַ֥ת | bĕbābat | beh-va-VAHT | |
עֵינֽוֹ׃ | ʿênô | ay-NOH |