भजन संहिता 38:12
मेरे प्राण के ग्राहक मेरे लिये जाल बिछाते हैं, और मेरी हानि के यत्न करने वाले दुष्टता की बातें बोलते, और दिन भर छल की युक्ति सोचते हैं।
They also that seek after | וַיְנַקְשׁ֤וּ׀ | waynaqšû | vai-nahk-SHOO |
life my | מְבַקְשֵׁ֬י | mĕbaqšê | meh-vahk-SHAY |
lay snares | נַפְשִׁ֗י | napšî | nahf-SHEE |
seek that they and me: for | וְדֹרְשֵׁ֣י | wĕdōrĕšê | veh-doh-reh-SHAY |
my hurt | רָ֭עָתִי | rāʿātî | RA-ah-tee |
speak | דִּבְּר֣וּ | dibbĕrû | dee-beh-ROO |
things, mischievous | הַוּ֑וֹת | hawwôt | HA-wote |
and imagine | וּ֝מִרְמ֗וֹת | ûmirmôt | OO-meer-MOTE |
deceits | כָּל | kāl | kahl |
all | הַיּ֥וֹם | hayyôm | HA-yome |
the day | יֶהְגּֽוּ׃ | yehgû | yeh-ɡOO |