भजन संहिता 49:11
वे मन ही मन यह सोचते हैं, कि उनका घर सदा स्थिर रहेगा, और उनके निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे; इसलिये वे अपनी अपनी भूमि का नाम अपने अपने नाम पर रखते हैं।
Their inward thought | קִרְבָּ֤ם | qirbām | keer-BAHM |
houses their that is, | בָּתֵּ֨ימוֹ׀ | bottêmô | boh-TAY-moh |
shall continue for ever, | לְֽעוֹלָ֗ם | lĕʿôlām | leh-oh-LAHM |
places dwelling their and | מִ֭שְׁכְּנֹתָם | miškĕnōtom | MEESH-keh-noh-tome |
to all | לְד֣וֹר | lĕdôr | leh-DORE |
generations; | וָדֹ֑ר | wādōr | va-DORE |
they call | קָֽרְא֥וּ | qārĕʾû | ka-reh-OO |
בִ֝שְׁמוֹתָ֗ם | bišmôtām | VEESH-moh-TAHM | |
their lands | עֲלֵ֣י | ʿălê | uh-LAY |
after their own names. | אֲדָמֽוֹת׃ | ʾădāmôt | uh-da-MOTE |