भजन संहिता 41:6
और जब वह मुझ से मिलने को आता है, तब वह व्यर्थ बातें बकता है, जब कि उसका मन अपने अन्दर अधर्म की बातें संचय करता है; और बाहर जाकर उनकी चर्चा करता है।
And if | וְאִם | wĕʾim | veh-EEM |
he come | בָּ֤א | bāʾ | ba |
see to | לִרְא֨וֹת׀ | lirʾôt | leer-OTE |
me, he speaketh | שָׁ֤וְא | šāwĕʾ | SHA-veh |
vanity: | יְדַבֵּ֗ר | yĕdabbēr | yeh-da-BARE |
heart his | לִבּ֗וֹ | libbô | LEE-boh |
gathereth | יִקְבָּץ | yiqbāṣ | yeek-BAHTS |
iniquity | אָ֥וֶן | ʾāwen | AH-ven |
goeth he when itself; to | ל֑וֹ | lô | loh |
abroad, | יֵצֵ֖א | yēṣēʾ | yay-TSAY |
he telleth | לַח֣וּץ | laḥûṣ | la-HOOTS |
it. | יְדַבֵּֽר׃ | yĕdabbēr | yeh-da-BARE |