Romans 8:7
क्योंकि शरीर पर मन लगाना तो परमेश्वर से बैर रखना है, क्योंकि न तो परमेश्वर की व्यवस्था के आधीन है, और न हो सकता है।
Romans 8:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
Because the carnal mind is enmity against God: for it is not subject to the law of God, neither indeed can be.
American Standard Version (ASV)
because the mind of the flesh is enmity against God; for it is not subject to the law of God, neither indeed can it be:
Bible in Basic English (BBE)
Because the mind of the flesh is opposite to God; it is not under the law of God, and is not able to be:
Darby English Bible (DBY)
Because the mind of the flesh is enmity against God: for it is not subject to the law of God; for neither indeed can it be:
World English Bible (WEB)
because the mind of the flesh is hostile towards God; for it is not subject to God's law, neither indeed can it be.
Young's Literal Translation (YLT)
because the mind of the flesh `is' enmity to God, for to the law of God it doth not subject itself,
| Because | διότι | dioti | thee-OH-tee |
| the | τὸ | to | toh |
| carnal | φρόνημα | phronēma | FROH-nay-ma |
| τῆς | tēs | tase | |
| mind | σαρκὸς | sarkos | sahr-KOSE |
| enmity is | ἔχθρα | echthra | AKE-thra |
| against | εἰς | eis | ees |
| God: | θεόν | theon | thay-ONE |
| for | τῷ | tō | toh |
| not is it | γὰρ | gar | gahr |
| subject | νόμῳ | nomō | NOH-moh |
| to the | τοῦ | tou | too |
| law | θεοῦ | theou | thay-OO |
of | οὐχ | ouch | ook |
| God, | ὑποτάσσεται | hypotassetai | yoo-poh-TAHS-say-tay |
| neither | οὐδὲ | oude | oo-THAY |
| indeed | γὰρ | gar | gahr |
| can be. | δύναται· | dynatai | THYOO-na-tay |
Cross Reference
याकूब 4:4
हे व्यभिचारिणयों, क्या तुम नहीं जानतीं, कि संसार से मित्रता करनी परमेश्वर से बैर करना है सो जो कोई संसार का मित्र होना चाहता है, वह अपने आप को परमेश्वर का बैरी बनाता है।
1 कुरिन्थियों 2:14
परन्तु शारीरिक मनुष्य परमेश्वर के आत्मा की बातें ग्रहण नहीं करता, क्योंकि वे उस की दृष्टि में मूर्खता की बातें हैं, और न वह उन्हें जान सकता है क्योंकि उन की जांच आत्मिक रीति से होती है।
1 यूहन्ना 2:15
तुम न तो संसार से और न संसार में की वस्तुओं से प्रेम रखो: यदि कोई संसार से प्रेम रखता है, तो उस में पिता का प्रेम नहीं है।
इफिसियों 4:18
क्योंकि उनकी बुद्धि अन्धेरी हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो उन में है और उनके मन की कठोरता के कारण वे परमेश्वर के जीवन से अलग किए हुए हैं।
रोमियो 7:22
क्योंकि मैं भीतरी मनुष्यत्व से तो परमेश्वर की व्यवस्था से बहुत प्रसन्न रहता हूं।
2 तीमुथियुस 3:4
विश्वासघाती, ढीठ, घमण्डी, और परमेश्वर के नहीं वरन सुखविलास ही के चाहने वाले होंगे।
इब्रानियों 8:10
फिर प्रभु कहता है, कि जो वाचा मैं उन दिनों के बाद इस्त्राएल के घराने के साथ बान्धूंगा, वह यह है, कि मैं अपनी व्यवस्था को उन के मनों में डालूंगा, और उसे उन के हृदय पर लिखूंगा, और मैं उन का परमेश्वर ठहरूंगा, और वे मेरे लोग ठहरेंगे।
2 पतरस 2:14
उन ही आंखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रूक नहीं सकते: वे चंचल मन वालों को फुसला लेते हैं; उन के मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है, वे सन्ताप के सन्तान हैं।
कुलुस्सियों 1:21
और उस ने अब उसकी शारीरिक देह में मृत्यु के द्वारा तुम्हारा भी मेल कर लिया जो पहिले निकाले हुए थे और बुरे कामों के कारण मन से बैरी थे।
गलातियों 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
1 कुरिन्थियों 9:21
व्यवस्थाहीनों के लिये मैं (जो परमेश्वर की व्यवस्था से हीन नहीं, परन्तु मसीह की व्यवस्था के आधीन हूं) व्यवस्थाहीन सा बना, कि व्यवस्थाहीनों को खींच लाऊं।
रोमियो 8:4
इसलिये कि व्यवस्था की विधि हम में जो शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं, पूरी की जाए।
रोमियो 7:7
तो हम क्या कहें? क्या व्यवस्था पाप है? कदापि नहीं! वरन बिना व्यवस्था के मैं पाप को नहीं पहिचानता: व्यवस्था यदि न कहती, कि लालच मत कर तो मैं लालच को न जानता।
रोमियो 5:10
क्योंकि बैरी होने की दशा में तो उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम उद्धार क्यों न पाएंगे?
