भजन संहिता 27:6
अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊंचा होगा; और मैं यहोवा के तम्बू में जयजयकार के साथ बलिदान चढ़ाऊंगा; और उसका भजन गाऊंगा॥
And now | וְעַתָּ֨ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
shall mine head | יָר֪וּם | yārûm | ya-ROOM |
up lifted be | רֹאשִׁ֡י | rōʾšî | roh-SHEE |
above | עַ֤ל | ʿal | al |
mine enemies | אֹֽיְבַ֬י | ʾōyĕbay | oh-yeh-VAI |
round about | סְֽבִיבוֹתַ֗י | sĕbîbôtay | seh-vee-voh-TAI |
offer I will therefore me: | וְאֶזְבְּחָ֣ה | wĕʾezbĕḥâ | veh-ez-beh-HA |
in his tabernacle | בְ֭אָהֳלוֹ | bĕʾāhŏlô | VEH-ah-hoh-loh |
sacrifices | זִבְחֵ֣י | zibḥê | zeev-HAY |
of joy; | תְרוּעָ֑ה | tĕrûʿâ | teh-roo-AH |
sing, will I | אָשִׁ֥ירָה | ʾāšîrâ | ah-SHEE-ra |
yea, I will sing praises | וַ֝אֲזַמְּרָ֗ה | waʾăzammĕrâ | VA-uh-za-meh-RA |
unto the Lord. | לַיהוָֽה׃ | layhwâ | lai-VA |