भजन संहिता 31:18
जो अंहकार और अपमान से धर्मी की निन्दा करते हैं, उनके झूठ बोलने वाले मुंह बन्द किए जाएं॥
Let the lying | תֵּ֥אָלַ֗מְנָה | tēʾālamnâ | TAY-ah-LAHM-na |
lips | שִׂפְתֵ֫י | śiptê | seef-TAY |
be put to silence; | שָׁ֥קֶר | šāqer | SHA-ker |
speak which | הַדֹּבְר֖וֹת | haddōbĕrôt | ha-doh-veh-ROTE |
grievous things | עַל | ʿal | al |
proudly | צַדִּ֥יק | ṣaddîq | tsa-DEEK |
and contemptuously | עָתָ֗ק | ʿātāq | ah-TAHK |
against | בְּגַאֲוָ֥ה | bĕgaʾăwâ | beh-ɡa-uh-VA |
the righteous. | וָבֽוּז׃ | wābûz | va-VOOZ |