2 इतिहास 19:2
तब हनानी नाम दशीं का पुत्र येहू यहोशापात राजा से भेंट करने को निकला और उस से कहने लगा, क्या दुष्टों की सहायता करनी और यहोवा के बैरियों से प्रेम रखना चाहिये? इस काम के कारण यहोवा की ओर से तुझ पर क्रोध भड़का है।
भजन संहिता 53:1
मूढ़ ने अपने मन में कहा है, कि कोई परमेश्वर है ही नहीं। वे बिगड़ गए, उन्होंने कुटिलता के घिनौने काम किए हैं; कोई सुकर्मी नहीं॥
यिर्मयाह 13:23
क्या हबशी अपना चमड़ा, वा चीता अपने धब्बे बदल सकता है? यदि वे ऐसा कर सकें, तो तू भी, जो बुराई करना सीख गई है, भलाई कर सकेगी।
मत्ती 5:19
इसलिये जो कोई इन छोटी से छोटी आज्ञाओं में से किसी एक को तोड़े, और वैसा ही लोगों को सिखाए, वह स्वर्ग के राज्य में सब से छोटा कहलाएगा; परन्तु जो कोई उन का पालन करेगा और उन्हें सिखाएगा, वही स्वर्ग के राज्य में महान कहलाएगा।
मत्ती 12:34
हे सांप के बच्चों, तुम बुरे होकर क्योंकर अच्छी बातें कह सकते हो? क्योंकि जो मन में भरा है, वही मुंह पर आता है।
यूहन्ना 7:7
जगत तुम से बैर नहीं कर सकता, परन्तु वह मुझ से बैर करता है, क्योंकि मैं उसके विरोध में यह गवाही देता हूं, कि उसके काम बुरे हैं।
यूहन्ना 15:23
जो मुझ से बैर रखता है, वह मेरे पिता से भी बैर रखता है।
रोमियो 1:28
और जब उन्होंने परमेश्वर को पहिचानना न चाहा, इसलिये परमेश्वर ने भी उन्हें उन के निकम्मे मन पर छोड़ दिया; कि वे अनुचित काम करें।
रोमियो 1:30
बदनाम करने वाले, परमेश्वर के देखने में घृणित, औरों का अनादर करने वाले, अभिमानी, डींगमार, बुरी बुरी बातों के बनाने वाले, माता पिता की आज्ञा न मानने वाले।
रोमियो 3:31
तो क्या हम व्यवस्था को विश्वास के द्वारा व्यर्थ ठहराते हैं? कदापि नहीं; वरन व्यवस्था को स्थिर करते हैं॥
निर्गमन 20:5
तू उन को दण्डवत न करना, और न उनकी उपासना करना; क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला ईश्वर हूं, और जो मुझ से बैर रखते है, उनके बेटों, पोतों, और परपोतों को भी पितरों का दण्ड दिया करता हूं,