Psalm 59:7
उनके मुंह के भीतर तलवारें हैं, क्योंकि वे कहते हैं, कौन सुनता है?
Psalm 59:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
Behold, they belch out with their mouth: swords are in their lips: for who, say they, doth hear?
American Standard Version (ASV)
Behold, they belch out with their mouth; Swords are in their lips: For who, `say they', doth hear?
Bible in Basic English (BBE)
See, hate is dropping from their lips; curses are on their tongues: they say, Who gives attention to it?
Darby English Bible (DBY)
Behold, they belch out with their mouth; swords are in their lips: for who [say they] doth hear?
Webster's Bible (WBT)
They return at evening: they make a noise like a dog, and go about the city.
World English Bible (WEB)
Behold, they spew with their mouth. Swords are in their lips, "For," they say, "who hears us?"
Young's Literal Translation (YLT)
Lo, they belch out with their mouths, Swords `are' in their lips, for `Who heareth?'
| Behold, | הִנֵּ֤ה׀ | hinnē | hee-NAY |
| they belch out | יַבִּ֘יע֤וּן | yabbîʿûn | ya-BEE-OON |
| mouth: their with | בְּפִיהֶ֗ם | bĕpîhem | beh-fee-HEM |
| swords | חֲ֭רָבוֹת | ḥărābôt | HUH-ra-vote |
| lips: their in are | בְּשִׂפְתוֹתֵיהֶ֑ם | bĕśiptôtêhem | beh-seef-toh-tay-HEM |
| for | כִּי | kî | kee |
| who, | מִ֥י | mî | mee |
| say they, doth hear? | שֹׁמֵֽעַ׃ | šōmēaʿ | shoh-MAY-ah |
Cross Reference
भजन संहिता 57:4
मेरा प्राण सिंहों के बीच में है, मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है, अर्थात ऐसे मनुष्यों के बीच में जिन के दांत बर्छी और तीर हैं, और जिनकी जीभ तेज तलवार है॥
नीतिवचन 15:2
बुद्धिमान ज्ञान का ठीक बखान करते हैं, परन्तु मूर्खों के मुंह से मूढ़ता उबल आती है।
भजन संहिता 10:11
वह अपने मन में सोचता है, कि ईश्वर भूल गया, वह अपना मुंह छिपाता है; वह कभी नहीं देखेगा॥
नीतिवचन 12:18
ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच विचार का बोलना तलवार की नाईं चुभता है, परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं।
भजन संहिता 73:11
फिर वे कहते हैं, ईश्वर कैसे जानता है? क्या परमप्रधान को कुछ ज्ञान है?
मत्ती 12:34
हे सांप के बच्चों, तुम बुरे होकर क्योंकर अच्छी बातें कह सकते हो? क्योंकि जो मन में भरा है, वही मुंह पर आता है।
यिर्मयाह 33:24
कि ये लोग क्या कहते हैं, कि, जो दो कुल यहोवा ने चुन लिए थे उन दोनों से उसने अब हाथ उठाया है? यह कह कर कि ये मेरी प्रजा को तुच्छ जानते हैं और कि यह जाति उनकी दृष्टि में गिर गई है।
नीतिवचन 15:28
धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूं, परन्तु दुष्टों के मुंह से बुरी बातें उबल आती हैं।
भजन संहिता 109:2
क्योंकि दुष्ट और कपटी मनुष्यों ने मेरे विरुद्ध मुंह खोला है, वे मेरे विषय में झूठ बोलते हैं।
भजन संहिता 94:7
और कहते हैं, कि याह न देखेगा, याकूब का परमेश्वर विचार न करेगा॥
भजन संहिता 94:4
वे बकते और ढ़िठाई की बातें बोलते हैं, सब अनर्थकारी बड़ाई मारते हैं।
भजन संहिता 64:3
उन्होंने अपनी जीभ को तलवार की नाईं तेज किया है, और अपने कड़वे वचनों के तीरों को चढ़ाया है;
भजन संहिता 55:21
उसके मुंह की बातें तो मक्खन सी चिकनी थी परन्तु उसके मन में लड़ाई की बातें थीं; उसके वचन तेल से अधिक नरम तो थे परन्तु नंगी तलवारें थीं॥
भजन संहिता 10:13
परमेश्वर को दुष्ट क्यों तुच्छ जानता है, और अपने मन में कहता है कि तू लेखा न लेगा?
अय्यूब 22:12
क्या ईश्वर स्वर्ग के ऊंचे स्थान में नहीं है? ऊंचे से ऊंचे तारों को देख कि वे कितने ऊंचे हैं॥