भजन संहिता 40:6 in Hindi

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Psalm 40:6
मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तू ने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तू ने नहीं चाहा।

Psalm 40:5Psalm 40Psalm 40:7

Psalm 40:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
Sacrifice and offering thou didst not desire; mine ears hast thou opened: burnt offering and sin offering hast thou not required.

American Standard Version (ASV)
Sacrifice and offering thou hast no delight in; Mine ears hast thou opened: Burnt-offering and sin-offering hast thou not required.

Bible in Basic English (BBE)
You had no desire for offerings of beasts or fruits of the earth; ears you made for me: for burned offerings and sin offerings you made no request.

Darby English Bible (DBY)
Sacrifice and oblation thou didst not desire: ears hast thou prepared me. Burnt-offering and sin-offering hast thou not demanded;

Webster's Bible (WBT)
Many, O LORD, my God, are thy wonderful works which thou hast done, and thy thoughts which are toward us, they cannot be reckoned up in order to thee: if I would declare and speak of them, they are more than can be numbered.

World English Bible (WEB)
Sacrifice and offering you didn't desire. You have opened my ears: Burnt offering and sin offering you have not required.

Young's Literal Translation (YLT)
Sacrifice and present Thou hast not desired, Ears Thou hast prepared for me, Burnt and sin-offering Thou hast not asked.

Sacrifice
זֶ֤בַחzebaḥZEH-vahk
and
offering
וּמִנְחָ֨ה׀ûminḥâoo-meen-HA
not
didst
thou
לֹֽאlōʾloh
desire;
חָפַ֗צְתָּḥāpaṣtāha-FAHTS-ta
mine
ears
אָ֭זְנַיִםʾāzĕnayimAH-zeh-na-yeem
opened:
thou
hast
כָּרִ֣יתָkārîtāka-REE-ta
burnt
offering
לִּ֑יlee
offering
sin
and
עוֹלָ֥הʿôlâoh-LA
hast
thou
not
וַ֝חֲטָאָ֗הwaḥăṭāʾâVA-huh-ta-AH
required.
לֹ֣אlōʾloh
שָׁאָֽלְתָּ׃šāʾālĕttāsha-AH-leh-ta

Cross Reference

भजन संहिता 51:16
क्योंकि तू मेलबलि से प्रसन्न नहीं होता, नहीं तो मैं देता; होमबलि से भी तू प्रसन्न नहीं होता।

1 शमूएल 15:22
शमूएल ने कहा, क्या यहोवा होमबलियों, और मेलबलियों से उतना प्रसन्न होता है, जितना कि अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है? सुन मानना तो बलि चढ़ाने और कान लगाना मेढ़ों की चर्बी से उत्तम है।

इब्रानियों 10:5
इसी कारण वह जगत में आते समय कहता है, कि बलिदान और भेंट तू ने न चाही, पर मेरे लिये एक देह तैयार किया।

यशायाह 1:11
यहोवा यह कहता है, तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं? मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं;

अय्यूब 33:16
तब वह मनुष्यों के कान खोलता है, और उनकी शिक्षा पर मुहर लगाता है,

आमोस 5:22
चाहे तुम मेरे लिये होमबलि और अन्नबलि चढ़ाओ, तौभी मैं प्रसन्न न हूंगा, और तुम्हारे पाले हुए पशुओं के मेलबलियों की ओर न ताकूंगा।

यिर्मयाह 7:21
सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है, यों कहता है, अपने मेलबलियों के साथ अपने होमबलि भी चढ़ाओ और मांस खाओ।

निर्गमन 21:6
तो उसका स्वामी उसको परमेश्वर के पास ले चले; फिर उसको द्वार के किवाड़ वा बाजू के पास ले जा कर उसके कान में सुतारी से छेद करें; तब वह सदा उसकी सेवा करता रहे॥

मत्ती 12:7
यदि तुम इस का अर्थ जानते कि मैं दया से प्रसन्न हूं, बलिदान से नहीं, तो तुम निर्दोष को दोषी न ठहराते।

मत्ती 9:13
सो तुम जाकर इस का अर्थ सीख लो, कि मैं बलिदान नहीं परन्तु दया चाहता हूं; क्योंकि मैं धमिर्यों को नहीं परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं॥

होशे 6:6
क्योंकि मैं बलिदान से नहीं, स्थिर प्रेम ही से प्रसन्न होता हूं, और होमबलियों से अधिक यह चाहता हूं कि लोग परमेश्वर का ज्ञान रखें॥

यशायाह 66:3
बैल का बलि करने वाला मनुष्य के मार डालने वाले के समान है; जो भेड़ के चढ़ाने वाला है वह उसके समान है जो कुत्ते का गला काटता है; जो अन्नबलि चढ़ाता है वह मानो सूअर का लोहू चढ़ाने वाले के समान है; और, जो लोबान जलाता है, वह उसके समान है जो मूरत को धन्य कहता है। इन सभों ने अपना अपना मार्ग चुन लिया है, और घिनौनी वस्तुओं से उनके मन प्रसन्न हाते हैं।

यशायाह 50:4
प्रभु यहोवा ने मुझे सीखने वालों की जीभ दी है कि मैं थके हुए को अपने वचन के द्वारा संभालना जानूं। भोर को वह नित मुझे जगाता और मेरा कान खोलता है कि मैं शिष्य के समान सुनूं।

भजन संहिता 50:8
मैं तुझ पर तेरे मेल बलियों के विषय दोष नहीं लगाता, तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं।