Psalm 68:5
परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है।
Psalm 68:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
A father of the fatherless, and a judge of the widows, is God in his holy habitation.
American Standard Version (ASV)
A father of the fatherless, and a judge of the widows, Is God in his holy habitation.
Bible in Basic English (BBE)
A father to those who have no father, a judge of the widows, is God in his holy place.
Darby English Bible (DBY)
A father of the fatherless, and a judge of the widows, is God in his holy habitation.
Webster's Bible (WBT)
Sing to God, sing praises to his name: extol him that rideth upon the heavens by his name JAH, and rejoice before him.
World English Bible (WEB)
A father of the fatherless, and a defender of the widows, Is God in his holy habitation.
Young's Literal Translation (YLT)
Father of the fatherless, and judge of the widows, `Is' God in His holy habitation.
| A father | אֲבִ֣י | ʾăbî | uh-VEE |
| of the fatherless, | יְ֭תוֹמִים | yĕtômîm | YEH-toh-meem |
| and a judge | וְדַיַּ֣ן | wĕdayyan | veh-da-YAHN |
| widows, the of | אַלְמָנ֑וֹת | ʾalmānôt | al-ma-NOTE |
| is God | אֱ֝לֹהִ֗ים | ʾĕlōhîm | A-loh-HEEM |
| in his holy | בִּמְע֥וֹן | bimʿôn | beem-ONE |
| habitation. | קָדְשֽׁוֹ׃ | qodšô | kode-SHOH |
Cross Reference
भजन संहिता 10:14
तू ने देख लिया है, क्योंकि तू उत्पात और कलपाने पर दुष्टि रखता है, ताकि उसका पलटा अपने हाथ में रखे; लाचार अपने को तेरे हाथ में सौंपता है; अनाथों का तू ही सहायक रहा है।
व्यवस्थाविवरण 10:18
वह अनाथों और विधवा का न्याय चुकाता, और परदेशियों से ऐसा प्रेम करता है कि उन्हें भोजन और वस्त्र देता है।
यिर्मयाह 49:11
अपने अनाथ बालकों को छोड़ जाओ, मैं उन को जिलाऊंगा; और तुम्हारी विधवाएं मुझ पर भरोसा रखें।
भजन संहिता 33:14
अपने निवास के स्थान से वह पृथ्वी के सब रहने वालों को देखता है,
भजन संहिता 72:4
वह प्रजा के दीन लोगों का न्याय करेगा, और दरिद्र लोगों को बचाएगा; और अन्धेर करने वालों को चूर करेगा॥
भजन संहिता 82:3
कंगाल और अनाथों का न्याय चुकाओ, दीन दरिद्र का विचार धर्म से करो।
भजन संहिता 146:9
यहोवा परदेशियों की रक्षा करता है; और अनाथों और विधवा को तो सम्भालता है; परन्तु दुष्टों के मार्ग को टेढ़ा मेढ़ा करता है॥
यशायाह 1:23
तेरे हाकिम हठीले और चोरों से मिले हैं। वे सब के सब घूस खाने वाले और भेंट के लालची हैं। वे अनाथ का न्याय नहीं करते, और न विधवा का मुकद्दमा अपने पास आने देते हैं।
यिर्मयाह 5:28
वे मोटे और चिकने हो गए हैं। बुरे कामों में वे सीमा को लांघ गए हैं; वे न्याय, विशेष कर के अनाथों का न्याय नहीं चुकाते; इस से उनका काम सफल नहीं होता: वे कंगालों का हक़ भी नहीं दिलाते।
लूका 18:2
कि किसी नगर में एक न्यायी रहता था; जो न परमेश्वर से डरता था और न किसी मनुष्य की परवाह करता था।
2 इतिहास 6:2
परन्तु मैं ने तेरे लिये एक वासस्थान वरन ऐसा दृढ़ स्थान बनाया है, जिस में तू युग युग रहे।
इफिसियों 5:1
इसलिये प्रिय, बालकों की नाईं परमेश्वर के सदृश बनो।
2 इतिहास 30:27
अन्त में लेवीय याजकों ने खड़े हो कर प्रजा को आशीर्वाद दिया, और उनकी सुनी गई, और उनकी प्रार्थना उसके पपित्र धाम तक अर्थात स्वर्ग तक पहुंची।
अय्यूब 29:12
क्योंकि मैं दोहाई देने वाले दीन जन को, और असहाय अनाथ को भी छुड़ाता था।
अय्यूब 31:16
यदि मैं ने कंगालों की इच्छा पूरी न की हो, वा मेरे कारण विधवा की आंखें कभी रह गई हों,
भजन संहिता 10:18
कि अनाथ और पिसे हुए का न्याय करे, ताकि मनुष्य जो मिट्टी से बना है फिर भय दिखाने न पाए॥
भजन संहिता 72:2
वह तेरी प्रजा का न्याय धर्म से, और तेरे दीन लोगों का न्याय ठीक ठीक चुकाएगा।
यशायाह 57:15
क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता, और जिसका नाम पवित्र है, वह यों कहता है, मैं ऊंचे पर और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, और उसके संग भी रहता हूं, जो खेदित और नम्र हैं, कि, नम्र लोगों के हृदय और खेदित लोगों के मन को हषिर्त करूं।
यशायाह 66:1
यहोवा यों कहता है, आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है; तुम मेरे लिये कैसा भवन बनाओगे, और मेरे विश्राम का कौन सा स्थान होगा?
होशे 14:3
अश्शूर हमारा उद्धार न करेगा, हम घोड़ों पर सवार न होंगे; और न हम फिर अपनी बनाई हुई वस्तुओं से कहेंगे, तुम हमारे ईश्वर हो; क्योंकि अनाथ पर तू ही दया करता है॥
प्रेरितों के काम 7:48
परन्तु परमप्रधान हाथ के बनाए घरों में नहीं रहता, जैसा कि भविष्यद्वक्ता ने कहा।
व्यवस्थाविवरण 26:15
तू स्वर्ग में से जो तेरा पवित्र धाम है दृष्टि करके अपनी प्रजा इस्राएल को आशीष दे, और इस दूध और मधु की धाराओं के देश की भूमि पर आशीष दे, जिसे तू ने हमारे पूर्वजों से खाई हुई शपथ के अनुसार हमें दिया है।